बच्चों में सुबह स्कूल जाने से पहले पेट दर्द की शिकायत आम बात है। कई माता-पिता इसे बहाना समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह हमेशा झूठ नहीं होता। दरअसल, बच्चों में यह समस्या साइकोलॉजिकल (मनोवैज्ञानिक) कारणों से जुड़ी हो सकती है। कुछ बच्चे स्कूल जाने से पहले चिंता, डर या स्ट्रेस का अनुभव करते हैं, जो उनके पेट दर्द का असली कारण हो सकता है। इसे स्कूल एंग्जायटी (School Anxiety) या साइकोसोमैटिक डिसऑर्डर (Psychosomatic Disorder) कहा जाता है, जहां मानसिक तनाव शारीरिक लक्षणों के रूप में नजर आता है। अगर बच्चा बार-बार पेट दर्द की शिकायत कर रहा है, खासकर स्कूल के दिनों में, तो इसे हल्के में न लें। यह संकेत हो सकता है कि बच्चा किसी मानसिक दबाव से जूझ रहा है, जैसे कि पढ़ाई का तनाव, टीचर का डर, दोस्तों के साथ मतभेद या स्कूल बुलीइंग (Bullying)। माता-पिता को चाहिए कि वे इस समस्या को समझें, बच्चे की भावनाओं को जानने की कोशिश करें और डॉक्टर या साइकोलॉजिस्ट से सलाह लें। सही मार्गदर्शन से इस समस्या को दूर किया जा सकता है और बच्चे को स्कूल जाने के लिए मानसिक रूप से तैयार किया जा सकता है। इस लेख में जानेंगे इस समस्या का कारण और इसे दूर करने के तरीके। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के बोधिट्री इंडिया सेंटर की काउन्सलिंग साइकोलॉजिस्ट डॉ नेहा आनंद से बात की।
बच्चों में साइकोलॉजिकल पेट दर्द क्यों होता है?- Cause Behind Psychological Stomach Ache in Kids Before School
बच्चों का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य आपस में गहराई से जुड़े होते हैं। जब बच्चा किसी चिंता या डर का सामना करता है, तो उसका शरीर, स्ट्रेस हार्मोन (Cortisol) रिलीज करता है, जिससे पेट की मांसपेशियों में ऐंठन होती है और दर्द महसूस होता है। इसे साइकोसोमैटिक दर्द कहा जाता है, जहां मानसिक तनाव शारीरिक कष्ट के रूप में उभरता है। इसके कई कारण हो सकते हैं-
- पढ़ाई का दबाव- परीक्षा, होमवर्क या अच्छे ग्रेड न ला पाने का डर।
- बुलीइंग (Bullying)- स्कूल में किसी दोस्त या सीनियर द्वारा परेशान किया जाना।
- टीचर का डर- किसी सख्त शिक्षक से डर लगना।
- दोस्तों के साथ मन-मुटाव- क्लासमेट्स से अनबन या अकेलापन महसूस करना।
- नई जगह या बदलाव- स्कूल बदलना या नए माहौल में ढलने में कठिनाई महसूस होना।
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बच्चे को साइकोलॉजिकल पेट दर्द से कैसे बचाएं?- Psychological Stomach Ache Prevention in Kids
अगर आपका बच्चा रोजाना स्कूल जाने से पहले पेट दर्द (Stomach Ache) की शिकायत करता है और डॉक्टर की जांच में कोई शारीरिक समस्या नहीं निकलती, तो यह साइकोलॉजिकल कारणों से हो सकता है। ऐसे में माता-पिता को बच्चे की भावनाओं को समझने और सही मार्गदर्शन देने की जरूरत होती है।
1. बच्चे से खुलकर बात करें
सबसे पहले यह जानने की कोशिश करें कि वह स्कूल क्यों नहीं जाना चाहता। क्या उसे पढ़ाई का डर है, क्या किसी दोस्त से अनबन हुई है या कोई उसे परेशान कर रहा है? बच्चे की बातें ध्यान से सुनें और उसकी भावनाओं को स्वीकार करें।
2. स्कूल का माहौल समझें
स्कूल जाकर शिक्षकों से मिलें और यह जानने की कोशिश करें कि वहां बच्चा कैसा महसूस करता है। अगर कोई समस्या है, तो स्कूल प्रशासन से चर्चा करें।
3. सकारात्मक माहौल दें
पढ़ाई का अनावश्यक दबाव न डालें। आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए उसे प्रोत्साहित करें और यह भरोसा दें कि उसकी भावनाएं मायने रखती हैं।
4. रूटीन सुधारें
सुबह की भागदौड़ कम करें, पर्याप्त नींद सुनिश्चित करें और नाश्ता हेल्दी रखें ताकि बच्चा दिन की शुरुआत अच्छे मूड में कर सके।
5. विशेषज्ञ से सलाह लें
अगर समस्या बनी रहती है, तो किसी चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट या डॉक्टर से संपर्क करें ताकि बच्चे की मानसिक स्थिति को बेहतर तरीके से समझा जा सके।
अगर आपका बच्चा रोजाना स्कूल जाने से पहले पेट दर्द की शिकायत करता है, तो इसे गंभीरता से लें। यह सिर्फ एक बहाना नहीं, बल्कि मानसिक तनाव का संकेत हो सकता है।
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