समाजसेविका और मनोनीत सदस्य सुधा मुर्ति ने मंगलवार को संसद में अपनी पहली स्पीच दी। स्पीच को लोगों ने काफी पसंद किया। सुधा ने राज्यसभा में स्पीच देकर कई मुद्दे उठाएं। उन्होंने कहा कि वे गरीबों के लिए हमेशा से ही फील्ड पर रही हैं। ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक की सास ने सुधा ने डॉमेस्टिक टूरिज्म और सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीनेशन पर अपनी बात रखी। स्पीच के दौरान उन्होंने कहा कि मैं कोई नेता नहीं हूं। मुझे नहीं पता कि स्पीच में क्या बोलना है।
सर्वाइकल की वैक्सीन सस्ती करने की मांग
सुधा मूर्ति ने राज्यसभा में स्पीच देते हुए सर्वाइकल कैंसर के मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि देश में सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में तेजी से बढ़ रहा है। कई बार अस्पताल पहुंचने-पहुंचते वे तीसरे या चौथे स्टेज का शिकार हो जाती हैं। जिसके चलते उनकी जान बचाना भी मुश्किल साबित हो जाता है। आमतौर पर 9 से 14 साल की लड़कियों को यह वैक्सीन दी जाती है। सुधा ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए लगाए जाने वाली वैक्सीन अभी 1400 रुपये में है और अगर सरकार इसपर बातचीत करती है तो इसे 700 से 800 रुपये तक में लाया जा सकता है।
सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन लगवाना क्यों है जरूरी?
सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन लगवाना बेहद जरूरी होती है। यह वैक्सीन आपको ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) से बचाने में मदद करती है। यह वायरस सर्वाइकसल कैंसर के खतरे को बढ़ाता है, जिससे बचने का एकमात्र उपाय इसकी वैक्सीन लगवाना है। यह वैक्सीन लगवाने से महिलाओं में एचपीव वायरस टाइप 16 और 18 का जोखिम कम होता है। इसकी वैक्सीन लेने से अन्य कैंसरों के साथ ही एनल और योनि के कैंसर से भी बचा जा सकता है।
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कितना खतरनाक है सर्वाइकल कैंसर?
- सर्वाइकल कैंसर एक खतरनाक बीमारी है। इसे अगर लंबे समय तक नजरअंदाज किया जाए तो कई बार यह जानलेवा तक साबित हो सकती है।
- हालांकि, शुरुआती चरण में इसका पता लगने पर इसकी रोकथाम की जा सकती है।
- सर्वाइकल कैंसर कई बार शरीर के अंगों के साथ-साथ टिशु और लिम्फ नोड्स में फैल जाते हैं, जिससे व्यक्ति की मौत तक हो सकती है।