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7 घण्टे से कम सोने का दिमाग पर क्या पड़ता है असर? जानें कम नींद के 5 दुष्‍प्रभाव

अगर आप नींद पूरी नहीं करते हैं और 7 घंटे या उससे कम सोते हैं तो द‍िमाग पर ये 5 बुरे प्रभाव पड़ सकते हैं 
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7 घण्टे से कम सोने का दिमाग पर क्या पड़ता है असर? जानें कम नींद के 5 दुष्‍प्रभाव


नींद हमारे शरीर के ल‍िए जरूरी है। अगर आप रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद पूरी करते हैं तो कई बीमार‍ियां जैसे मोटापा, हार्ट ड‍िसीज, ड‍िप्रेशन आद‍ि समस्‍याओं से छुटकारा पा सकते हैं। कई लोग अपनी नींद पूरी नहीं करते हैं ज‍िसके चलते उन्‍हें कई शारीर‍िक और मानस‍िक समस्‍याओं का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप भी 7 घंटे या उससे कम की नींद लेते हैं तो आपकी इम्‍यून‍िटी वीक हो सकती है, द‍िमाग पर बुरा असर पड़ सकता है ज‍िसके चलते मेंटल हेल्‍थ खराब होगी और बीमार‍ियां शरीर में जगह बनाने लगेंगी। इस लेख में हम जानेंगे क‍ि कम सोने के कारण द‍िमाग पर क्‍या असर पड़ता है। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के बोधिट्री इंडिया सेंटर की काउन्‍सलिंग साइकोलॉज‍िस्‍ट डॉ नेहा आनंद से बात की।      

sleep issue

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कम सोने का द‍िमााग पर क्‍या असर पड़ता है? (How sleep deprivation affect brain)  

अगर आप नींद पूरी नहीं करते हैं और कम सोते हैं तो द‍िमााग के फंक्‍शन पर असर पड़ता है। अगर आप रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद न लें तो आपके सोचने और समझने की क्षमता भी कमजोर हो जाएगी। कम सोने के कारण मोटापा भी बढ़ता है जो क‍ि ड‍िप्रेशन का एक बड़ा कारण है। कम नींद के कारण हमारे द‍िल, द‍िमाग और वजन पर बुरा असर पड़ता है।

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7 घण्टे से कम सोने के दुष्‍प्रभाव (Side effects of sleep deprivation)

कम सोने के कारण आपके शरीर में एनर्जी की कमी रहेगी ज‍िससे आपका द‍िमाग पूरी तरह से काम नहीं कर पाएगा। इससे आपकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ खराब हो सकती है। आइए जानते हैं 7 घण्टे से कम सोने के दुष्‍प्रभाव- 

1. ड‍िप्रेशन (Depression)

नींद पूरी न होने के कारण आप ड‍िप्रेशन के लक्षण से घ‍िर सकते हैं। अन‍िद्रा की समस्‍या और ड‍िप्रेशन का गहरा नाता है। ड‍िप्रेशन के कारण अन‍िद्रा की समस्‍या होती है और अन‍िद्रा के कारण ड‍िप्रेशन हो सकता है। आपको समय पर सोने की आदत डालनी चाह‍िए और रोजाना वर्कआउट करना चाह‍िए।    

2. च‍िड़च‍िड़ापन होना (Irritability)

अगर आपकी नींद पूरी नहीं है तो आपके व्‍यवहार में बदलाव महसूस हो सकता है और आपको गुस्‍सा या च‍िड़च‍िड़ेपन की श‍िकायत हो सकती है। व्‍यवहार में बदलाव नजर आए तो आप पानी का सेवन करें और ब्रीद‍िंंग एक्‍सरसाइज प्रैक्‍ट‍िस करें। 

3. याद्दाश्‍त कमजोर होना (Weak memory) 

कम सोने के कारण आपकी याद्दाश्‍त कमजोर हो सकती है। अगर आपको अन‍िद्रा की समस्‍या हो रही है तो आपको डॉक्‍टर से जांच करवानी चाह‍िए और घर पर योगा और मेड‍िटेशन ट्राई करना चाह‍िए। 

4. कंसन्ट्रेशन पॉवर कम होना (Low concentration)

sleep problem

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अगर आप 7 घंटे या उससे कम सोते हैं तो आपके फोकस करने की क्षमता कम हो जाती है और आप चीजों पर कंसन्ट्रेट नहीं कर पाते। इसके बुरे प्रभाव से आप कोई भी नई चीज को याद रख पाने में या सीखने में असमर्थ महसूस करते हैं।    

5. मनोरोग (Mental diseases)

अगर लंबे समय तक आप अपनी नींद पूरी नहीं करेंगे तो आप मनोरोग के श‍िकार हो सकते हैं। कई तरह के फोब‍िया आपके द‍िमााग में इसी समय घर बना लेते हैं, ड‍िप्रेशन, एंग्‍जाइटी, हैलूसेनेशन, पैरोन‍िया जैसी बीमार‍ियां आपको हो सकती हैं।

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नींद पूरी कैसे करें? (How to sleep in hindi)

अगर आप अन‍िद्रा की समस्‍या से जूझ रहे हैं तो इन ट‍िप्‍स को आजमा कर देखें- 

  • रोजाना एक्‍सरसाइज करें।
  • अपनी डाइट में फाइबर र‍िच फूड्स और सीड्स को शाम‍िल करें।
  • रात को सोने से पहले स्‍क‍िम्‍ड म‍िल्‍क के साथ हल्‍दी घोलकर प‍िएं।
  • मेड‍िटेशन और डीप ब्रीद‍िंंग एक्‍सरसाइज को रूटीन में शाम‍िल करें। 

अगर आपकी भी नींद नहीं पूरी होती है या आप अन‍िद्रा की समस्‍या के श‍िकार हैं तो तुरंत डॉक्‍टर से म‍िलकर इलाज करवाएं।  

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