
How can I get my baby Unconstipated fast: बच्चे के जन्म से लेकर एक साल की उम्र तक उसके शरीर में कई बदलाव आते हैं। ऐसे में बच्चे के शरीर का विकास हो रहा होता है। उसका शरीर खाना पचाना और पोषक तत्व सोखना सीख रहा होता है। इस दौरान कई शिशुओं को कब्ज की समस्या भी हो जाती है। हालांकि इसके भी कई कारण होते हैं। जैसे कि बच्चे को मां के दूध की जगह फॉर्मूला मिल्क देना या बच्चे के रूटीन में अचानक बदलाव आना। इसके अलावा, अगर बच्चे की उम्र 6 माह से अधिक है तो बॉडी में फाइबर और हाइड्रेशन की कमी के कारण भी कब्ज हो सकता है। ऐसे में जरूरी है बच्चे की डाइट और रूटीन पर विशेष ध्यान दिया जाए। इस बारे में जानकारी देते हुए इंटग्रेटिव हेल्थ कोच और गट हेल्थ कोच उर्वशी अग्रवाल ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है। आइए इस लेख में एक्सपर्ट से शिशुओं के लिए कुछ असरदार घरेलू नुस्खे।

शिशुओं में कब्ज की समस्या से राहत के लिए अपनाएं ये घरेलू नुस्खे- How do you treat constipation in infants
कैस्टर ऑयल से मसाज करें- Castor Oil Massage
शिशु को कब्ज होने पर कैस्टर ऑयल से मसाज करना चाहिए। आपको रात को सोते समय थोड़े-से कैस्टर ऑयल को बच्चे के पेट पर मसाज करना करना है। इससे बच्चे की पाचन क्रिया तेज होगी और बच्चे को कब्ज से राहत मिलेगी। रोज हल्के-हाथों से कैस्टर ऑयल की मसाज देने से बच्चे को जल्दी आराम मिलेगा।
हरड़ पेस्ट- Harad Paste
हरड़ एक आयुर्वेदिक हर्ब है जो बच्चे के लिए भी फायदेमंद होती है। इसके पेस्ट से बच्चे को कब्ज से राहत मिल सकती है। पेस्ट बनाने के लिए आपको हरड़ को तवे पर सेक लेना है। अब सिल बट्टे पर पीसकर इसका पेस्ट तैयार कर लें। इससे बच्चे को काफी आराम मिलेगा। इस पेस्ट को आप बच्चे को थोड़ा-थोड़ा रोज चटाएं (जीभ पर लगाएं)। इसके अलावा, अगर बच्चों के एसिडिटी, पेट दर्द या ब्लोटिंग जैसी समस्याएं रहती हैं, तो इससे उन्हें काफी राहत मिलेगी।
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शिशु को कब्ज से राहत देने के लिए अपनाएं ये टिप्स
- अगर बच्चे की उम्र 6 माह से अधिक है, तो उसकी डाइट सब्जियां जरूर एड करें। इससे बच्चे में फाइबर की कमी भी पूरी होगी।
- बच्चे की डाइट में पानी भी एड करें। ध्यान रखें कि बच्चा ठीक से पानी पीतें रहें। क्योंकि 6 माह से अधिक उम्र में बच्चे को डिहाइड्रेशन के कारण भी कब्ज हो जाता है।
- अगर आप बच्चे को फॉर्मूला मिल्क देते हैं, तो उसका ब्रैंड सोच-समझकर चुनें। अगर पुराने ब्रैंड का पाउडर इस्तेमाल करने पर बच्चे को परेशानी हो रही है, तो डॉक्टर की सलाह पर उसका मिल्क ब्रैंड बदलें।
- शिशु की लाइफस्टाइल पर गौर करें। ध्यान दें कि बच्चे की लाइफस्टाइल में क्या चीज बदलने से बच्चे की सेहत में बदलाव आया है।
- अगर बच्चे को कमजोरी भी हो रही है या बच्चा कुछ खा नहीं पा रहा, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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अगर आप बच्चे को किसी चीज की दवा देते हैं, तो आपको एक्सपर्ट की सलाह पर ही ये नुस्खे अपनाने चाहिए। अगर बच्चे को कई दिनों से कब्ज हैं, तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
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