-1766149995002.webp)
Fragrance Based Moisturizer For Sensitive Skin: सर्दियों का मौसम है, तो हर कोई अपनी स्किन पर मॉइस्चराइजर यूज कर रहा है। मॉइस्चराइजर स्किन के लिए जरूरी है। इससे स्किन हाइड्रेटेड, स्मूद और सॉफ्ट रहती है। वैसे भी सर्दियों के दिनों में स्किन ड्राई हो जाती है। इसकी वजह से इचिंग और इर्रिटेशन जैसी दिक्कतें भी पैदा होने लगती हैं। बहरहाल, मॉइस्चराइजर हर स्किन टाइप के लिए सही है। हालांकि, कई लोग फ्रेगरेंस बेस्ड मॉइस्चराइजर लगाना पसंद करते हैं। इससे पर्सनालिटी बेहतर होती है और सोशल सर्किल में कॉन्फिडेंस भी बढ़ता है। क्या आप जानते हैं कि सेंसिटिव स्किन वालों के लिए फ्रेगरेंस बेस्ड मॉइस्चराइजर सेफ नहीं होते हैं। इससे उनकी स्किन को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। आइए, राजौरी गार्डन स्थित कॉस्मेटिक स्किन क्लिनिक की कॉस्मेटोलॉजिस्ट और त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. करुणा मल्होत्रा जानते हैं इनके बारे में।
इस पेज पर:-
सेंसिटिव स्किन के लिए फ्रेगरेंस बेस्ड मॉइस्चराइजर लगाने के नुकसान
-1766150703460.jpg)
स्किन इर्रिटेशन
सेंसिटिव स्किन वालों को फ्रेगरेंस बेस्ड मॉइस्चराइजर लगाने से बचना चाहिए, क्योंकि इसकी वजह से उन्हें इर्रिटेशन या खुजली होने की समस्या हो सकती है। असल में, सेंसिटिव स्किन का मतलब है कि स्किन पहले से ही इतनी सेंसिटिव है कि किसी भी तरह के प्रोडक्ट के संपर्क में आने पर उन्हें रेडनेस, जलन या इचिंग की दिक्कत हो सकती है।
इसे भी पढ़ें: सर्दियों में सेंसिटिव स्किन को इन 5 प्रोडक्ट्स से हो सकता है नुकसान, कम करें इस्तेमाल
एलर्जिक रिएक्शन
सेंसिटिव स्किन होने पर लोगों को फ्रेगरेंस बेस्ड मॉइस्चराइजर नहीं लगाना चाहिए। इसमें कई ऐसे कंपोनेंट्स (Components) का यूज किया जाता है, जिसके संपर्क में आने एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है या एलर्जी ट्रिगर हो सकती है। हालांकि, एलर्जी इम्यून सिस्टम का रेस्पॉन्स होता है। यही कारण है कि फ्रेगरेंस बेस्ड मॉइस्चराइजर लगाने की वजह से प्रभावित हिस्से में सूजन, ड्राइनेस जैसी परेशानियां नजर आने लगती हैं।
स्किन कंडीशन का बिगड़ना
अगर पहले से ही किसी की स्किन सेंसिटव है। इस पर फ्रेगरेंस बेस्ड मॉइस्चराइजर लगाया जाए, तो संभवतः स्किन और ज्यादा सेंसिटिव हो जाए। वहीं, अगर पहले से ही कोई अन्य मेडिकल कंडीशन है, तो उसके बिगड़ने की संभावना भी बढ़ जाती है। विशेषकर, जिन सेंसिटिव स्किन वाले लोगों को सोरायसिस, एक्जिमा जैसी दिक्कत है, उन्हें तो फ्रेगरेंस बेस्ड मॉइस्चराइजर भूलकर भी नहीं लगाना चाहिए।
हाइपरपिग्मेंटेशन होना
कुछ फ्रेगरेंस बेस्ड मॉइस्चराइजर ऐसे होते हैं, जो हाइपरपिग्मेंटेशन जैसी दिक्कतों को बढ़ा सकते हैं। यही नहीं, इस तरह के मॉइस्चराइजर की वजह से स्किन डल नजर आ सकती है और अगर स्किन पर पहले से ही पैचेज हैं, तो वे बढ़ सकते हैं। इसलिए, विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि फ्रेगरेंस बेस्ड मॉइस्चराइजर सेंसिटिव स्किन वालों को नहीं लगाना चाहिए।
इसे भी पढ़ें: क्या आप भी लगाते हैं खुशबू वाला मॉइश्चराइजर? जानें त्वचा के लिए इसके 5 नुकसान
एक्ने बढ़ना
आपको जानकर हैरानी हो सकती है, लेकिन यह सच है कि जब सेंसिटिव स्किन वाले फ्रेगरेंस बेस्ड मॉइस्चराइजर लगाते हैं, तो उनमें एक्ने और पिंपल होने का रिस्क बढ़ जाता है। असल में, फ्रेगरेंस बेस्ड मॉइस्चराइजर लगाने से स्किन की नेचुरल प्रोटेक्टिव लेयर डैमेज हो सकती है, जिसकी वजह से पिंपल या कील-मुंहासों की समस्या बढ़ जाती है।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, कहने की बात ये है कि अगर किसी की स्किन सेंसिटिव है, तो उन्हें सामान्य मॉइस्चराइजर ही अपनी स्किन पर लगाना चाहिए। फ्रेगरेंस बेस्ड मॉइस्चराइजर लगाने से बचना चाहिए। विशेषज्ञ बताते हैं कि हर तरह के स्किन टाइप के लोगों को किसी भी नए स्किन प्रोडक्ट को यूज करने से पहले पैच टेस्ट लेना चाहिए। 24 घंटे इंतजार करने के बाद किसी प्रोडक्ट को अपनी रेगुलर किट में शामिल कर सकते हैं।
All Image Credit: Freepik
यह विडियो भी देखें
FAQ
सेंसिटिव स्किन पर क्या नहीं लगाना चाहिए?
सेंसिटिव स्किन पर फ्रेगरेंस बेस्ड मॉइस्चराइजर, सल्फेट, सिंथेटिक डाई जैसे प्रोडक्ट यूज नहीं करने चाहिए। सेंसिटिव स्किन में पिंपल, एक्ने होने का रिस्क बहुत ज्यादा होता है।सेंसिटिव स्किन के लिए कौन सा मॉइस्चराइजर लगाना चाहिए?
सेंसिटिव स्किन वालों को एसपीएफ युक्त मॉइस्चराइजर लगाना चाहिए। इससे उनकी स्किन सूरज की खतरनाक यूवी रेज से डैमेज होने से बच जाती हैं। साथ ही, स्किन में रैशेज, ड्राइनेस आदि का रिस्क भी कम हो जाता है।मॉइस्चराइजर के साइड इफेक्ट्स क्या हैं?
वैसे तो मॉइस्चराइजर लगाने का कोई साइड इफेक्ट नहीं है। हां, अगर आप इसे ओवर यूज करते हैं, तो इसकी वजह से रोम छिद्र बंद हो सकते हैं, मुंहासे, ब्लैकहेड्स जैसी समस्या हो सकती है।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Dec 19, 2025 18:58 IST
Published By : Meera Tagore