What Causes Frequent Sinus Infections In Hindi: साइन इंफेक्शन या साइनसाइटिस तब होता है, जब साइन में सूजन आ जाती है। आपको बता दें कि साइनस वह खाली हिस्सा होता है, जो नाक से कनेक्टेड होता है। साइनस होने पर व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों से जूझना पड़ता है, जैसे साइनस के आसपास के हिस्सों में दर्द होना, नाक बंद होना, नाक में भारी म्यूकस जमना और कुछ गंभीर मामलों में बुखार, खांसी और सिरदर्द होना है। बहरहाल, अक्सर बदलते मौसम में लोगों को साइनस इंफेक्शन होने का जोखिम अधिक रहता है। लेकिन, कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें बार-बार साइनस इंफेक्शन होता रहता है। सवाल है, ऐसा क्यों होता है? आखिर बार-बार साइनस इंफेक्शन होने के क्या कारण हो सकते हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है? इस बारे में हमने पुणे स्थित अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल में इंटरनल मेडिसिन एक्सपर्ट डॉ सम्राट शाह से बात की।
बार-बार साइनस इंफेक्शन होने के कारण- Causes Of Frequent Sinus Infections In Hindi
एलर्जी
अगर किसी को एलर्जी की दिक्कत है, तो उन्हें साइनस इंफेक्शन होने का जोखिम बना रहता है। असल में, एलर्जी के कारण नैजल टिश्यूज में सूजन आ जाती है, जिससे साइन ट्रिगर करने लगता है। ऐसे में व्यक्ति को साइनस इंफेक्शन हो जाता है। एलर्जी के कारण हुए साइनस इंफेक्शन में अतिरिक्त मात्रा में म्यूकस जम जाता है, जिससे नाक बंद हो जाती है। ध्यान रखें कि यह कंडीशन साइनस इंफेक्शन के लक्षणों को और बढ़ा सकता है।
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इंफेक्शन
क्या आप जानते हैं कि बैक्टीरियल, वायरल और फंगल इंफेक्शन के कारण भी साइनस इंफेक्शन हो सकता है? आपको बता दें कि वायरल इंफेक्शन के कारण व्यक्ति को सर्दी-जुकाम हो जाता है, जिससे नाक बंद हो जाती है और साइनस इंफेक्शन होने लगता है। इसी तरह, बैक्टीरियल इंफेक्शन होने पर साइनस पैसेज ब्लॉक हो जाता है, जिससे साइनस इंफेक्शन ट्रिगर होने लगता है। वहीं, फंगल इंफेक्शन की बात करें, तो इसकी वजह से क्रॉनिक साइनस इंफेक्शन होने का जोखिम बना रहता है।
कमजोरी इम्यूनिटी
जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, उन्हें भी साइनस इंफेक्शन होने का खतरा हमेशा बना रहता है। असल में, कमजोरी इम्यून सिस्ट होने की वजह से व्यक्ति बदलते मौसम में आसानी से बीमार पड़ जाता है। यहां तक कि बीमार होने पर रिकवरी में भी समय लगता है। इस तरह के लोगों को साइनस इंफेक्शन बार-बार हो सकता है।
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प्रदूषित जगह में रहना
जो लोग ऐसी जगहों पर अधिक समय बिताते हैं, जहां धूल-गंदगी अधिक है। ऐसे लोगों को भी साइनस इंफेक्शन होने का रिस्क बना रहता है। असल में, डस्ट और पल्यूटेंट की वजह से साइनस में सूजन हो सकती है और दूसरे तरह के संक्रमणों का खतरा भी बढ़ जाता है। बेहतर होगा कि ऐसी जगहों पर जाने से बचें, जहां अधिक धूल-मिट्टी है या फिर हमेशा मास्क के जरिए अपने मुंह और नाक को कवर करके रखें। इससे धूल-मिट्टी के साइनस में जाने का रिस्क कम हो जाता है।
साइनस इंफेक्शन से कैसे करें बचाव- Prevention Tips Of Frequent Sinus Infections In Hindi
पेनमेडिसिन के अनुसार, साइनस इंफेक्शन से बचने के लिए आप कुछ उपाय अपना सकते हैं, जैसे-
- अगर किसी तरह की एलर्जी है, तो उससे कंट्रोल करने की कोशिश करें। उन चीजों से दूर रहें, जिससे एलर्जी ट्रिगर होती है। जिन लोगों को एलर्जी होती है, उन्हें धूल-मिट्टी के आसपास जाने से भी बचना चाहिए।
- तनाव का स्तर कम रखें। हालांकि, तनाव की वजह से साइनस इंफेक्शन नहीं होता है। लेकिन, बढ़ते तनाव के कारण साइनस इंफेक्शन ट्रिगर हो सकता है और साइनस के लक्षण गंभीर रूप ले सकते हैं।
- यदि आपको बार-बार साइनस संक्रमण होता है तो हर साल फ्लू का टीका लगवाएं। इसके अलावा घर पर साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें। किसी अनजाने से हाथ मिलाने से बचें। अगर किसी भी वस्तु को हाथ लगाएं, तो उसके बाद हैंड वॉश करना न भूलें। गंदे हाथों से अपने नाक और चेहरे को छूने से बचें।
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