इंसान की मेंटल हेल्थ को अच्छा बनाए रखने के लिए भावनाएं व्यक्त करना बहुत जरूरी होता है। अगर कोई व्यक्ति अपने इमोशंस को दबाकर रखता है, तो वह डिप्रेशन जैसी समस्याओं का शिकार हो जाता है। मगर क्या आप जानते हैं कि भावनाएं दबाकर रखने से इंसान की ओवरऑल सेहत पर भी बुरा असर होता है? अगर नहीं, तो इस बारे में होम्योपैथ और न्यूट्रिशनिस्ट डॉ स्मिता भोईर पाटिल ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में उन्होंने व्यक्ति के इमोशंस को शेयर न करने पर शरीर में दिखने वाले लक्षणों के बारे में बताया गया है। इसके साथ ही, वीडियो के कैप्शन में इन लक्षणों से बचने के लिए कुछ टिप्स भी बताए हैं। इससे आप अपनी फिजिकल और मेंटल दोनों हेल्थ का खास ख्याल रख पाएंगे। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
इमोशंस व्यक्त नहीं करने पर दिखेंगे ये लक्षण
अगर कोई व्यक्ति अपनी किसी भी भावना को व्यक्त नहीं करता है, तो शरीर में कई लक्षण दिखाई देते हैं। जैसे कि धड़कनों का तेज होना, छाती में भारीपन, हार्ट बर्न, लो एनर्जी, हाथ-पैरों का भारीपन, पेट से जुड़ी समस्याएं, ठंडा पसीना आना, सिरदर्द, गर्दन और कमर में दर्द, नींद न आना आदि। इन सभी लक्षणों के दिखने पर आप इस बात का पता लगा सकते हैं कि आप अपनी भावनाओं को अच्छी तरह व्यक्त कर पा रहे हैं या नहीं। आइए अब इस समस्या से बचने के तरीके जानते हैं।
इमोशंस व्यक्त न कर पाने की समस्या से कैसे बचें
अपनी भावनाओं को पहचानें
कई बार लोग अपनी ही भावनाओं को सही तरह से नहीं समझ पाते हैं। यही कारण होता है कि वह खुद को ठीक तरह से एक्सप्रेस नहीं कर पाते। ऐसे में आप डायरी लिख सकते हैं, किसी दोस्त या परिवार के व्यक्ति से बात कर सकते हैं या किसी थेरेपिस्ट के पास जा सकते हैं। इस तरह आप अपनी भावनाओं को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे।
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माइंडफुल एक्सरसाइज करें
आप मेंटल हेल्थ का ध्यान रखने के लिए माइंडफुल एक्सरसाइज को फॉलो कर सकते हैं। इसके लिए आपको मेडिटेशन और गहरी सांस लेने वाले आसनों को ट्राई करना होगा। इससे दिमाग को शांत करने और स्ट्रेस के स्तर को कम करने में मदद मिलेगी।
एक्टिव रहना है जरूरी
मेंटल हेल्थ का ध्यान रखने के लिए शरीर को एक्टिव रखना बहुत जरूरी है। इसके लिए आप रनिंग या सामान्य वॉक कर सकते हैं। इससे शरीर में एंडोर्फिन रिलीज होता है और मेंटल हेल्थ को सुधारने में मदद मिलती है।
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ओवरऑल हेल्थ का ध्यान रखें
आपको अपनी ओवरऑल हेल्थ का ध्यान रखने के लिए भी अपने इमोशंस को बाहर निकालना चाहिए। इसके लिए होम्योपैथी और अपनी सेहत के हिसाब से डाइट का सेवन करना फायदेमंद होगा। इससे तनाव में कमी और भावनात्मक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। साथ ही, आप मेंटली फिट रहते हैं।
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हर व्यक्ति को अपनी भावनाओं को व्यक्त करना आना चाहिए। अगर आप सभी के सामने खुलकर बात नहीं कर पाते हैं, तो किसी एक इंसान से ही अपने मन की बातों को शेयर कर सकते हैं। इससे आपको सोशल ऑकवर्डनेस भी नहीं होगी। साथ ही, अगर आप मन की बातों को शेयर करेंगे, तो शरीर फिजिकल और मेंटल दोनों तरह से फिट रहेगा।