Side Effects of Arbi leaves in hindi: भारत में अरबी के पत्तों का सेवन बड़ी मात्रा में किया जाता है। उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश जैसे क्षेत्रों में मानसून के मौसम में जब हरी सब्जियों का अभाव होता है, तो लोग अरबी के पत्तों के पकौड़े और सब्जी बनाकर खाते हैं। अरबी के पत्तों से पटोड़, पत्तौड़े, अलुची वडी, सारू जैसे कई प्रकार के व्यंजन पकाकर खाए जाते हैं। स्वाद के साथ-साथ अरबी के पत्ते औषधीय गुणों के लिए भी जानी जाती है। लेकिन कई बार जो चीज आपके लिए अच्छी होती, वो दूसरे को नुकसान पहुंचा सकती है।
कुछ ऐसा ही अरबी के पत्तों के साथ भी है। कुछ परिस्थितियों में अरबी के पत्तों का सेवन से सेहत को नुकसान हो सकता है? (Arbi Khane ke Nuksan) इन दिनों जब अरबी के पत्तों का सीजन चल रहा है, तब ये जानना जरूरी है कि इसे खाने से क्या नुकसान हो सकते हैं।
अरबी के पत्ते क्या होते हैं?- Arbi ke Patte kya hai
नई दिल्ली स्थित अंजना कालिया के डाइट क्लिनिक की आयुर्वेदिक डॉक्टर और न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. अंजना कालिया (Dr. Anjana Kalia, Ayurvedic Doctor and Nutritionist, Anjana Kalia‘s Diet Clinic, Delhi) के अनुसार, अरबी एक कंद वाली सब्जी है। अरबी के पत्तों में विटामिन ए, सी, फाइबर, आयरन, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, पॉलीफेनॉल्स और फ्लेवोनॉयड्स जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये सभी पोषक तत्व सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, अरबी के पत्ते कफवर्धक और मधुर रसयुक्त होते हैं। यह वात को नियंत्रित करते हैं परंतु कफ और पित्त को बढ़ा सकते हैं। इसलिए अरबी के पत्ते हर किसी व्यक्ति के लिए फायदेमंद नहीं होता है।
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अरबी के पत्ते खाने से नुकसान- Arbi ke Patte Khane Ke Nuksaan
आयुर्वेदिक डॉ. अंजना कालिया का कहना है कि अरबी के पत्तों को सही तरीके से न पकाया जाए तो इसमें विषाक्त पदार्थ पनप सकते हैं। इससे स्वास्थ्य को कई प्रकार के नुकसान हो सकते हैं।
1. गले में खराश या जलन- Throat Irritation
अरबी के पत्तों में प्राकृतिक रूप से कैल्शियम ऑक्सलेट क्रिस्टल (Calcium Oxalate Crystals) होते हैं। अगर अरबी के पत्तों को सही तरीके से पकाया जा न जाए, तो ये गले और जीभ में चुभन का कारण बन सकता है। अरबी के पत्ते खाने की वजह से बोलने में परेशानी और निगलने में समस्या भी हो सकती है।
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2. पाचन से जुड़ी परेशानी- Digestive problems
अरबी के पत्तों में कैल्शियम ऑक्सालेट और सूक्ष्म क्रिस्टल होने के कारण ये गैस, अपच, उल्टी, या पेट में मरोड़ की परेशानी होती है। आयुर्वेदिक डॉक्टर बताती हैं कि कमजोर पाचन वाले लोग अगर अरबी के पत्ते खाएं तो ये कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का कारण बन सकती है।
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3. किडनी स्टोन का खतरा- Risk of kidney stones
अरबी के पत्तों में ऑक्सालेट की ज्यादा मात्रा पाई जाती है। अरबी के पत्ते खाने से ये शरीर में कैल्शियम के साथ मिलकर कैल्शियम ऑक्सालेट क्रिस्टल बना सकता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन पर प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार, अरबी के पत्ते खाने वाले लोगों में किडनी स्टोर का खतरा कई गुणा ज्यादा होता है। आयुर्वेदिक डॉक्टर की मानें तो जिन लोगों को पहले से ही किडनी स्टोन की परेशानी है या किडनी से जुड़ी कोई बीमारी है, तो उन्हें अरबी के पत्तों का सेवन करने से बचना चाहिए।
4. गर्भपात का कारण- Causes of miscarriage
अरबी के पत्तों में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो गर्भपात का कारण बन सकते हैं। एक्सपर्ट बताते हैं कि प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में अरबी के पत्ते बिल्कुल भी नहीं खाने चाहिए। इससे गर्भाशय का संकुचन हो सकता है और गर्भपात का खतरा रहता है। प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में अरबी के पत्ते सावधानी और अच्छी तरह के पकाने के बाद खाए जा सकते हैं।
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5. स्किन प्रॉब्लम
कुछ लोगों को अरबी के पत्ते छूने या काटने से हाथों में जलन, खुजली या चकत्ते हो सकते हैं। अरबी के पत्तों के कारण होने वाली स्किन प्रॉब्लम भी ऑक्सलेट क्रिस्टल की वजह से होती है।
अरबी के पत्ते किसे खाने चाहिए- Who should eat arbi leaves
- इनमें आयरन और फोलिक एसिड भरपूर होता है जो हीमोग्लोबिन बढ़ाता है। एनीमिया से ग्रसित व्यक्ति को अरबी के पत्ते जरूर खाने चाहिए।
- अरबी के पत्तों में विटामिन A की होता है, जो आंखों की कार्यक्षमता को सुधारता है। आंखों की समस्या से जूझने वाले व्यक्ति को अरबी के पत्ते जरूर खाने चाहिए।
- हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, अरबी के पत्तों में फाइबर होता है। अगर इन्हें अच्छे से पकाकर खाया जाए तो ये पाचन को दुरुस्त करके कब्ज की परेशानी से राहत दिलाता है।
- कम कैलोरी और हाई फाइबर की वजह से अरबी के पत्ते पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करवाते हैं। इससे वजन कम करने और बेली फैट घटता है।
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अरबी के पत्ते किसे नहीं खाने चाहिए- Who should not eat arbi leaves
- अगर किसी व्यक्ति को किडनी स्टोन या किडनी से जुड़ी कोई बीमारी या समस्या है, तो उसे अरबी के पत्ते खाने से बचना चाहिए।
- गले में खराश, गले में दर्द, खुजली की परेशानी है होने पर भी अरबी के पत्ते खाने से बचना चाहिए।
- जिन लोगों का हीमोग्लोबिन लेवल 12 से ज्यादा हैं, उन्हें अरबी के पत्ते नहीं खाने चाहिए।
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निष्कर्ष
अरबी के पत्ते पोषणयुक्त आहार है, लेकिन ये हर किसी व्यक्ति के लिए नहीं है। अरबी के पत्तों को सही तरीके से पकाकर, सीमित मात्रा में और सही व्यक्ति द्वारा खाए जाएं तो ये फायदेमंद हो सकता है। लेकिन इसके बावजूद कुछ बीमारियों में अरबी के पत्तों का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
FAQ
अरबी पत्ता के साइड इफेक्ट्स क्या हैं?
अरबी के पत्ते को सही तरीके से पकाकर न खाया जाए तो ये गले में जलन, खराश का कारण बन सकता है।क्या अरबी की तासीर गर्म होती है या ठंडी?
आयुर्वेद के अनुसार, अरबी के पत्तों की तासीर ठंडी होती है। अरबी के पत्ते ठंड होने के कारण ही गर्मी और मानसून में ज्यादा खाए जाते हैं।अरबी के पत्ते खाने से क्या लाभ होता है?
अरबी के पत्ते खाने से कई प्रकार के लाभ होते हैं। अरबी के पत्ते में मिनरल्स, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट होता है। अरबी के पत्तों का सेवन करने से इम्यूनिटी बढ़ती है, वजन कम करने में मदद मिलती है और ये आंखों से जुड़ी समस्या भी दूर करते हैं।