जंगली पोलियोवायरस मुक्त बनने के लिए रोटरी अफ्रीकी क्षेत्र को बधाई देता है, वैश्विक पोलियो उन्मूलन पहल (GPEI) में रोटरी और उसके साझेदार एक ऐतिहासिक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपलब्धि की घोषणा करने में गर्व महसूस करते हैं क्योंकि विश्व स्वास्थ्य संगठन का अफ्रीकी क्षेत्र अब जंगली पोलियो वायरस मुक्त प्रमाणित है। आपको बता दें कि अब तक छह विश्व स्वास्थ्य संगठन क्षेत्रों में से पांच अब जंगली पोलियो-मुक्त बन गए हैं।
पोलियोमुक्त बना अफ्रीकी क्षेत्र
अफ्रीका में अंतिम पोलियो देश - जिसने जीपीईआई भागीदारों, स्थानीय और राष्ट्रीय नेताओं, और पूरे अफ्रीकी क्षेत्र के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के दशकों के प्रयास के बाद जंगली पोलियोवायरस का अंतिम मामला दर्ज किया। इस पोलियो मुक्त की कोशिशों के दौरान, मौखिक पोलियो वैक्सीन की 9 बिलियन खुराक दी गई है, जिसमें से लाखों बच्चों का टीकाकरण किया गया। रोटरी और उसके सदस्यों ने अफ्रीकी क्षेत्र में पोलियो को खत्म करने के लिए लगभग यूएस $ 890 मिलियन का योगदान दिया है।
रोटरी के प्रेसिडेंट ने कि सभी स्वास्थ्यकर्मियों की सराहना
रोटरी इंटरनेशनल के प्रेसिडेंट होलगर कनक (Rotary International President Holger Knaack) ने कहा कि दुनियाभर में फैली महामारी के दौरान इस साल वैश्विक स्वास्थ्य में जश्न मनाने के लिए बहुत कम खुशखबरी है। इसके साथ होलगर बताया कि हमें इस महान उपलब्धि को पहचानना चाहिए और उन सभी लोगों की सराहना करनी चाहिए जिन्होंने अफ्रीकी क्षेत्र से जंगली पोलियो को खत्म करने के लिए काम किया है। होलगर ने कहा कि मैं पूरे अफ्रीका और दुनिया भर के उन रोटरी सदस्यों के लिए विशेष रूप से आभारी हूं जिन्होंने पोलियो को अतीत की बीमारी बनाने के लिए खुद को समर्पित किया है।
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RINPC के अध्यक्ष ने भी दी बधाई
वहीं, दूसरी ओर रोटरी इंटरनेशनल की इंडिया नेशनल पोलियोप्लस कमेटी के अध्यक्ष श्री दीपक कपूर (Mr. Deepak Kapur, Chairman, Rotary International's India National PolioPlus Committee) कहते हैं कि हम इस गंभीर जंगली पोलियो वायरस को खत्म करने के लिए अफ्रीकी क्षेत्र की सराहना करते हैं और इस काम में लगे सभी कर्मचारियों को बधाई देते हैं। इस घोषणा के साथ, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के छह में से पांच अब जंगली पोलियो-मुक्त बन गए हैं, जो उन सैकड़ों-हजारों फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए बहुत जरूरी प्रोत्साहन के रूप में हैं, जो दुनिया भर में बच्चों को सुरक्षित और प्रतिरक्षित रखने के लिए अथक संघर्ष कर रहे हैं। इसके साथ ही कोविड-19 महामारी के बीच में भी पोलियो और दूसरे जरूरी वैक्सीन-निरोधक रोगों के खिलाफ लड़ाई जारी है।
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रोटरी और पोलियो
जंगली पोलियो के खिलाफ लड़ने और उससे बचाव के लिए रोटरी ने $ 2.1 बिलियन से ज्यादा का योगदान दिया है। साल 1988 में रोटरी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ और यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड के साथ GPEI का एक गठन किया था। गेट्स फाउंडेशन और गेवी, वैक्सीन एलायंस बाद में शामिल हो गए। जब इस मुहिम को लेकर पहल शुरू हुई, तो हर साल पोलियो के 3,50,000 मामले सामने आए। जबकि आज पोलियो के मामलों में 99.9 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई है।
क्या है रोटरी ?
आपको बता दें कि रोटरी दुनिया के सबसे अधिक मानवीय चुनौतियों से निपटने के लिए समर्पित स्वयंसेवक नेताओं का एक वैश्विक नेटवर्क है। ये दुनिया के लगभग हर देश में 36,000 से ज्यादा रोटरी क्लबों से 1.2 मिलियन सदस्यों को जोड़ता हैं। इसकी सेवा स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दोनों को बेहतर बनाती है, अपने समुदायों में जरूरतमंदों की मदद करने से लेकर पोलियो-मुक्त दुनिया की ओर काम करने तक।
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