
अक्सर हाल ही मां-बाप बनने वालों को बच्चे की आदतों के बारे में समझने में थोड़ा समय लगता है। इस समय बच्चा छोटा होता है इसलिए वो अपनी परेशानियों को रोकर बताता है। यदि आपका बच्चा भी बार बार रोता है तो आप परेशान होने की जगह उसकी समस्या को जानने का प्रयास करें। इस विषय पर आप घर के किसी बुजुर्ग से भी सलाह ले सकते हैं। आपका बच्चा भूख लगने या डायपर गीला होने की वजह से रो रहा है इस बारे में शुरूआत में पता लगाना मुश्किल होता है। लेकिन धीरे-धीरे आप उसके रोने की आदत को समझकर ये आसानी से जान जाते हैं कि बच्चा बार बार क्यों रो रहा है। कई बार बच्चा किसी परेशानी के चलते भी बार बार रोने लगता है। ऐसे में उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। आगे जानते हैं बच्चों के बार-बार रोने के पीछे क्या कारण हो सकते हैं।
भूख लगने पर रोना
छोटे बच्चे को जब भूख लगती है तो वह रोना शुरू कर देते हैं। लेकिन हर बार वो भूख के लिए ही रोने लगें ये जरूरी नहीं हैं। छोटे बच्चे के थोड़ी-थोड़ी देर के बाद भूख लगने लगती है। ऐसे में यदि उसको मां का दूध न मिलें तो वह रोना शुरू कर देते हैं।
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डायपर गीला होने पर रोना
बच्चे का डायपर गीला या गंद होने पर उसे बैचेनी होने लगती है। ऐसे में वो ये बताने के लिए रोना शुरू कर देता है। लेकिन अभिभावकों के डायपर को बदलने के लिए उसके रोने का इंतजार नहीं करना चाहिए। यदि डायपर ज्यादा देर तक गीला रहे तो उसकी त्वचा पर इंफेक्शन हो सकता है। इसलिए आप समय-समय पर खुद ही उसके डायपर को चैक कर लें।
पेट में दर्द होने पर
छोटे बच्चे को कोलिक की समस्या होती है। इसमें बच्चे के पेट में दर्द होता है। कोलिक की परेशानी में बच्चा तीन घंटों तक रो सकता है। यदि दूध पीलाने के बाद भी बच्चा लगातार रो रहा हो तो ये कोलिक की परेशानी हो सकती है। कुछ बच्चों को ये समस्या जन्म के बाद एक माह तक हो सकती है। इस दौरान आप बच्चे को ग्राइप वाटर देकर दर्द में राहत प्रदान कर सकती हैं। इसके अलावा डॉक्टर से भी सही सलाह ले सकती हैं।
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डकार आने में परेशानी होना
अक्सर बच्चा दूध पीने के बाद रोने लगता है। देखा जाता है कि डकार न आने की वजह से बच्चे को परेशानी होने लगती है। यदि आपका बच्चा भी दूध पीने के बाद रो रहा है तो उसको डकार दिलाएं। क्योंकि दूध के साथ हवा भी उसके पेट में चली जाती है और ऐसे में बच्चे को असहजता होने लगती है। डकार दिलाने के लिए बच्चे को गोद में उठाकर उसकी पीठ को सहलाएं।
थकान या कोई अन्य समस्या होना
थकान होने पर भी बच्चा रोने लगता है। अगर आपका बच्चा चिड़चिड़ा रहता है और रो रहा है तो हो सकता है कि उसे थकान हो रही हो। ऐसे में आप बच्चे को किसी चादर में लपेटे इससे उसे आराम मिलता है। इसके बाद आप उसे गोद में लेकर टहलें।
कई बार अन्य समस्या होने पर भी बच्चा रोने लगता है। यदि बच्चे के रोने का कोई सामान्य कारण नहीं है तो आप ऐसे में तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।