Side Effects Of Using Ice On Face In Hindi: आइसिंग करने से चेहरे का ग्लो बढ़ता है, फ्रेशनेस फील होती है और थकान भी दूर होती है। यही नहीं, आइसिंग करने की वजह डार्क सर्कल कम होती है और आंखों की पफीनेस भी दूर होती है। आमतौर पर यही माना जाता है कि आइसिंग का कोई साइड इफेक्ट नहीं है। यही कारण है कि ज्यादातर लोग आइसिंग किसी भी समय करते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि बहुत देर तक आइसिंग करने से स्किन में कई तरह की दिक्कतें (Icing Karne Ke Nuksan) भी हो सकती हैं। जी, हां! यह सच है। आज इस लेख में हम जानेंगे कि आखिर आइसिंग करने की वजह से किस तरह की स्किन प्रॉब्लम हो सकती है।
चेहरे पर लंबे समय तक बर्फ लगाने के नुकसान- Side Effects Of Using Ice On Face In Hindi
स्किन में रेडनेस हो सकती है
अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक आइसिंग करता है, तो इससे चेहरे पर रेडनेस हो सकती है। ऐसा खासकर उन लोगों के साथ होता है, जिनकी स्किन सेंसिटिव होती है। इसके अलावा, अगर कोई व्यक्ति धूप से आने के तुरंत बाद आइसिंग करता है, तो स्किन के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। रेडनेस, इचिंग का कारण बन सकती है। इसलिए, अगर आपकी स्किन सेंसिटिव है या धूप से घर पहुंचे हैं, तो तुरंत आइसिंग करने से बचें।
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आइस बर्न हो सकता है
आइस बर्न यानी स्किन का डैमेज होना। नई दिल्ली स्थित अभिवृत एस्थेटिक्स के कॉस्मेटोलॉजिस्ट और स्किन एक्सपर्ट डॉ. जतिन मित्तल का कहना है, "अगर आप बहुत देर तक चेहरे की आइसिंग करते हैं। साथ ही, आइसिंग करते समय तक बर्फ को किसी कपड़े आदि से रैप नहीं करत हैं, तो आइस बर्न की समस्या देखने को मिल सकती है। असल में, स्किन पर डाइरेक्टली आइस लगाने से स्किन टिश्यू डैमेज हो जाते हैं, जिससे आइस बर्न की समस्या देखने को मिलती है। ऐसा न हो, इसके लिए जरूरी है कि आप हमेशा बर्फ को किसी सूती कपड़े में रैप करके अपने चेहरे पर अप्लाई करें। इस तरह, स्किन डाइरेक्टली किसी ठंडी चीज के संपर्क में नहीं आता है और आइस बर्न की समस्या नहीं होती है।"
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स्किन प्रॉब्लम बढ़ सकती है
डॉ. जतिन मित्तल आगे बताते हैं, "स्किन प्रॉब्लम जैसे रोजेशिया होने पर लोगों को अपनी स्किन पर आइसिंग करने से बचना चाहिए। वास्तव में, आइसिंग करने से रोजेशिया या अन्य तरह की स्किन प्रॉब्लम की कंडीशन बिगड़ सकती है, इचिंग हो सकती है और रेडनेस बढ़ सकती है। किसी भी तरह की स्किन प्रॉब्लम होने पर बेहतर है कि आप डॉक्टर से अपना ट्रीटमेंट करवाएं। किसी भी तरह की होम रेमेडी को अप्लाई करने से पहले पैच टेस्ट ले लें। अगर पैच टेस्ट सक्सेस हो जाए, तो इसके बाद घरेलू उपाय को आजमा सकते हैं। ऐसा ही चेहरे पर आइसिंग करने से पहले करें।"
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ब्लड सर्कुलेशन बाधित हो सकता है
हालांकि, आइसिंग करने से ब्लड फ्लो बेहतर होना चाहिए। लेकिन, वहीं अगर आप लंबे समय तक आइसिंग करते हैं, तो इससे आपकी त्वचा को नुकसान हो सकता है। डॉ. जतिन मित्तल की मानें, आइसिंग करने की वजह से ब्लड सर्कुलेशन बाधित भी हो सकता है। आपको चाहिए कि आइसिंग लंबे समय तक न करें। इसके अलावा, कुछ ऐसी एक्टिविटी करें, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर हो सकता है। ध्यान रखें कि ब्लड सर्कुलेशन सही तरह से न होने पर चेहरे पर डलनेस हो सकती है, स्किन इलास्टिसिटी प्रभावित हो सकती है और स्किन टोन भी बिगड़ सकता है।”
कैपिलरीज डैमेज हो सकती हैं
कैपिलरीज, ब्लड वेसल्स को कहते हैं। ये कुछ खास किस्म की और डेलिकेट ब्लड वेसल्स होती हैं। डॉ. जतिन मित्तल के अनुसार, "अगर आप कड़क धूप से घर में आते ही चेहरे पर आइसिंग करते हैं, तो इससे कैपिलरीज डैमेज हो सकती हैं। कैपीलरीज, ब्लड ट्रांसपोर्ट करती हैं, स्किन तक न्यूट्रिएंट्स पहुंचाती हैं और ऑक्सीजन को सेल्स तक पहुंचाने का काम करती हैं। वहीं, अगर किसी कारण वश कैपिलरीज डैमेज हो सकती हैं, तो इससे स्किन प्राभावित होती है और चेहरे की रंगत फीकी पड़ सकती है।"
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