प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में होने वाले बदलावों के कारण डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर में कई तरह की समस्याएं होती हैं। शिशु को जन्म देने के बाद महिलाओं के शरीर में कमजोरी की समस्या बहुत ज्यादा होती है। इसलिए डिलीवरी के बाद महिलाओं को डाइट का विशेष ध्यान रखना चाहिए। डिलीवरी के बाद शरीर की कमजोरी (Postpartum Weakness) प्रेगनेंसी के बाद तमाम महिलाओं की तेजी से वजन कम करने की चाहत भी होती है जिसके चलते महिलाएं तमाम तरह के डाइट का पालन करती हैं। डिलीवरी के बाद तेजी से वजन कम करने के चक्कर में महिलाएं कमजोर की समस्या का शिकार हो जाती हैं। आइये जानते हैं डिलीवरी के बाद कमजोरी से बचने के लिए डाइट टिप्स के बारे में।
डिलीवरी के बाद कमजोरी से बचने के लिए डाइट (Postpartum Weakness Diet Plan)
प्रेगनेंसी के बाद कमजोरी की समस्या से बचने के लिए महिलाओं को डाइट और एक्सरसाइज का विशेष ध्यान रखना चाहिए। स्टार हॉस्पिटल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ विजय लक्ष्मी के मुताबिक इस दौरान पर्याप्त मात्रा में कार्ब्स और प्रोटीन का सेवन और इसके अलावा पोषक तत्वों का सेवन जरूरी है। पोस्टपार्टम वीकनेस से बचने के लिए कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन आदि का सेवन ब्रेस्टफीडिंग, मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। डिलीवरी के बाद महिलाओं को डाइट में इन चीजों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।
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1. कमजोरी से बचने के लिए लिक्विड ड्रिंक्स का करें सेवन
डिलीवरी के बाद कमजोरी से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में लिक्विड ड्रिंक्स का सेवन जरूर करना चाहिए। इस दौरान शरीर को लिक्विड डाइट की जरूरत होती है। शरीर को रोजाना 6 से 10 ग्लास पानी की भी जरूरत होती है। इसलिए कमजोरी से बचने के लिए रोजाना पानी के अलावा फलों का जूस, दूध और छाछ आदि का सेवन करना चाहिए।
2. डाइट में प्रोटीन का रखें ध्यान
डिलीवरी के बाद डाइट में प्रोटीन का ध्यान जरूर रखना चाहिए। शरीर में प्रोटीन की कमी से कमजोरी की समस्या हो सकती है इसलिए खाने में दूध, पनीर, दही, मांस और मछली आदि का सेवन जरूर करना चाहिए। ब्रेस्टफीडिंग के लिए भी शरीर में प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा होना जरूरी है।
3. डाइट में फल और सब्जियों को शामिल करें
डिलीवरी के बाद महिलाओं को कमजोरी से बचने के लिए खाने में फल और सब्जियों को जरूर शामिल करें। फलों और सब्जियों में विटामिन और खनिज मौजूद होते हैं जो शरीर को हेल्दी रखने का काम करते हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को सुधारते हैं जिससे आपका शरीर पोषक तत्वों का अवशोषण सही ढंग से कर पाता है।
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4. रात को हल्का भोजन करें
कोशिश करें कि रात को आपका भोजन थोड़ा हल्का हो, रात के खाने में आप सूप, हरी पत्तेदार सब्जियां, दही इत्यादि ले सकती हैं। गर्भावस्था के बाद आपके लिए गेहूं, अनाज, दाल का पानी, दालें इत्यादि खाना बहुत अच्छा रहेगा। इससे आपके बच्चे को भी पोषण मिलेगा।
5. सुबह के नाश्ते का रखें ध्यान
सुबह के वक्त नाश्तें में इडली, डोसा या फिर ब्रेड सैंडविच खाया करें। इसके साथ ही ऐसे फल खाएं जिनमें एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हों। सुबह का नाश्ता अच्छा होने से आपके शरीर में दिन भर एनर्जी की कमी नहीं होगी और शरीर में कमजोरी की समस्या नहीं होगी।
6. विटामिन से भरपूर आहार
गर्भावस्था में आवश्यक विटामिन खासकर विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थों का गर्भावस्था के दौरान भरपूर सेवन किया जाना चाहिए। यानी गर्भवती महिला को प्रतिदिन खनिज, कैल्शियम और विटामिन की सही मात्रा अपने खाने में शामिल करनी चाहिए। इतना ही नहीं फोलिड एसिड भी बच्चे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
7. आयरन युक्त फूड्स का करें सेवन
लौह युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन भी गर्भावस्था के दौरान बहुत जरूरी है। ये न सिर्फ खून की कमी को दूर करता है बल्कि हडि्डयों को भी मजबूत करता है।
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डिलीवरी के बाद ऊपर बताई गयी डाइट टिप्स का पालन करने से कमजोरी की समस्या नहीं होती है। डाइट में पोषक तत्वों का संतुलन जरूर होना चाहिए, किसी भी तरह की समस्या होने पर चिकित्सक से सलाह जरूर लें।
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