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क्या जिन लोगों को बूस्टर डोज लगी है, उनको भी कोविड हो सकता है? डॉक्टर से जानें

देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस का नया वैरिएंट लोगों को संक्रमित करने लगा है। ऐसे में आगे जानते हैं कि क्या वैक्सीन की बूस्टर डोज लेने वाले लोगों को भी कोरोना हो सकता है?
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क्या जिन लोगों को बूस्टर डोज लगी है, उनको भी कोविड हो सकता है? डॉक्टर से जानें


Are People With Booster Dose More Prone To Get Covid: कोरोना का संक्रमण आज भी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। देश में दोबारा से कोरोना के नए वैरिएंट के फैलने की बात सामने आ रही है। नए वैरिएंट के मामले दिल्ली और एनसीआर में भी देखने को मिले, जिसको लेकर बीते कुछ दिनों पहले दिल्ली सरकार ने अपनी एडवाइजरी जारी कर लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी थी। बुजुर्गों और बच्चों के अलावा जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है उनको भी कोरोना के संक्रमण का जोखिम अधिक होता है। ऐसे में कई बार कुछ लोगों के मन में प्रश्न उठता है कि क्या कोरोना की बूस्टर डोज लेने वालों को भी कोरोना होने का खतरा होता है? इस लेख में दिल्ली के अपोलो डायग्नोस्टिक्स के कंसल्टेंट मॉलिक्यूलर बायोलॉजिस्ट डॉ. प्रणव गुप्ता से जानते हैं कि क्या बूस्टर डोज वाले लोगों को भी कोरोना हो सकता है?

क्या बूस्टर डोज के बाद भी कोविड हो सकता है? - Chances of getting COVID after booster in Hindi

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई लोगों में मन में प्रश्न उठ रहा है कि क्या कोरोना वैक्सीन लेने या कोरोना की बूस्टर डोज लेने के बाद भी कोरोना हो सकता है। इस पर डॉक्टर गुप्ता बताते हैं कि बूस्टर डोज लेने वालों को भी कोरोना का खतरा हो सकता है। कोविड-19 बूस्टर खुराक प्राप्त करने वाले व्यक्तियों में अभी भी वायरस का संक्रमण हो सकता है। हालांकि, यह समझना महत्वपूर्ण है कि बूस्टर डोज प्रतिरक्षा प्रणाली की रक्षा को काफी मजबूत करती है और गंभीर बीमारी, अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु के जोखिम को कम करती है। बूस्टर शॉट्स सहित कोविड-19 की वैक्सीन शरीर को वायरस से अधिक प्रभावी ढंग से लड़ने के लिए तैयार करने के लिए डिजाइन किए गए हैं, लेकिन कोई भी टीका संक्रमण के खिलाफ 100% सुरक्षा की गारंटी नहीं दे सकता है। (What percentage of people are still getting COVID shots)

Are People With Booster Dose More Prone To Get Covid

कोरोना का वायरस लगातार विकसित हो रहा है, जिसमें ओमिक्रॉन और इसके नए वेरिएंट सामने आ रहे हैं। ये वेरिएंट आंशिक रूप से प्रतिरक्षा से बच सकते हैं, लेकिन गंभीर संक्रमण की संभावना अधिक होती है। फिर भी, वैक्सीन लेने वाले और बूस्टर डोज लेने वाले व्यक्ति आमतौर पर हल्के लक्षणों का अनुभव करते हैं और बिना वैक्सीन लेने वाले लोगों की तुलना में तेजी से ठीक होते हैं। खुद को और दूसरों को सुरक्षित रखने के लिए बूस्टर लेना बहुत महत्वपूर्ण है। यह लोगों में वायरस को फैलने से रोकने में मदद करता है।

बूस्टर डोज किन्हें जरूर लगवानी चाहिए? - Who should definitely get the booster dose?

सरकार और स्वास्थ्य संगठन बूस्टर डोज को खासकर आगे बताए लोगों के लिए जरूरी मानते हैं।

  • 60 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग
  • गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोग (डायबिटीज, किडनी, हार्ट रोग)
  • फ्रंटलाइन वर्कर्स (डॉक्टर्स, नर्स, पुलिस आदि)
  • इम्यून सिस्टम कमजोर होने वाले मरीज (कैंसर, एचआईवी आदि)

इसे भी पढ़ें: लगातार बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले, दिल्ली सरकार ने जारी की एडवाइजरी

Chances of getting COVID after vaccine: बूस्टर डोज कोविड से पूरी तरह सुरक्षा की गारंटी नहीं है, लेकिन यह निश्चित रूप से गंभीर लक्षणों, अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु के जोखिम को काफी हद तक कम करने में सहायक हो सकती है। यह एक तरह की 'शील्ड' की तरह काम करती है जो वायरस से लड़ने में शरीर की मदद करती है। ज्यादा भीडभाड़ वाली जगहों पर जानें से बचें और मुंह को मास्क से कवर करें। इसके अलावा, बाहर से आने पर हाथ धोना न भूलें।

FAQ

  • कोरोनावायरस के लिए क्या सावधानी बरतनी चाहिए?

    खांसते और छींकते समय टिशू से मुंह ढकें, टिशू को फेंक दें और फिर तुरंत हाथ धो लें। साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोएं या अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें। 
  • कोरोना के क्या कारण होते हैं?

    COVID-19 का कारण बनने वाला वायरस आमतौर पर निकट संपर्क में रहने वाले लोगों के बीच तरल पदार्थ की छोटी बूंदों के माध्यम से हवा के माध्यम से फैलता है।
  • कोरोना मरीजों के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं? 

    कोरोना होने पर व्यक्ति को सर्दी जुकाम रहता है। इसके साथ ही, नाक बंद होना, बुखार आना और खाने का स्वाद नहीं आता है। इसके अलावा, कुछ लोगों को सांस लेने में परेशानी हो सकती है।

 

 

 

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