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महिलाओं में एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन्स का नॉर्मल लेवल कितना होना चाहिए? डॉक्टर से जानें

महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव होते रहते हैं। महिलाओं के हार्मोन का स्तर ऊपर नीचे हो सकता है। आगे जानते हैं महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजन का नॉर्मल लेवल क्या होना चाहिए?
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महिलाओं में एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन्स का नॉर्मल लेवल कितना होना चाहिए? डॉक्टर से जानें


महिलाओं के शरीर में कई तरह हार्मोन्स होते हैं। सेहतमंद रहने के लिए हार्मोन का संतुलन बेहद आवश्यक होता है। हार्मोन न केवल महिलाओं की प्रजनन क्षमता बल्कि उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण होती है। हार्मोन शरीर में केमिकल्स मैसेंजर्स की तरह कार्य करते हैं। हार्मोन ग्लैंड के द्वारा बनाए जाते हैं और ब्लड में भेजे जाते हैं। शरीर में 50 से अधिक हार्मोन्स अलग-अलग तरह के कार्य के लिए आवश्यक होते हैं। यह शरीर की ग्रोथ, मेटाबॉलिज्म और रिप्रोडक्टिव हेल्थ और मूड के लिए आवश्यक होते हैं। इस लेख में नारायणा अस्पताल के इंटनरल मेडिसिन और सीनियर कंसल्टेंट डॉ. पंकज वर्मा से जानते हैं कि महिलाओं में एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का नॉर्मल स्तर क्या होता है? 

महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन का सामान्य स्तर कितना होता है? - What is Normal Testosterone Level For Woman In Hindi 

टेस्टोस्टेरोन एक एंड्रोजन हार्मोन है, जो आमतौर पर पुरुषों के साथ जुड़ा होता है, लेकिन महिलाओं के शरीर में भी यह पाया जाता है। यह हार्मोन महिलाओं में हड्डियों की ताकत, मांसपेशियों का ग्रोथ, और यौन स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन (Normal Testosterone Level) का स्तर पुरुषों की तुलना में काफी कम होता है। आम तौर पर महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन का सामान्य स्तर 15 से 70 नैनोग्राम प्रति डेसीलीटर (ng/dL) के बीच होता है। जैसे जैसे महिलाओं की उम्र बढ़ती है, टेस्टोस्टेरोन का स्तर धीरे-धीरे कम हो सकता है, विशेष रूप से मेनोपॉज के बाद यह तेजी से कम हो सकता है। 

testosterone and estrogen level in woman

महिलाओं में एस्ट्रोजन का सामान्य स्तर क्या होना चाहिए? - What is Normal Estrogen Level For Woman In Hindi

एस्ट्रोजन एक प्रमुख महिला हार्मोन है जो महिलाओं में मासिक धर्म चक्र, यौन क्रिया और प्रजनन प्रणाली को नियंत्रित करता है। इसके अलावा, यह बोन डेंसिटी और हृदय स्वास्थ्य में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। महिलाओं में एस्ट्रोजन के स्तर में मासिक धर्म चक्र के दौरान काफी उतार-चढ़ाव होता है।

मासिक धर्म चक्र के दौरान एस्ट्रोजन का स्तर क्या होता है?  - Normal Estrogen Level in Hindi

  • फोलिक्यूलर स्टेज (चक्र के पहले आधे हिस्से में): एस्ट्रोजन का स्तर 20 से 150 पिकोग्राम प्रति मिलीलीटर (pg/mL) तक हो सकता है।
  • ओव्यूलेशन के दौरान: यह स्तर 200 से 400 पिकोग्राम प्रति मिलीलीटर (pg/mL) तक बढ़ सकता है।
  • ल्यूटियल चरण ( चक्र के आधे हिस्से में): स्तर 100 से 200 पिकोग्राम प्रति मिलीलीटर (pg/mL) तक रहता है।
  • मेनोपॉज के बाद: एस्ट्रोजन का स्तर 10 से 20 पिकोग्राम प्रति मिलीलीटर (pg/mL) तक गिर सकता है।

टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजन का स्तर नॉर्मल कैसे करें? - How To Improve Testosterone And Estrogen Hormones Level In Hindi 

  • इसके लिए आप डाइट में संतुलित आहार जैसे प्रोटीन, फाइबर, और हेल्दी फैट शामिल करें। 
  • शारीरिक गतिविधियां हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने में सहायक होती हैं।
  • ध्यान, योग, और अन्य तनाव प्रबंधन तकनीके हार्मोनल संतुलन को प्रभावित कर सकती हैं।
  • हार्मोनल संतुलन बेहतर करने के लिए आप रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद लें। 

इसे भी पढ़ें: महिलाओं की सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है एस्ट्रोजन हार्मोन का ज्यादा स्तर, जानें इसे कंट्रोल रखने के तरीके

महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजन के स्तर का संतुलन स्वस्थ जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। हार्मोनल असंतुलन कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है, इसलिए इसके लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। किसी तरह की समस्या में आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 

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