Why Does Newborn Babies Cry Soo Much in Hindi: आपने देखा होगा कि नवजात शिशु बहुत ज्यादा रोते हैं। हालांकि, यह उनका स्वभाव होता है। शिुशुओं के रोने का कोई फिक्स समय नहीं है। वे कई बार रात, कई बार दिन तो कई बार सुबह उठते ही रोने लगते हैं। वैसे तो नवजात शिशुओं का ज्यादा रोना नॉर्मल होता है। लेकिन उनके ज्यादा रोने के पीछे कई अन्य कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं। कुछ पैरेंट्स ऐसा मानते हैं कि शिशु भूख लगने की वजह से रो रहा है। लेकिन कई बार यह अन्य चीजों का भी संकेत हो सकता है। क्या आपका बच्चा भी ज्यादा रोता है? अगर, हां तो इस लेख को जरूर पढ़ें। आइये बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सईद मुजाहिद अंसारी (dr_hifive) से जानते हैं इसके पीछे के कुछ कारण।
नवजात शिशु ज्यादा क्यों रोते हैं?
- नवजात शिशुओं के रोने के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं।
- कॉलिक यानि क्रैंप्स या पेट में ऐंठन होने से भी नवजात शिशु ज्यादा रोते हैं। दरअसल, पाचन शक्ति कमजोर होने के चलते ऐसा हो सकता है।
- भूख लगने पर भी शिशुओं को रोना आता है।
- कई बार ब्रेस्टफीडिंग ज्यादा करा देना भी नवजात शिशुओं के रोने का कारण बन सकता है।
- ब्रेस्टफीडिंग के दौरान कई बच्चे हवा निगल लेते हैं, जिससे हवा शरीर में स्ट्रेच करती है और दर्द होता है।
- कई बार जेनेटिक कारणों से भी नवजात शिशु बार-बार रो सकते हैं।
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नवजात शिशुओं के रोने को कैसे मैनेज करें?
- नवजात शिशुओं में रोने की आदत को कम या मैनेज करने के लिए आपको शिशु को फीड करना है। अगर बच्चा दूध नहीं पी रहा है तो ऐसे में उसे गोद में उठाकर थोड़ा हिलाएं।
- शिशु के रोने पर आपको उसे पेट पर लेटाना चाहिए। इससे बच्चा शांत हो जाता है।
- अगर शिशु रो रहा है तो ऐसे में उसे एंटी-स्पेडमोडिक ड्रॉप्स देने से परहेज करें।
- नवजात शिशुओं का रोना स्वाभाविक होता है, इसलिए इस विषय में ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है।
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