Summer Allergies Causes and How to Prevent it : एलर्जी की समस्या किसी भी मौसम में व्यक्ति को अपना शिकार बना सकती है। हालांकि, आज के इस आर्टिकल में हम गर्मियों में होने वाली एलर्जी के बारे में बात कर रहे हैं। बता दें कि सर्दियों में होने वाली एलर्जी इंडोर एलर्जेंस के कारण होती है, लेकिन गर्मियों में होने वाली एलर्जी अलग कारणों की वजह से हो सकती है। ऐसे में आइए डॉ. कनिष्क कुमार, कंसल्टेंट इंटरवेंशन पल्मोनोलॉजिस्ट और कंसल्टेंट पल्मोनरी क्रिटिकल केयर एंड स्लीप मेडिसिन, मेट्रो हॉस्पिटल, नोएडा (Dr. Kanishka Kumar, Consultant Intervention pulmonologist & Consultant Pulmonary Critical Care & Sleep Medicine, Metro Hospital, Noida) से जानते हैं कि गर्मियों में एलर्जी किन कारणों से होती है और इससे बचने के लिए क्या कर सकते हैं?
गर्मियों में एलर्जी क्यों होती है?- Why do Allergies Occur in Summer
बता दें कि गर्मियों में होने वाली एलर्जी आमतौर पर जून में शुरू होकर सितंबर तक रहती है। हालांकि, जून और जुलाई के महीने में एलर्जी के लक्षण चरम पर होते हैं। यह मौसम गर्म और नम होता है। इस परिस्थिति में फफूंदों का अच्छी तरह विकास हो सकता है। वे हवा में स्पोर्स छोड़ते हैं और व्यक्ति सांस के जरिए इन्हें अंदर ले लेता है। ऐसे में एलर्जी की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, पोलन की वजह से भी व्यक्ति को एलर्जी की समस्या हो सकती है। गर्मियों के दौरान, हवा में पराग की मात्रा ज्यादा होती है। जब व्यक्ति इन एलर्जेंस के संपर्क में आता है, तो उसका शरीर हिस्टामाइन बनाता है। यह इम्यून सिस्टम द्वारा बनाया गया केमिकल कंपाउंड है। इससे व्यक्ति को सूजन, खुजली आदि का सामना करना पड़ सकता है।
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गर्मियों में किन कारणों से हो सकती है एलर्जी?- What are the Reasons for Allergies in Summer
गर्मियों में कई कारणों की वजह से एलर्जी की समस्या हो सकती है। आइए इन एलर्जेंस के बारे में जानते हैं :
पराग के कारण- Pollen
बता दें कि पेड़ों के बीच परागण (Pollination) वसंत तक पूरा हो जाता है। हालांकि, खरपतवार और घास केवल गर्मियों में ही परागण (Pollination) करना शुरू करते हैं। आइए जानते हैं कि आपको किन एलर्जेंस से एलर्जी होने का खतरा ज्यादा होता है:
कोकल वीड
पिगवीड
रैगवीड
रूसी थीस्ल
बरमूडा
नीली घास
ऑर्चर्ड
रेड टॉप
बता दें कि पराग कण, खास तौर पर रैगवीड, हवा के झोंके के कारण वातावरण में ज्यादा दूर तक जा सकते हैं। ऐसे में ये एलर्जें लोगों पर ज्यादा असर डाल सकते हैं।
मोल्ड बीजाणु- Mold spores
बता दें कि नमी वाले वातावरण जैसे कि बेसमेंट और वॉशरूम में फफूंद विकसित होती हैं। पराग की तरह, इनके स्पोर्स भी हवा में फैल जाते हैं और सांस के द्वारा अंदर जाने पर एलर्जी पैदा कर सकते हैं।
कीड़े का काटना- Insect Bites
गर्मियों में बहुत सारी सब्जियां, फल और फूल आते हैं। साथ ही, इस मौसम में कीड़ों की भी भरमार होती है। ऐसे में मधुमक्खी, आग की चीटियां, हॉर्नेट, ततैया और पीले जैकेट जैसे इंसेक्ट्स शामिल हैं। इन इंसेक्ट्स के डंक और काटने से लोगों को गंभीर एलर्जी हो सकती है।
धूल के कण- Dust Mites
घर के अंदर या बाहर पाए जाने वाले धूल के कण भी एलर्जी का कारण बन सकते हैं। यह धूल के कण व्यक्ति को गद्दे, तकिए, सोफा, भारी पर्दे और यहां तक कि कपड़े में भी मिल सकते हैं। इससे लोगों की एलर्जी ट्रिगर हो सकती है।
वायु प्रदूषण- Air Pollution
बता दें कि वायु प्रदूषण से सीधे तौर पर एलर्जी नहीं होती है। हालांकि, धुएं और अन्य जहरीले पदार्थों के चलते व्यक्ति की एलर्जी ट्रिगर कर सकती है।
गर्मियों की एलर्जी से कैसे बचें?-How to Avoid Summer Allergies
गर्मियों में होने वाली एलर्जी से बचने के लिए व्यक्ति को एलर्जेंस का पता लगाना चाहिए। इसके बाद वह एलर्जी से अपना बचाव करने में सक्षम हो पाते हैं। हालांकि, गर्मियों में होने वाली एलर्जी से बचने के लिए आप कुछ प्रभावी तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं:
- एलर्जी से बचने के लिए आप धूल और पराग को घर में घुसने से रोक सकते हैं। ऐसे में आप खिड़की-दरवाजों को बंद रखें और सफाई का ख्याल रखें।
- एलर्जी से बचने के लिए आपको मुंह, नाक और आंखों को ढक कर रखना चाहिए।
- बाहर जाते समय पूरी बाजू के कपड़े पहनें।
- बाहरी गतिविधियों को सीमित रखने की कोशिश करें।
- बाहर से आने के बाद नहाना जरूरी है।
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ऊपर बताई कुछ आसान टिप्स की मदद से आप एलर्जी की समस्या से बच सकते हैं। हालांकि, आपको डॉक्टर की सलाह पर टेस्ट जरूर करवाने चाहिए। इससे एलर्जी के मूल कारण के बारे में पता लगेगा और एलर्जी की समस्या से बचना आसान हो जाएगा।