Covid-19 Nasal Vaccine: अब नाक के अंदर लगेगी कोविड-19 की वैक्सीन, IIL ने की घोषणा

इस वैक्सीन को बनाने वाले वैज्ञानिकों को कहना है कि नाक से लेने वाली वैक्सीन इंजेक्शन के मुकाबले ज्यादा असरदार है।  
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Covid-19 Nasal Vaccine: अब नाक के अंदर लगेगी कोविड-19 की वैक्सीन, IIL ने की घोषणा

Covid 19 Nasal Vaccine to be Available Soon Report in Hindi: कोरोना वायरस के कारण अब तक दुनियाभर में लाखों लोग अपनी जान गवां चुके है। 3 साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है, लेकिन दुनिया के लोगों के बीच कोरोना का खतरा अब तक टला नहीं है। अब भी दुनिया के विभिन्न देशों में कोरोना के नए वेरिएंट्स निकलकर सामने आ रहे हैं। कोरोना से बचाव का एकमात्र तरीका है वैक्सीनेशन। कोरोना वायरस से बचाव के लिए अब तक जो वैक्सीन डेवलप हुई है, वो सूई के जरिए लोगों को दी जा रही है। लेकिन कुछ वक्त पहले ही इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड (आईआईएल) ने कोरोना वायरस के खिलाफ इंट्रानेजल (नाक से दी जाने वाली) वैक्सीन को विकसित किया है। आईआईएल की ओर जारी किए गए बयान में कहा गया है कि बिना सूई के नाक के जरिए दिए जाने वाली कोरोना वैक्सीन ऑस्ट्रेलिया के ग्रिफिथ विश्वविद्यालय के सहयोग से विकसित की गई है। यह वैक्सीन जल्द ही बाजार में आम लोगों की उपलब्ध कराई जाएगी।

आईआईएल के प्रबंध निदेशक के. आनंद कुमार ने नाक से दी जाने वाली कोरोना वैक्सीन की जानकारी देते हुए कहा कि यह महामारी से लड़ाई के खिलाफ एक बड़ा कदम होने वाली है। उन्होंने कहा कि नाक से दी जाने वैक्सीन सूई के जरिए दिए जाने वाले से ज्यादा इफेक्टिव होगी। के. आनंद ने कहा, नाक के जरिए कोरोना वैक्सीन को बनाने का मुख्य उद्देश्य कोरोना वैक्सीनेशन की दर को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना और कोरोना के खतरे से आम लोगों को बचाना है।

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Mylab, Serum Institute Successfully Launch India's First Nasal Vaccine  NASOVAC S4 For Inluenza | OnlyMyHealth

कोरोना से हर सप्ताह 1700 से मौतें

आईआईएल की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि आज के समय में भी दुनियाभर में हर सप्ताह 1700 लोगों की मौत का कारण कोरोना वायरस ही है। इस संक्रमण से बचाव के लिए लोगों का वैक्सीनेशन करना बहुत जरूरी है। नाक से दी जाने वाली वैक्सीन को विकसित करने का मुख्य उद्देश्य उन लोगों तक सुरक्षा को पहुंचाना हैं, जिन्हें रेगुलर सुई से डर लगता है या वह सुई के कारण वैक्सीन नहीं लेना चाहते हैं।

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ऐसा कहा जा रहा है नाक से दी जाने वाली कोरोना वैक्सीन बच्चों और उन बुजुर्गों के लिए भी फायदेमंद साबित होगा, जो किन्हीं कारणों से वैक्सीनेशन सेंटर तक नहीं पहुंच पाते हैं। जानकारी के लिए बता दें कि वर्तमान में भारत में कोरोना की दो वैक्सीन उपलब्ध है। इस संक्रमण से बचाव के लिए सभी लोगों को वैक्सीन की 2 डोज दी गई है। वहीं, बीमार, कमजोर इम्यूनिटी और बुजुर्गों को कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज भी दी जा रही है।

All Image Credit: Freepik.com

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