बच्चों और शिशुओं की त्वचा बेहद नाजुक होती है। ऐसे में उनकी स्किन पर किसी भी तरह के कैमिकल युक्त प्रोडक्ट का उपयोग नहीं करना चाहिए। कुछ शिशुओं और बच्चों के चेहरे पर छोटे सफेद पैच हो जाते हैं। बच्चे के चेहरे की स्किन पर इस तरह के निशानों को देखकर माता-पिता को चिंता होने लगती है। कई बार बच्चों के चेहरे पर होने वाले ये पैच बड़े होने लग सकते हैं। इस दौरान बच्चे को स्किन पर खुजली की समस्या भी हो सकती है। बच्चों और शिशुओं की त्वचा पर होने वाली समस्याओं को यदि समय रहते ठीक कर लिया जाए, तो इसके निशान लंबे समय तक नहीं रहते हैं। इस लेख में गुलाटी नर्सिंग होम के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. नरेश गुलाटी ने बताया कि शिशुओं और बच्चों के चेहरे पर छोटे सफेद पैच क्यों होते हैं और इसका बचाव कैसे किया जा सकता है।
शिशु और बच्चों के चेहरे पर सफेद दाग होने के कारण - Causes Of Small White Patches On infant And Kids Face In Hindi
इम्यून सिस्टम में गड़बड़ी होना
शिशुओं और बच्चों को ऑटो इम्यून डिजीज होने के कारण चेहरे पर छोटे सफेद पैच हो सकते हैं। ऑटो इम्यून डिजीज के कारण मेलेनोसाइट्स (स्किन के कलर को बनाने वाले सेल्स) को नुकसान होने लगता है। जिसकी वजह से पैच होने लगते हैं।
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पिटिरियासिस अल्बा
यह एक स्किन संबंधी समस्या है, जो बच्चों और किशोरों में देखने को मिलती है। इस विकार में बच्चों के चेहरे पर पैच बनने लगते हैं। साथ ही, उनकी स्किन का कलर भी बदलने लगता है। इस विकार में बच्चे की स्किन पपड़ीदार होने लगती है। साथ ही, उसमें छोटे व सफेद रंग के पैच उभरने लगते हैं।
विटिलिगो
विटिलिगो की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है। इसकी वजह से भी बच्चों के चेहरे और शरीर के अन्य अंगों पर सफेद रंग के पैच दिखने लगते हैं। पहले ये पैच काफी छोटे होते हैं, जिसके बाद इनका साइज बड़ा होने लगता है। यह संक्रामक रोग नहीं है। जेनेटिक कारक, सनबर्न, कैमिकल में संपर्क में आना व ऑटोइम्यून डिसऑर्डर इसके कुछ कारण हो सकते हैं।
टीनिया वर्सिकलर
कई बार फंगल इंफेक्शन की वजह से भी बच्चे के चेहरे पर सफेद पैच हो सकते हैं। टीनिया वर्सिकलर समस्या फंगल इंफेक्शन की वजह से हो सकती है। फंगस की वजह से स्किन पर एक तरह का एसिड बनने लगता है, जिससे मेलेनिन का निर्माण होता है। इस वजह स्किन के रंग में बदलाव होता है।
विटामिन की कमी
बच्चों औ शिशुओं के शरीर में विटामिन की कमी के कारण चेहरे पर पैच हो सकते हैं। विटामिन बी 12 की कमी से शरीर शरीर में पैच व दाग बनने लगते हैं। ये पैच या दाग हल्के लाल रंग के भी हो सकते हैं। इसके अलावा जिंक और कैल्शियम की कमी के वजह से शरीर में सफेद रंग के पैच हो सकते हैं।
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शिशु के चेहरे पर सफेद दाग होने का बचाव कैसे करें - Prevention Of Small White Patches On infant Skin In Hindi
- शिशु के चेहरे पर धूप की वजह से सफेद रंग के पैच हो रहे हैं, तो ऐसे में आप सनस्क्रीन का उपोग कर सकते हैं। लेकिन, इससे पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
- अगर त्वचा के रूखेपन के कारण स्किन पर पपड़ी बन रही है, तो ऐसे में डॉक्टरी सलाह से आप मॉइस्चराजिंग क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- फंगल इंफेक्शन की वजह से पैच होने पर आप एंटीफंगल क्री का उपयोग कर सकते हैं।
- अगर शरीर में विटामिन की कमी के कारण पैच हो रहे हैं, तो बच्चे की डाइट में सब्जियों और फलों को अवश्य शामिल करें।
- बच्चे को जंक फूड न दें। इससे बच्चे के शरीर में पोषण की कमी हो सकती हैं।
अगर आपके बच्चे की स्किन पर किसी तरह की समस्या हो रही है, तो इसे अनदेखा न करें। बच्चे की स्किन में पैच होने पर तुरंत डॉक्टरी सलाह लें।