आयुर्वेद एक प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति है, जिसमें लोगों का इलाज औषधीय गुणों से भरपूर जड़ी-बूटियों और लाइफस्टाइल में बदलाव करके किया जाता है। आयुर्वेद में किसी भी बीमारी का इलाज करने से पहले व्यक्ति के शरीर में मौजूद वात, पित्त और कफ दोष की जांच की जाती है और इसी के आधार पर व्यक्ति का इलाज शुरू होता है। आयुर्वेद के अनुसार, शरीर में मौजूद इन्ही तीनों दोषों के गड़बड़ाने के कारण ही लोगों को अलग-अलग तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं, ऐसे में अगर आप समय रहते अपने शरीर में मौजूद दोषों का पता लगा लेंगे तो इससे आप बीमारियों से बच सकते हैं। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) शरीर में वात, पित्त और कफ के गड़बड़ाने पर त्वचा पर दिखने वाले लक्षणों के बारे में बता रहे हैं।
शरीर में वात, पित्त और कफ के गड़बड़ाने पर त्वचा पर दिखते हैं ये लक्षण - Symptoms Of Vata, Pitta And Kapha On Skin In Hindi
1. शरीर में वात बढ़ने पर त्वचा पर दिखने वाले लक्षण - What Are The Symptoms Of High Vata On Skin
शरीर में वात दोष बढ़ने पर स्किन रूखी यानी ड्राई होने लगती है। सर्दियों के मौसम में ये समस्या कई गुना बढ़ जाती है। वात बढ़ने पर होने वाली ड्राई स्किन की समस्या के कारण चेहरा बेजान नजर आने लगता है। इसके अलावा त्वचा पर खुजली की समस्या भी वात बढ़ने के कारण हो सकती है।
इसे भी पढ़ें: गर्मियों में चेहरे की गंदगी और चिपचिपाहट दूर करने के लिए लगाएं ये 5 होममेड स्क्रब, जानें तरीके और फायदे
इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप अपने आहार और जीवनशैली में जरूरी परिवर्तन करें और अपनी डाइट में बादाम और अखरोट को शामिल करें। इसके साथ ही नहाने से पहले सरसों के तेल या नारियल के तेल से शरीर की मालिश करें। मालिश करने से त्वचा हाइड्रेट होगी और त्वचा को नमी मिलेगी। जिससे ड्राई स्किन की समस्या दूर हो सकती है।
इसे भी पढ़ें: Arjun Bark for Skin: चेहरे पर अर्जुन की छाल कैसे लगाएं? जानें 3 तरीके, जिनसे दूर होंगी त्वचा से जुड़ी समस्याएं
2. शरीर में पित्त बढ़ने पर त्वचा पर दिखने वाले लक्षण - What Are The Symptoms Of High Pitta On Skin
शरीर में पित्त दोष बढ़ने पर स्किन के ऊपर कई लक्षण देखने को मिलते हैं। पित्त के कारण स्किन पर लाल चक्कते, रैसेज, पिंपल्स, मुंहासे और सनबर्न की समस्या हो सकती है। पित्त बढ़ने पर व्यक्ति को त्वचा पर ज्यादा गर्मी का एहसास होता है और ज्यादा पसीना आने की समस्या भी होती है।
पित्त को कंट्रोल करने के लिए आप आयुर्वेदाचार्य की सलाह पर योग, प्राणायाम और आयुर्वेदिक दवाइयों का सहारा ले सकते हैं। इसके अलावा अपनी डाइट में ठंडी चीजों को शामिल करें और त्वचा पर ठंडी चीजों का लेप लगाएं, जिससे आपको लाभ मिल सके।
3. शरीर में कफ बढ़ने पर त्वचा पर दिखने वाले लक्षण - What Are The Symptoms Of High Kapha On Skin
शरीर में कफ बढ़ने पर ऑयली स्किन की समस्या हो जाती है, जिसके कारण मुंहासे निकलने लगते हैं। ये समस्या गर्मी के मौसम में ज्यादा बढ़ सकती है और लगातार कमजोरी और थकान का एहसास हो सकता है। कफ को कंट्रोल करने के लिए व्यक्ति को ज्यादा पानी पीना चाहिए और रोजाना योग-प्राणायाम करना चाहिए। इसके अलावा आप डॉक्टर की सलाह पर त्रिफला का सेवन गुनगुने पानी के साथ कर सकते हैं।
शरीर में तीनों दोषों को बैलेंस करने के लिए आप हेल्दी डाइट लें और रोजाना योग-प्राणायाम करें। अगर आपकी समस्या ज्यादा है तो डॉक्टर से सलाह लें।
All Images Credit- Freepik