दुनियाभर में अपना कहर बरपा रहा कोरोना वायरस के आए दिन चौंकाने वाले मामले सामने आ रहे हैं। इसी बीच लोगों में इस बात का भी डर सताने लगा है कि क्या कोरोना वयारस एक बार आने के बाद दोबारा भी आ सकता है। माना जाता है कि ऐसे संक्रमण होने के बाद शरीर में प्रतिरोधक शक्ति बढ़ जाती है और दोबारा वायरस की चपेट में मरीज नहीं आता। लेकिन कोरोना वायरस के एक मरीज का मामला सबको चौंका देने वाला है। 70 साल के एक व्यक्ति को कोरोना वायरस था, वायरस से उस व्यक्ति को पूरी तरह से ठीक कर लिया गया था। लेकिन कुछ दिनों बाद उसकी जांच में फिर से कोरोना वायरस यानी कोविड-19 का टेस्ट पॉजिटिव पाया गया।
जापान के समाचार टेलीविजन चैनल एनएचके के मुताबिक, पीडित शख्स को कोविड 19 की चपेट से पूरी तरह बाहर निकाल लिया गया था। जिसके बाद उन्हें अस्पताल से भी भेज दिया था और वो बिलकुल स्वस्थ था। लेकिन कुछ दिनों बाद ही उनकी तबीयत बिगड़ गई और बुखार चढ़ने लगा। जब वो अपने इलाज के लिए अस्पताल पहुंचा तो उसकी जांच में दोबारा कोरोना वायरस पाया गया। जो डॉक्टरों को काफी परेशान करने वाला था। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिरकार क्यों कोरोना वायरस ठीक होने के बाद मरीज को इसका खतरा दोबारा क्यों होता है।
फिर से कोविड-19 होने का खतरा क्यों?
दुनियाभर के कई देश कोरोना वायरस से निपटने के लिए वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं लेकिन अभी तक कोरोना वायरस से निपटने के लिए कोई दवाई नहीं बन पाई है। ऐसे में अब डॉक्टरों के सामने एक और समस्या पैदा हो गई है कि कोरोना वायरस मरीज को फिर से हो सकता है। इस मामले पर लुई एखुआनेस स्पेनिश नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी (सीएसआईसी) में वायरस पर शोध कर रहे हैं। उन्होंने बीबीसी को बताया कि करीब 14 फीसदी मामले सामने आए हैं जिनमें पहले से वायरस से ठीक हुए लोगों में कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है। इसके साथ ही एखुआनेसस कहते हैं कि वायरस फिर से मरीज को चपेट में नहीं लेता बल्कि मरीज के शरीर में वायरस खुद को बढ़ा लेता है। जिसे बाउंसिंग बैक कहा जाता है।
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स्वस्थ होने के बाद भी हो सकता है शरीर में वायरस?
कई ऐसे वायरस या फिर संक्रमण होते हैं जो ठीक होने के बाद भी कुछ समय तक शरीर में रहते हैं। एखुआनेस के मुताबिक, किसी भी व्यक्ति के स्वस्थ होने के बाद जब उसकी जांच की जाती है और वो नेगेटिव पाई जाती है तो ऐसे में डॉक्टर समझते हैं कि मरीज इस वायरस से छुटकारा पा चुका है और उसका शरीर इस वायरस से ल़ड़ने के लिए तैयार हो गया है। लेकिन वायरस कई बार शरीर में ऐसे टीशू में छिप जाते हैं जिन्हें पकड़ना काफी मुश्किल होता है। जिसके बाद ये वायरस अपने आपको शरीर में फिर से फैलाने में सफल हो जाते हैं।
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दोबारा वायरस लौटने का कितना खतरा?
विश्व में अब तक सबसे खतरनाक और जानलेवा वायरस कोरोना वायरस है, चीन से शुरू हुए इस वायरस की रोकथाम के लिए कई देश इसकी दवाई को बनाने के दावे जरूर कर रहे हैं लेकिन अब तक इसको रोकने के लिए कोई भी वैक्सीन तैयार नहीं हुई है। ऐसे में कोरोना वायरस के फिर से मरीज में लौटने की संभावना को लेकर डॉक्टर एक बार फिर परेशा हैं। मैड्रिड के कार्लोस हेल्थ इंस्टीट्यूट में बतौर शोधकर्ता काम कर रहें हैं इज़िडोरो मार्टिनेज़ कहते हैं कि कोरोना वासरस का फिर से उसी व्यक्ति में लौटना कोई नई बात नहीं लेकिन कोविड 19 बहुत ही जल्द मरीज को फिर से अपना शिकार बना रहा है। मार्टिनेज ने बताया कि अगर दो साल में फिर से महामारी जैसे हालात बनते हैं तो ये वायरस आपको फिर से संक्रमित कर सकता है। लेकिन आमतौर पर किसी भी संक्रमण या वायरस से ठीक होने के बाद मरीज को वो संक्रंमण या वायरस नहीं होता। फिलहाल, अब दुनियाभर में वायरस से बचने के लिए वैक्सीन के साथ ही ये समस्या भी आ गई है कि क्या कोरोना वायरस से किसी मरीज को ठीक किया जाता है तो क्या उसमें दोबारा कोविड-19 का खतरा होता है।
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