आज यानि 8 अप्रैल 2024 को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने वाला है। इसे लेकर आज काफी चर्चा हो रही है। इसे लेकर सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। ऐसे में सूर्य ग्रहण को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है, जिसमें कहा जा रहा है कि पूर्ण सूर्य ग्रहण लगने के बाद कॉस्मिक किरणें धरती के बेहद करीब से होकर गुजरेंगी। जिसके चलते लोगों को आज रात 12:30 से 03:30 बजे के बीच फोन, सेल्युलर, टैबलेट आदि को बंद करके रखना होगा। आइये जानते हैं सूर्य ग्रहण से जुड़ी इस खबर के बारे में सबकुछ।
50 सालों बाद लगेगा ऐसा सूर्य ग्रहण
मिली जानकारी की मानें तो आज का सूर्य ग्रहण इस साल का पहला ग्रहण होने वाला है। यही नहीं यह ग्रहण करीब 54 सालों बाद सबसे लंबा चलने वाला ग्रहण है। यह ग्रहण कुल 5 घंटे और 25 मिनट तक चलने वाला है। जानकारी के मुताबिक जब ग्रहण पूरी तरह से लग चुका होगा तो कुछ समय के लिए धरती के कुछ हिस्सों पर अंधेरा भी छा सकता है। इसे लेकर फिलहाल सभी जगहों पर अलग-अलग बातें की जा रही हैं। हालांकि, यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। इसलिए देश में इसका असर मान्य नहीं होगा।
सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाएं
सूर्य ग्रहण 2024 को लेकर सोशल मीडिया पर तेजी से अफवाहें फैल रही हैं। व्हाट्सऐप, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के जरिए लोगों में गलत भ्रम फैलाए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर ऐसे कई फेक मैसेज हैं, जिनमें लिखा है कि आज रात 12:30 से 03:30 बजे तक के बीच में मोबाइल, सेल्युलर, टैबलेट आदि को अपनी शरीर से दूर रखने के साथ ही बंद भी रखना होगा। जानकारी के मुताबिक कॉस्मिक किरणें धरती के काफी करीब से होकर गुजरेंगी, जिसके चलते सभी को मोबाइल फोन बंद रखने हैं।
इसे भी पढ़ें - सूर्यग्रहण का आंखों पर क्या प्रभाव पड़ता है? क्या नग्न आंखों से ग्रहण देखने से अंधापन हो सकता है
क्या सूर्य ग्रहण को देखना सुरक्षित है?
- इस विषय पर ज्यादा जानकारी पाने के लिए हमने हैदराबाद के यशोदा हॉस्पिटल के सीनियर कमसलटेंट डॉ. दिलीप गूड से बातचीत की।
- सूर्य ग्रहण को देखना कई बार असुरक्षित हो सकता है। इसे लंबे समय तक देखने से कई बार शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं।
- इसे लंबे समय तक देखने से कई बार रेटीना में भी डैमेज आ सकता है।
- कई बार इससे आखों में पर्मानेंट डैमेज भी हो सकता है।
खबर में कितनी सच्चाई?
कई मीडिया प्लैटफॉर्म्स और एजेंसी द्वारा जांच पड़ताल करने के बाद यह सामने आता है कि सोशल मीडिया पर सूर्य ग्रहण को लेकर चलाई जाने वाली खबर झूठी हैं। नासा और बीबीसी जैसे संगठनों का नाम लेकर भी यह खबरें चलाकर सोशल मीडिया पर लोगों को भ्रमित किया जा रहा है। अगर आपके पास भी ऐसा मैसेज दिखते हैं तो इन्हें नजरअंदाज करें। यह सूर्य ग्रहण कनाडा, मध्य अमेरिका, दक्षिण अमेरिका के उत्तरी भागों में, इंग्लैंड के उत्तर पश्चिम क्षेत्र और आयरलैंड आदि में दिखेगा।