What Are The First Signs Of Kidney Disease In Babies: किडनी हमारे शरीर का बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है। यह बॉडी से टॉक्सिंस निकालने का काम करता है। अगर शरीर में टॉक्सिंस भर जाते हैं, तो ऐसे में ऑर्गन खराब होने और क्रॉनिक इलनेस हो सकती है। शरीर में टॉक्सिंस तभी जमा होते हैं, जब किडनी सही तरह से काम नहीं करती है। सवाल है, किडनी कब सही तरह से काम नहीं करती है? आमतौर पर जिन्हें किडनी स्टोन, किडनी इंफेक्शन और हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत होती है, उनका किडनी प्रॉपर तरीके से काम नहीं करता है। बहरहाल, क्या आप जानते हैं कि कई बार ऐसी परिस्थितियां आ जाती हैं, जब शिशुओं की भी किडनी खराब हो जाती है। ऐसे में पैरेंट्स को अपने बच्चों की सेहत पर विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्हें पता होना चाहिए कि किडनी खराब होने पर किस तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं। इस बारे में जानने के लिए हमने नोएडा सेक्टर 71 स्थित कैलाश अस्पताल में Consultant - Paediatrics डॉ. अनुराधा मित्तल से बात की।
शिशुओं में किडनी खराब होने के लक्षण- Signs Of Poor Kidney Function In Babies
पेशाब न आना
डॉ. अनुराधा मित्तल कहती हैं, "अगर शिशु 24 से 48 घंटे तक पेशाब नहीं कर रहा है, तो जरूरी है कि पैरेंट्स इस ओर ध्यान दें। किडनी हेल्थ प्रभावित हो रही है, पेशाब न आना उसका सबसे पहला लक्षण है। आप नोटिस करें कि अगर बच्चा पेशाब नहीं कर रहा है या पेशाब कम कर रहा है, दोनों स्थितियां सही नहीं है। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।"
सूजन
पैरेंट्स यह नोटिस करें कि क्या बच्चे के चेहरे, आंखें, हाथ और पैरों में सूजन आ गई है। असल में किडनी खराब होने की वजह से शरीर के टॉक्सिंस बाहर नहीं जा पाते हैं। ऐसे में खून में एक्स्ट्रा फ्लूइड जमा होने लगता है। इसमें सोडियम की मात्रा भी बढ़ जाती है। इसलिए, चेहरे, हाथ और पैरों में सूजन देखने को मिलती है।
इसे भी पढ़ें: बच्चों को किडनी की बीमारी क्यों होती है? जानें इसके लक्षण, कारण और बचाव के उपाय
ग्रोथ प्रभावित होना
अगर शिशु का विकास धीमी गति से हो रहा है या विकास पूरी तरह रुक गया है, तो भी जरूरी है कि पैरेंट्स इस ओर ध्यान दें। यह भी सही संकेत नहीं है। असल में किडनी खराब होने के कारण शरीर के कई ऑर्गन सही तरह से काम नहीं करते हैं, जिस वजह से बच्चा दूध ठीक से नहीं पीता है।
पेट में गांठ होना
किडनी खराब होने पर शिशु के पेट में गांठ हो सकती है। हालांकि, डॉक्टर से डिटेक्ट कर सकते हैं। इसलिए, अगर ऊपर बताए गए लक्षण नजर आएं, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।
इसे भी पढ़ें: बच्चों में किडनी रोग के ये 5 लक्षण पहचानें, जानें माता-पिता इन रोगों से बचाव के लिए क्या करें?
कमजोरी
अगर शिशु में कमजोरी और थकान नजर आए, तो यह भी सही संकेत नहीं है। हालांकि, यह बहुत सामान्य लक्षण है, इसलिए यह किडनी के खराब होने की ओर इशारा करे, यह सुनिश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता है। वैसे विशेषज्ञ समझाते हैं कि किडनी रेड ब्लड सेल्स के हार्मोन प्रोड्यूस करती है। अगर किडनी खराब हो जाए, तो इसकी वजह से एनीमिया हो सकता है। एनीमिया अपने आप में ऐसी बीमारी है, जो कि शिशु में थकान और कमजोरी का कारण बन सकती है।
निष्कर्ष
शिशु के स्वास्थ्य को लेकर हर पैरेंट्स को सावधानी बरतनी चाहिए। खासकर, किडनी बात करें, तो यह हमारे शरीर का बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है। अगर इसमें जरा भी खराब आती है, तो इसकी वजह से ओवर ऑल हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसे में जरूरी है कि पैरेंट्स यहां बताए गए सभी लक्षणों पर गौर करें और तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें।
All Image Credit: Freepik
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Sep 23, 2025 16:07 IST
Published By : Meera Tagore