Punarnava Benefits and Side Effects: पुनर्नवा का पौधा कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है। आयुर्वेद में पुनर्नवा के पौधों का इस्तेमाल कई बीमारियों का इलाज में किया जाता है। पुनर्नवा के सूखे फूल को पीसकर कई चूर्ण में मिलाकर सेवन किया जाता है। इससे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है और कई बीमारियों को दूर रखा जा सकता है।
एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, पुनर्नवा में इम्यूनो मॉड्यूलेशन, हेपेटो प्रोटेक्शन, एंटी कैंसर, एंटीडायबिटिक, एंटी-इन्फ्लेमेशन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों से बचाव करने में मदद करते हैं। आज इस लेख में हम पुनर्नवा के फायदों और नुकसान के बारे में बात करेंगे। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने दिल्ली के हेम्प स्ट्रीट मेडिकेयर की वरिष्ठ आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ. पूजा कोहली से बात की।
पुनर्नवा क्या है? – What is Punarnava in Hindi
डॉ. पूजा कोहली का कहना है कि पुनर्नवा मुख्य रूप से नाइसटैजिनेसी परिवार से संबंध रखता है। आयुर्वेद में पुनर्नवा को ऊर्जावान यानि की शक्तिशाली कहकर बुलाया जाता है। मुख्य रूप से पुनर्नवा का इस्तेमाल भारत, अफ्रीका, म्यांमार और उत्तर व दक्षिण अमेरिका में किया जाता है।
पुनर्नवा के फायदे – Benefits of Punarnava in Hindi
डॉक्टर का कहना है कि पुनर्नवा का चूर्ण बनाकर कई बीमारियों में इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन जिन लोगों को गंभीर बीमारियां हैं और वह पुनर्नवा का सेवन करना चाहते हैं, तो इसके बारे में पहले डॉक्टर से बात करें। आइए जानते हैं पुनर्नवा के फायदों के बारे में।
इसे भी पढ़ेंः ब्रेस्टफीड कराने के बाद होता है ब्रेस्ट में दर्द? एक्सपर्ट से जानें इसका कारण और राहत पाने के उपाय
1. वजन घटाने में करता है मददगार- Punarnava helps in Weight Loss
पुनर्नवा का सेवन करने से वजन घटाने में मदद मिलती है। पुनर्नवा में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। फाइबर शरीर का मेटाबॉलिज्म बूस्ट करने में मदद घटाने में सहायक होता है। डॉक्टर का कहना है कि पुनर्नवा में एंटी-ओबेसिटी गुण होते हैं, जो शरीर से एक्स्ट्रा फैट और वजन घटाते हैं। जो लोग वजन घटाना चाहते हैं वह एक सीमित मात्रा में पुनर्नवा का सेवन कर सकते हैं।
2. स्ट्रेस को करता है कम
भागदौड़ भरी लाइफ के बीच जिन लोगों तनाव ज्यादा होता है, पुनर्नवा उनके लिए भी बहुत फायदेमंद है। पुनर्नवा की जड़ में एंटीस्ट्रेस और एंटीडिप्रेसेंट गुण होते हैं जो शरीर में स्ट्रेस के लेवल को कम करते हैं। स्ट्रेस लेवल कम होने से तनाव, डिप्रेशन और अन्य प्रकार की मानसिक परेशानियों से बचा जा सकता है। पुनर्नवा का सीमित मात्रा में सेवन करने से मूड को बेहतर बनाने में भी मदद मिलती है।
3. आंखों को रखता है हेल्दी
आंखों को स्वस्थ्य बनाए रखने में भी पुनर्नवा काफी फायदेमंद होता है। पुनर्नवा में एंटीमाइक्रोबियल तत्व पाए जाते हैं जो आंखों को हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं। आंखों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए पुनर्नवा का सेवन किस तरह से और कितनी मात्रा में करना चाहिए, इसके बारे में जानने के लिए आयुर्वेदाचार्य या डॉक्टर से संपर्क करें।
इसे भी पढ़ेंः प्रेग्नेंसी में फॉलो करें डॉक्टर की ये 10 बातें, मां-शिशु रहेंगे स्वस्थ
4. डायबिटीज को करता है कंट्रोल
शरीर का ब्लड शुगर कंट्रोल करने में भी पुनर्नवा काफी फायदेमंद होता है। पुनर्नवा के इस्तेमाल से खून में ग्लूकोज का स्तर नियंत्रित हो सकता है, जिससे डायबिटीज जैसी प्रॉब्लम से बचा जा सकता है। इस औषधि में एंटीडायबिटिक गुण होते हैं, जो ब्लड शुगर स्पाइक को करने में मदद करते हैं।
पुनर्नवा के नुकसान – Side Effects of Punarnava in Hindi
पिछले कुछ सालों में एलोपैथी दवाओं के चलन की वजह से पुनर्नवा का इस्तेमाल काफी कम हुआ है। आयुर्वेदाचार्य का कहना है कि पुनर्नवा का सेवन गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान नहीं करना चाहिए। स्तनपान के दौरान अगर पुनर्नवा का इस्तेमाल किया जाए तो यह शिशु को नुकसान पहुंचा सकता है। जिन लोगों को किसी खास तरह के खाद्य पदार्थ के सेवन से एलर्जी है, वह पुनर्नवा का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
All Image Credit: Freepik.com