side effects of eating butter in diabetes in Hindi: डायबिटीज होने पर अक्सर मरीजों को कुछ भी खाने से पहले उसपर विचार करना पड़ता है। डायबिटीज में आप द्वारा कोई भी गलत खाद्य पदार्थ खाए जाने पर ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकती है। डायबिटीज के मरीजों में अक्सर यह सवाल रहता है कि क्या डायबिटीज होने पर मक्खन खाना चाहिए? क्या वाकई डायबिटीज के मरीजों के लिए मक्खन खाना नुकसानदायक होता है? इस लेख में आज हम विस्तार से जानेंगे कि क्या सच में ऐसा होता है। देखा जाए तो सीमित मात्रा में मक्खन खाना डायबिटीज के रोगियों के लिए नुकसानदायक नहीं होता है।
डायबिटीज में मक्खन खाने से पहले बहुत से लोग सोच-विचार करते हैं। कुछ लोग ऐसे में मक्खन खाने से डरते हैं। हालांकि, ऐसे में ज्यादा मक्खन खाना कई तरीकों से नुकसानदायक भी हो सकता है। इसे खाने से न केवल आपका ब्लड शुगर बढ़ता है, बल्कि यह कई बार हार्ट से जुड़ी समस्याओं का भी कारण भी बन सकता है। इस बारे में ज्यादा जानकारी लेने के लिए हमने दिल्ली की डाइटिशियन प्राची छाबरा से बातचीत की।
डायबिटीज में ज्यादा मक्खन खाने के नुकसान (Diabetes me Butter Khane ke Nuksan) -
1. बढ़ सकता है मोटापा
मोटापा डायबिटीज के लिए किसी दुश्मन से कम नहीं है। यहां तक कि कुछ लोग तो मोटापे के कारण डायबिटीज का शिकार होते हैं। अगर आपकी शरीर में जरूरत से ज्यादा फैट है तो ऐसे में यह डायबिटीज की समस्या को बढ़ा सकता है। मक्खन में सैचुरेटेड फैट होते हैं, जो शरीर में वसा को बढ़ाते हैं। अगर आप डायबिटिक मरीज हैं तो ऐसे में मक्खन खाने से शरीर में फैट बढ़ने के साथ-साथ आपका ब्लड शुगर लेवल भी प्रभावित (How to Control Diabetes) हो सकता है।
2. प्रभावित हो सकता है ब्लड शुगर
बाजार में बिकने वाले मक्खन में अनहेल्दी फैट्स पाए जाते हैं, जो कहीं न कहीं आपके कोलेस्ट्रॉल को प्रभावित करने के साथ-साथ अन्य शारीरिक अंगों को भी प्रभावित कर सकता है। अगर आप मक्खन खाने के शौकीन हैं तो इसे जरूरत से ज्यादा खाने से बचें। हालांकि, सीमित मात्रा में मक्खन खाने से आपका ब्लड शुगर सीधेतौर पर नहीं बढ़ता है। मक्खन का ग्लाइसेमिक इंडेक्स आमतौर पर कम होता है, लेकिन इसे ज्यादा खाना कई बार ब्लड शुगर को प्रभावित कर सकता है।
3. हार्ट पर पड़ सकता है असर
डायबिटीज कहीं न कहीं हार्ट से भी जुड़ा होता। डायबिटीज को अगर मैनेज या कंट्रोल नहीं किया जाए तो कुछ मामलों में यह हार्ट से जुड़ी समस्याओं (How to Prevent Heart Disease) का भी कारण बन सकती है। इसलिए अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो ऐसे में मक्खन खाना कम करें। दरअसल, इसमें सैचुरेटेड फैट की भी मात्रा होती है, जिसे खाने से कोलेस्ट्रॉल और मोटापा बढ़ता है, जिससे कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर भी कई तरीकों से असर पड़ता है।
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4. बढ़ सकता है कोलेस्ट्रॉल
अगर आप डायबिटीज के मरीज नहीं भी हैं तो जरूरत से ज्यादा मक्खन खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की समस्या हो सकती है। बाजार में बिकने वाले मक्खन में अक्सर सैचुरेटेड फैट और कई बार पाम ऑयल की भी मात्रा पाई जाती है, जो शरीर में पहुंचकर कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने का काम करता है। कुछ मामलों में ज्यादा मक्खन खाने से डायबिटीज के मरीजों की आंत में भी वसा जमा हो सकता है, जो शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए, अगर आप मक्खन खा रहे हैं तो ऐसे में घर का बना मक्खन ही खाएं वह भी सीमित मात्रा में।
FAQ
क्या शुगर पेशेंट मक्खन खा सकते हैं?
जी हां, डायबिटीज के मरीज भी मक्खन खा सकते हैं, लेकिन आपको सीमित मात्रा में ही मक्खन खाना चाहिए। डायबिटीज में आप पीनट बटर खा सकते हैं।शुगर पेशेंट को सुबह नाश्ते में क्या लेना चाहिए?
शुगर पेशेंट को आमतौर पर सुबह नाश्ते में फल, सब्जियां, ड्राई फ्रूट्स, सलाद और ब्राउन राइस आदि का सेवन करना चाहिए। आपको कुछ ऐसा नहीं खाना चाहिए, जिससे ब्लड शुगर बढ़ जाए।1 दिन में कितना मक्खन खाना चाहिए?
एक दिन में आपको आमतौर पर एक से दो चम्मच मक्खन तक ही खाना चाहिए। कई बार इससे ज्यादा मात्रा में मक्खन खाना आपके लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता है।