
Summer Ritucharya in Ayurveda- आयुर्वेद में हर मौसम के अनुसार आहार और विहार करने से व्यक्ति स्वस्थ और बीमारियों से दूर रह सकता है। आयुर्वेद में हर मौसम में स्वस्थ खानपान और हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए ऋतुचर्या तय किया गया है। जिसमें गर्मी के मौसम में स्वस्थ रहने लिए भी ग्रीष्म ऋतुचर्या है। गर्मियों में सूरज की तपिश बहुत तेज होती है, जो हवा को भी गर्म और रूखी बना देती है। गर्मी के मौसम में बढ़ते तापमान के कारण लोगों में डिहाइड्रेशन, लू लगना, थकावट होना और पेट से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ सकती हैं। गर्मियों में होने वाली इन स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव के लिए आयुर्वेदिक गयनेकोलॉजिस्ट डॉ. सीमा एएन ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करके ग्रीष्म ऋतुचर्या के बारे में बताया है। डॉ. सीमा के अनुसार आयुर्वेद में गर्मी के मौसम में स्वास्थ्य रहने के लिए आपको प्रकृति के साथ तालमेल बैठना जरूरी है और तीनों दोषों में संतुलन बनाए रखने के लिए आपको डाइट और डेली रूटीन में बदलाव करने की जरूरत होती है। ऐसे में आइए जानते हैं आयुर्वेद में ग्रीष्म ऋतुचर्या क्या है, जो आपको इस मौसम में स्वस्थ रहने में मदद करेंगे।
गर्मी में स्वस्थ रहने के लिए आयुर्वेदिक नियम - Ayurvedic Rules To Stay Healthy in Summer in Hindi
1. नाश्ते में भिगोई हुई किशमिश खाना
किशमिश आयरन, एंटी-ऑक्सीडेंट और पोटेशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। गर्मियों के मौसम में सुबह की शुरुआत भीगी हुई किशमिश खाने से पाचन में सुधार रहता है और ऊर्जा के स्तर को बढ़ावा मिलता है।
2. मिट्टी के बर्तन में रखें भीगी हुई वेटिवर घास का पानी पीना
मिट्टी के बर्तन में पानी डालकर उसमें वेटिवर घास भीगोकर रखने के बाद उस पानी को पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इस पानी में शीतलन गुण होते हैं, जो शरीर के तापमान को संतुलित करने और गर्मी के दिनों में शरीर को हाइड्रेट करने में मदद करते हैं।
3. हर्बल पाउडर से नहाना
चंदन, नीम और गुलाब की पंखुड़ियों जैसे सामग्रियों से बने कूलिंग हर्बल पाउडर से नहाने से स्किन को आराम मिल सकता है, इंफ्लेमेशन कम हो सकती है और गर्मी से जुड़ी समस्याओं से भी राहत मिल सकती है।
4. नारियल पानी पीना
नारियल पानी प्राकृतिक रूप से हाइड्रेटिंग और इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होता है, जो गर्मियों के दौरान आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। नारियल का पानी पसीना निकलने के कारण शरीर से निकलने मिनरल्स को वापस भरने में भी मदद करता है।
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5. डाइट में चावल, नारियल, छाछ शामिल करें
चावल, नारियल और छाछ को अपनी डाइट में शामिल करें, जो पचाने में आसन और ठंडे होते हैं और गर्मियों के लिए आदर्श खाद्य पदार्थ माने जाते हैं।
6. योग या आरामदायक एक्सरसाइज करें
योग या वॉक जैसी शारीरिक गतिविधियां तनाव कम करने, आराम को बढ़ावा देने और गर्मी के मौसम में मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।
7. सोने से पहले पैरों को ठंडे पानी में भिगोएं
शाम को अपने पैरों को ठंडे पानी में भिगोने से शरीर को ठंडक मिलती है, सूजन कम होती है और लंबे दिन के बाद पैरों में होने वाली थकान और दर्द से राहत मिलती है।
8. रात में घूमना
गर्मी के मौसम में दिन के समय वॉक या जॉगिंग करना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में आप टहलने के लिए रात का समय ही चुनें, ताकि आपके शरीर को राहत मिल सकें।
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गर्मियों के दौरान इन आयुर्वेदिक ऋतुचर्या नियमों को अपने डेली रूटीन में शामिल करने से आप खुद को ठंडा और हाइड्रेटेड रख सकते हैं, जो आपके मानसिक, शारीरिक और इमोशनल हेल्थ के लिए जरूरी है।
Image Credit- Freepik
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