हाइपो थायरॉयडिज्म एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें थायरॉयड ग्लैंड कम एक्टिव हो जाती है और पर्याप्त मात्रा में थायरॉयड हार्मोन उत्पादन नहीं कर पाती। जिससे शरीर में जरूरी हार्मोन T3, T4 नहीं बन पाता। लेकिन टी एस एच हार्मोन की मात्रा बढ़ने लगती है।अगर इस स्थिति को सही से ट्रीट न किया जाए तो यह स्वास्थ्य के लिए कई समस्याएं खड़ी कर सकती है जिनमें से एक है मोटापा। अगर इस स्थिति में मोटापा बढ़ जाता है तो उसे कम कर पाना बेहद मुश्किल हो जाता है। इसलिए अगर आप भी इसी स्थिति से गुजर रहे हैं और मोटापा कम करना चाहते हैं तो आज की टिप्स आपके काफी काम आने वाली हैं। आइए जानते हैं कैसे आप हाइपो थायरॉइडिज में वजन कम कर सकते हैं।
1. एंटी इन्फ्लेमेटरी फूड का सेवन करें (Anti-inflammatory Diet)
इस प्रकार के भोजन को खाने से जोड़ों और शरीर में दर्द कम हो जाता है और साथ ही डिप्रेशन भी कम महसूस होता है। एंटी इन्फ्लेमेटरी फूड इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में भी मददगार होते हैं और यह थायरॉयड हार्मोन को अधिक बढ़ाने में मदद करते है। ऐसे खाद्य पदार्थों में हरी सब्जियां, टमाटर, नट्स, फल और ऑलिव ऑयल आदि शामिल होते हैं।
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2. सिंपल कार्ब्स और शुगर को कम कर दें (Simple Carb Diet In Hypothyroidism)
सिंपल कार्ब्स वह कार्बोहाइड्रेट होते हैं जो जंक फूड और रिफाइंड फूड में पाए जाते हैं। यह कार्ब शरीर द्वारा काफी देर से पच पाते हैं इसलिए इनका सेवन करना शरीर के लिए हानिकारक होता है। इन कार्ब्स का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी अधिक होता है। इससे शरीर में इंफ्लेमेशन बढ़ सकती है और इस कारण थायरॉयड हार्मोन और अधिक कम काम कर सकता है।
3. एक फूड डायरी बना कर रख लें (Maintain Diary)
अगर आप कैलोरीज़ को सीमित करना चाहते हैं तो आपको यह जानना चाहिए कि आप दिन में कितनी कैलोरीज़ ले रहे हैं। अगर आप खाते रहेंगे तो कैलोरीज़ की संख्या भी अचानक से काफी अधिक बढ़ जायेगी। इसलिए एक फूड डायरी बना कर रख लें और उसमें जो भी खा रहे हैं उसे रिकॉर्ड कर लें। जिससे सारे दिन की कैलोरी इनटेक का पता चल सके।
4. छोटी मील का सेवन करें (Take Small Meals)
एक साथ अधिक खाने से बेहतर है बार-बार थोड़ा खाना। हर मील में यह सुनिश्चित करें कि पर्याप्त पौष्टिक तत्व मिले हों। आपकी हर मील में प्रोटीन, कॉम्प्लेक्स कार्ब और हेल्दी फैट शामिल होने चाहिएं। अधिक हैवी और प्रोसेस्ड मील खाने से बचें। मील में काफी कम मात्रा में बाहर की चीजें और सेहत के लिए हानिकारक चीजों को शामिल करें।
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5. डॉक्टरों द्वारा बताई गई दवाई समय से जरूर लें (Take Medicine As Prescribed)
थायरॉयड हार्मोन सुबह खाली पेट ढेर सारे पानी के साथ लेना चाहिए। इसके साथ कोई अन्य दवाई न लें और सेवन करने के बाद आधे से एक घंटा इंतजार करें। इसके बाद ही ब्रेकफास्ट करें। अगर फिर भी थायरॉयड हार्मोन की मात्रा शरीर में नहीं बढ़ती है तो दवाई ले लें। दवाइयों का सेवन समय से ही करें।
6. एक्टिव रहने की कोशिश करें (Exercise Daily)
डाइट को हेल्दी रखने और कैलोरीज़ को बर्न करने के लिए एक्सरसाइज करना काफी जरूरी होता है। अगर अधिक थके हुए हैं तो एक्सरसाइज करने से हाइपो थायरॉयडिज्म में भी मदद मिलती है। अगर आप पहले ही एक्टिव रहते हैं तो भी रोजाना कुछ समय एक्सरसाइज तो जरूर ही करनी चाहिए जिससे अधिक समस्याओं का सामना न करना पड़े और वजन भी कम हो सके।
हार्मोन को नियंत्रित करने से वजन अपने आप नियंत्रित होना शुरू हो जाता है। इसलिए वजन कम करने के साथ अपने थायरॉयड हार्मोन को भी कंट्रोल करने की कोशिश करें। अगर फिर भी नतीजे न देखने को मिलें तो डॉक्टर से जरूर बात करें और अपना उपचार शुरू कर दें।
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