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महिलाओं के लिए टेस्टोस्टेरोन हार्मोन क्यों जरूरी होता है? जानें कितना होना चाहिए इसका सामान्य स्तर

Testosterone in Females: महिलाओं की सेहत के लिए टेस्टोस्टेरोन हार्मोन बहुत जरूरी होता है। यह महिलाओं के मूड को बेहतर बनाने और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है।
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महिलाओं के लिए टेस्टोस्टेरोन हार्मोन क्यों जरूरी होता है? जानें कितना होना चाहिए इसका सामान्य स्तर


Testosterone in Females in Hindi: टेस्टोस्टेरोन पुरुषों के साथ ही, महिलाओं में भी पाया जाने वाला हार्मोन है। यह महिला स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी होता है। आपको बता दें कि टेस्टोस्टेरोन एक मेल सेक्स हार्मोन (Male Sex Hormone) है। यानी पुरुषों में इस हार्मोन का स्तर अधिक मात्रा में पाया जाता है। हालांकि, महिलाओं में भी टेस्टोस्टेरोन होता है, जो उनके स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है। टेस्टोस्टेरोन पुरुषों और महिलाओं, दोनों के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। महिलाओं की सेहत के लिए टेस्टोस्टेरोन हार्मोन बहुत जरूरी होता है। यह महिलाओं के मूड को बेहतर बनाने और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। इतना ही नहीं, टेस्टोस्टेरोन हार्मोन कामेच्छा को बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाता है। आइए, हार्मोन्स एंड फर्टिलिटी विशेषज्ञ डॉ जैनाब से जानते हैं कि महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की भूमिका क्या होती है?

महिलाओं के लिए टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की भूमिका- Role of Testosterone in Females

  • भले ही टेस्टोस्टेरोन एक मेल सेक्स हार्मोन है, लेकिन यह महिलाओं के शरीर में भी अहम भूमिका निभाता है। टेस्टोस्टेरोन हार्मोन महिलाओं के शरीर में कई कार्यों के लिए जरूरी होता है।
  • यह हार्मोन कामेच्छा और यौन इच्छा को बनाए रखने में मदद करता है।
  • टेस्टोस्टेरोन हार्मोन (Testosterone Hormone) हड्डियों के घनत्व और मांसपेशियों की ताकत को बनाए रखने का काम करता है। जब शरीर में इस हार्मोन का स्तर सामान्य बना रहता है, तो इससे ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम भी कम होता है।
  • टेस्टोस्टेरोन हार्मोन पीरियड्स में भी अहम भूमिका निभाता है। इस हार्मोन के असंतुलित होने पर मासिक धर्म चक्र अनियमित हो सकते हैं।
  • इतना ही नहीं, टेस्टोस्टेरोन हार्मोन महिलाओं में प्रजनन क्षमता (Testosterone in Females in Hindi) के लिए भी जरूरी होता है। यह प्रजनन स्वास्थ्य में भी अहम भूमिका निभाता है।
  • शरीर में कम टेस्टोस्टेरोन का स्तर फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याओं का कारण भी बन सकता है।
  • महिलाओं के मूड और ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने के लिए भी टेस्टोस्टेरोन हार्मोन अहम भूमिका निभाता है।
 

महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन का सामान्य स्तर कितना होना चाहिए?

महिलाओं में, अंडाशय टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन करते हैं। आपको बता दें कि महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन का सामान्य स्तर 15-70 नैनोग्राम प्रति डेसीलीटर होना चाहिए। अगर इस हार्मोन का स्तर इससे कम या अधिक होता है, तो महिलाओं को कई तरह की समस्याओं से भी जूझना पड़ सकता है।
क्या महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन में उतार-चढ़ाव होता है?

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महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन में उतार-चढ़ाव होता रहता है। महिला के टेस्टोस्टेरोन का स्तर जीवनभर अलग-अलग चरणों में उतार-चढ़ाव होता रहता है। मासिक धर्म चक्र के दौरान भी टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर बदलता रहता है। आपको बता दें कि नई रक्त कोशिकाओं, सेक्स ड्राइव और कई अन्य कारणों की वजह से टेस्टोस्टेरोन के स्तर में बदलाव हो सकता है।

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