Signs That Are Not Red Flags In Relationship: सोशल मीडिया पर आजकल ‘रेड फ्लैग’ टर्म काफी ज्यादा ट्रेंडिंग है। दरअसल, रिलेशनशिप में इसका मतलब है कि किसी व्यक्ति का अपने पार्टनर के प्रति टॉक्सिक बिहेवियर रखना, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। जैसे कि पार्टनर को चीट करना या मन मुताबिक कंट्रोल करना। ये ऐसे संकेत होते हैं जो किसी रिश्ते को खत्म करने का कारण बन सकते हैं। लेकिन कई बार लोग अपने पार्टनर की आदतों और नॉर्मल बिहेवियर को भी रेड फ्लैग्स समझ बैठते हैं, जो रिश्ते को बिखेर कर रखने का कारण भी बन सकते हैं। इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए साइकोलॉजिस्ट और मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट डॉ ललिता ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसके बारे में हम आपको इस लेख में बताएंगे।
रिलेशनशिप में रेड फ्लैग लगने वाले नॉर्मल बिहेवियर के संकेत
बातों में तालमेल न बैठ पाना
जरूरी नहीं है रिलेशनशिप में दोनों पार्टनर्स की उम्मीदें एक-जैसी हो। एक दूसरे के वातावरण और परवरिश में अंतर के कारण एक-दूसरे से उम्मीदें अलग हो सकती हैं। ऐसे में कई बार हम इसे रेड फ्लैग समझ बैठते हैं। जबकि ऐसे में जरूरी है एक-दूसरे से अपनी इच्छाओं और उम्मीदों पर खुलकर बात करना।
खुलकर बात न कर पाना
कुछ लोग जिंदगी में चल रही परेशानियों के बारे में अपने पार्टनर से खुलकर बात नहीं कर पाते। ऐसे में पार्टनर के व्यवहार को हम रेड फ्लैग समझ बैठते हैं। जबकि ऐसे में अपने पार्टनर को कंफर्ट करने की कोशिश करनी चाहिए, जिससे वो आपसे अपनी परेशानी साझा कर सके।
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इच्छाएं और पसंद में ज्यादा अंतर होना
रिलेशनशिप में एक-दूसरे की इच्छाओं और पसंद-नापसंद में अंतर होना बहुत आम बात है। ऐसे में एक-दूसरे के बीच इच्छाओं में अंतर को रेड फ्लैग समझ बैठते हैं। जबकि ऐसे में रिश्ते को बनाए रखने के लिए एक-दूसरे के मुताबिक खुद को ढालना जरूरी है।
बोलने और जताने में अंतर होना
कुछ लोग अपनी भावनाएं खुलकर व्यक्त नहीं कर पाते हैं, जैसे कि खुलकर प्यार का इजहार न कर पाना या किसी चीज में अंकफर्ट महसूस करना। ऐसे में हम उन्हें रेड फ्लैग समझ बैठते हैं, जो रिश्ते में गलतफहमियां बढ़ने का कारण भी बन सकता है।
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बातचीत का तरीका अलग होना
कई बार इंसान के बोलने और कहने में काफी अंतर होता है, लेकिन हम उसे उनका गलत बिहेवियर समझ बैठते हैं। जैसे कि कोई भी बात तेज बोलकर कहना या जल्दी गुस्सा आ जाना। ऐसे में जरूरी है कि पार्टनर एक-दूसरे के व्यवहार को समझें और कोई भी परेशानी होने पर उस पर खुलकर बात करें।
अपने पार्टनर के बारे में कोई भी गलतफहमी बनाने से बेहतर है कि आप उनसे खुलकर बात करें, जिससे रिश्ते में आन रही परेशानियों को रोका जा सके। लेकिन इसके बावजूद अगर आपको पार्टनर के व्यवहार को समझने में परेशानी हो रही है, तो किसी रिलेशनशिप एक्सपर्ट से संपर्क करें।
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