Signs That Your Kidney Is Working Properly In Hindi: किडनी हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है। किडनी हमारे शरीर में फ्लूइड और वेस्ट को फिल्टर कर शरीर से बाहर निकालने का काम करता है। किडनी की वजह से ब्लड प्रेशर संतुलित रहता है। अगर किडनी सही तरह से काम न करे, तो शरीर में कई तरह की दिक्कतें होने लगती हैं। किडनी फंक्शन सही नहीं होता है, तो इसकी वजह से यूरिन करने के पैटर्न में बदलाव हो सकता है, थकान, कमजोरी जैसी कई अन्य समस्याएं भी हो सकती है। वहीं, अगर किसी को पहले से किडनी प्रॉब्लम है, तो उन्हें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि उनकी किडनी सही तरह से काम कर रही है या नहीं। सवाल है, ये कैसे पता चले कि किडनी सही तरह से फंक्शन कर रही है? इस संबंध में हम आपको कुछ संकेतों के बारे में बता रहे हैं, जिनसे पता चल सकता है कि किडनी सही तरह से काम कर रही है। इस बारे में हमने सीनियर कंसल्टैंट डॉ. दीपिका रुस्तगी से बात की।
किडनी फंक्शन में सुधार के संकेत- Signs That Your Kidney Is Working Well In Hindi
पैरों की सूजन में कमी
किडनी से जुड़ी परेशानी होने पर व्यक्ति के पैरों में सूजन बढ़ जाती है। खासकर, टखनों और पैरों के पंजों और आंखों के आसपास सूजन अधिक बढ़ने लगती है। अगर आपकी आंखों और पैरों की सूजन कम हो गई है, तो यह अच्छे संकेत हैं। इसका मतलब है कि किडनी फंक्शन में सुधार हो रहा है।
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पेशाब पैटर्न में सुधार
किडनी खराब होने का सबसे पहला संकेत है, पेशाब में दिक्कत आना। किडनी में परेशानी होने पर पेशाब बार-बार आता है मगर कम-कम आता है। वहीं, अगर किडनी फंक्शन में सुधार होने लगे, तो इसकी वजह से पेशाब पैटर्न में सुधार होने लगता है। जब पेशाब की मात्रा मेंसुधार होने लगता है, तो इसे आप अच्छा संकेत समझें।
क्लीन स्किन
आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि किडनी की परेशानी होने पर स्किन से जुड़ी परेशानियां भी होने लगती हैं। इसमें इचिंग, ड्राई स्किन, स्किन कलर में बदलाव आदि होना। सवाल है, ऐसा क्यों होता है? विशेषज्ञों के अनुसार जब किडनी सही तरह से काम न करे, तो इसका मतलब है कि बॉडी सही तरह से डिटॉक्स नहीं हो रही है। जब बॉडी में टॉक्सिंस बने रहते हैं, तो इसकी वजह से स्किन में रैशेज, इचिंग जैसी अन्य परेशानियां होने लगती है।
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एनर्जी के स्तर में सुधार
किडनी से जुड़ी परेशानी होने पर अक्सर लोगों को थकान, कमजोरी जैसी दिक्कतों को सामना करना पड़ता है। वहीं, जब किडनी सही तरह से काम करने लगता है, तो मरीज का एनर्जी का स्तर बढ़ जाता है। यहां तक कि थकान की दिक्कत भी दूर होने लगती है। अगर आपको ऐसा महससू हो कि पहले की तुलना में काम करने में कम थकान महसूस हो रही है, परेशानी नहीं हो रही है और कमजोरी भी नहीं है। यह सीधे-सीधे इस ओर इशारा करता है कि आपकी किडनी बेहतर तरीके से काम करता है।
मांसपेशियों में दर्द न होना
जब किडनी फंक्शन बाधित हो, तो इसकी वजह से कमजोरी आ जाती है। कमजोरी के कारण न सिर्फ शरीर में दर्द होता है, बल्कि मांसपेशियों में भी तकलीफ होने लगती है। इसे हम मसल्स क्रैंप भी कह सकते हैं। आपको बता दें कि जब किडनी सही तरह से काम नहीं करता है, तो शरीर में इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस हो जाता है। इस वजह से मसल्स में दर्द होने लगता है। अगर आपकी मांसपेशियों में हो रही दिक्कतें कम होने लगे, तो समझें कि किडनी फंक्शन में सुधार होने लगा है।