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Is It Bad To Do Morning Walk In Bad Air Quality: यह तो आपने सुना होगा कि मॉर्निंग वॉक करना बहुत अच्छा होता है। इससे सेहत को कई फायदे मिलते हैं। मॉर्निंग वॉक करने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है, हड्डियों को मजबूती मिलती है और मूड भी एन्हैंस होता है। विशेषज्ञ यह भी कहते हैं कि किसी भी उम्रवर्ग का व्यक्ति वॉक कर सकता है। यहां तक कि प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए भी यक एक अच्छी एक्सरसाइज है। बहरहाल, इन दिनों दिल्ली-एनसीआर जैसे शहरों में एक्यूआई का स्तर तेजी से गिर रहा है। इन पंक्तियों के लिखे जाने के समय कुछ शहरों में एक्यूआई 180 है, तो कुछ शहरों में इससे ज्यादा है। ऐसे में यह सवाल जरूर मन में उठता है कि क्या एक्यूआई के इस स्तर में वॉक करना कितना खतरनाक हो सकता है? आइए, इंदौर स्थित कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में Consultant, Pulmonary Medicine डॉ. रवि दोसी से जानते हैं खराब एक्यूआई में वॉक करने के बड़े नुकसानों के बारे में।
खराब एक्यूआई में मॉर्निंग वॉक करने के नुकसान- Disadvantages Of Morning Walk In Bad AQI
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रेस्पिरेटरी समस्याएं
डॉ. रवि दोसी कहते हैं, "खराब एक्यूआई में मॉर्निंग वॉक करने से रेस्पिरेटरी समस्याएं हो सकती हैं। असल में, एयर पल्यूशन की वजह से हवा में ऐसे पल्यूटेंट मौजूद होते हैं, जो सांस लेने के जरिए हमारे सांस नली तक पहुंच जाते हैं। इसकी वजह से सांस नली संकुचित हो जाती है, जिससे सांस लेने में तकलीफ, खांसी और जुकाम जैसी कई समस्याएं होने लगती हैं। अगर लंबे समय तक एयर क्वालिटी खराब रही, तो इसका बुरा प्रभाव दीर्घकालिक भी हो सकता है। इसकी वजह से धीरे-धीरे लंग्स कमजोर हो जाते हैं।"
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अस्थमा अटैक

डॉ. रवि दोसी का कहना है, "जिन लोगों को अस्थमा की परेशानी है, उन्हें खराब एक्यूआई में किसी भी स्थिति में मॉर्निंग वॉक नहीं करनी चाहिए। इससे न सिर्फ सेहत को नुकसान होता है, बल्कि अस्थमा अटैक आने का रिस्क भी बढ़ जाता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि हवा में पल्यूटेंट के कारण लंग्स में सूजन आ जाती है। खासकर, PM2.5 एयर पल्यूटेंट लंग्स में इरिटेशन पैदा करते हैं, जो कि अस्थमा अटैक को ट्रिगर कर सकते हैं।"
थकान महसूस होना
newsinhealth.nih में प्रकाशित एक लेख की मानें, तो खराब एक्यूआई में मॉर्निंग वॉक करने से आपकी एनर्जी का स्तर घट सकता है। असल में, सांस लेते हुए जब एयर पल्यूटेंट्स हमारे शरीर में घुस जाते हैं, तो ऐसे में सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। ऐसे में सांस लेने में अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है, जिससे शरीर को काफी एनर्जी लगती है। इसी वजह से खराब एक्यूआई में वॉक करने से थकान बढ़ सकती है। हालांकि, ऐसा एक या दो दिन में नहीं होता है। लंबे समय तक खराब एक्यूआई में मॉर्निंग वॉक करने से ऐसा हो सकता है।
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कार्डियोवास्कुलर हेल्थ पर असर

विशेषज्ञों की मानें, तो खराब एक्यूआई में वॉक करने से हार्ट हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ता है। स्वस्थ लोगों की भी कार्डियोवास्कुलर हेल्थ बिगड़ सकती है। यह बिल्कुल सही नहीं है। दरअसल, सांस लेने के जरिए पल्यूटेंट अंदर जाने की वजह से ब्लड क्लॉटिंग हो सकती है, जिससे हार्ट अटैक या स्ट्रोक का रिस्क भी बढ़ जाता है।
खराब एक्यू में वर्कआउट कैसे करें?
- नियमित रूप से एक्यूआई का स्तर चेक करें।
- खराब एक्यूआई होने पर इनडोर वर्कआउट करना सेफ होता है।
- अगर आपको वॉक करनी है, तो दिन का वह समय चुनें, जब सबसे एयर क्वालिटी में थोड़ा सुधार हो।
- एक्यूआई बिगड़ने पर आउटडोर एक्टिविटी कम करें।
- खराब एक्यूआई होने पर जब भी वॉक करें, मास्क जरूर पहनें।
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निष्कर्ष
खराब एक्यूआई में वॉक करने से कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं, जिसका जिक्र हमने इस लेख में ऊपर किया है। यह बिल्कुल सही नहीं है। अगर एक्यूआई खराब है, तो बेहतर है कि आप मॉर्निंग वॉक न करें। इसके बजाय, घर के अंदर ही वर्कआउट करें। इससे रेस्पिरेटरी हेल्थ पर नेगेटिव असर नहीं पड़ेगा और सांस लेने में दिक्कतें नहीं आएंगी।
All Image Credit: Freepik
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- Oct 31, 2025 15:23 IST Modified By : Meera Tagore
- Oct 31, 2025 15:23 IST Published By : Meera Tagore