साल 2025 का अंतिम चंग्र ग्रहण आज यानी 7 सितंबर 2025 को लगने जा रहा है। यह चंद्र ग्रहण 3 घंटे 28 मिनट का रहेगा। आज का चंद्र ग्रहण रात में 9 बजकर 58 मिनट पर लगेगा, जो 8 सितंबर सुबह 2:25 बजे तक (chandra grahan kab lagega) रहेगा। चंद्र ग्रहण के दौरान प्रेग्नेंट महिलाओं को कई तरह की सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। भारत में चंद्र ग्रहण को लेकर कई तरह की मान्यताएं हैं, जिन पर लोग आसानी से भरोसा कर लेते हैं। खासकर जब महिला प्रेग्नेंट होती हैं तो उन्हें कई चीजों से परहेज करने की सलाह दी जाती हैं। ऐसा माना जाता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ भी खाने, नहाने या अन्य कई तरह के काम करने की मनाही होती है, क्योंकि लोगों का कहना है कि इससे होने वाले बच्चे की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में आइए दिल्ली की आशा आयुर्वेदा की डायरेक्टर और स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. चंचल शर्मा (Dr. Chanchal Sharma, Director of Asha Ayurveda, Delhi and Gynecologist and Obstetrician) से जानते हैं चंद्र ग्रहण से जुड़े मिथक और उनकी सच्चाई के बारे में
चंद्र ग्रहण से जुड़े मिथक और उनकी सच्चाई - Myths And Facts About Chandra Grahan in Hindi
भारत में चंद्र ग्रहण लगने पर प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कई काम करने की मनाही होती है। आइए जानते हैं उससे जुड़े मिथक के पीछे छिपी सच्चाई के बारे में-
मिथक 1.: चंद्र ग्रहण देखने से प्रेग्नेंसी पर बुरा प्रभाव पड़ता है?
भारत में ऐसी मान्यता है कि चंद्र ग्रहण के दौरान महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए और कई जरूरी सावधानियों को बरतना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि जो महिलाएं चंद्र ग्रहण के दौरान चंद को देखते हैं उसका असर उनके गर्भ में पल रहे बच्चे के शरीर पर पड़ता है, जिससे उनके शरीर पर कट, निशान, शरीर के किसी अंग में कमी या मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हो सकती है। लेकिन ये सिर्फ एक मिथक है और चंद्र ग्रहण का प्रेग्नेंसी पर कोई प्रभाव पड़ता है, इसका कोई वैज्ञानिक तथ्य नहीं है।
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मिथक 2.: ग्रहण के समय भोजन नहीं करना चाहिए?
कई लोगों का मानना है कि ग्रहण के दौरान कुछ भी खाने से बचना चाहिए। इसके साथ ही इस दौरान तैयार रखा हुआ खाना भी ग्रहण के दौरान नहीं काने की सलाह दी जाती है। ऐसा माना जाता है कि चंद्र ग्रहण के दौरान कोई भी बना हुआ खाना दूषित हो जाता है और इसमें बैक्टीरिया या नकारात्मक ऊर्जा आ जाती है। इसलिए, ग्रहण के बाद ताजा खाना बनाने की सलाह दी जाती है। लेकिन, वास्तव में देखा जाए तो चंद्र ग्रहण सिर्फ पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच की स्थिति का बदलाव है। चंद्र ग्रहण कोई रेडिएशन या हानिकारक किरणें नहीं छोड़ता है, जिससे खाने पर कोई प्रभाव पड़े। हां, अगर खाना लंबे समय तक खुला रखा जाए तो उसमें बैक्टीरिया पनप सकते हैं।
मिथक 3.: ग्रहण से पहले और बाद में नहाना जरूरी है?
चंद्र ग्रहण के लोकर कुछ लोगों का मानना है कि ग्रहण से पहले और बाद में स्नान करना शरीर को शुद्ध करने के लिए बहुत जरूरी है। लेकिन, ग्रहण के दौरान आपको नहाना जरूरी है इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
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चंद्र ग्रहण में प्रेग्नेंट महिला को क्या करना चाहिए?
चंद्र ग्रहण के दौरान भले ही प्रेग्नेंसी पर इसका असर पड़ने के कोई वैज्ञानिक तथ्य नहीं है, लेकिन इसके बाद भी महिलाओं को कुछ सावधानियां (chandra grahan me kya karna chahiye) जरूर बरतें, जिसमें-
- बहुत देर तक खड़े होकर चंद्र ग्रहण देखने से बचें।
- अगर आप थकान महसूस कर रहे हैं तो आराम करें।
- अपने मन को शांत और तनाव से दूर रखने की कोशिश करें।
निष्कर्ष
चंद्र ग्रहण को लेकर भारत में कई तरह के मिथक है, जिस पर लोग आसानी से भरोसा कर लेते है। लेकिन, आप इस तरह के अंधविश्वास पर भरोसा करने से पहले सोचें और अपनी सेहत का खास ध्यान रखें।