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नए स्किनकेयर प्रोडक्ट से निकल आए दाने? समझें यह 'पर्जिंग' है या 'ब्रेकआउट', एक्सपर्ट से जानें अंतर

अक्सर जब हम नए स्किन केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं तो उसके कुछ दिनों में चेहरे पर रैशेज और दाने नजर आते हैं। ये असल में क्या है, जानते हैं इस बारे में एक्सपर्ट से सही जानकारी।
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नए स्किनकेयर प्रोडक्ट से निकल आए दाने? समझें यह 'पर्जिंग' है या 'ब्रेकआउट', एक्सपर्ट से जानें अंतर

जब भी हम कोई नए स्किन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं तो इसकी वजह से हमें त्वचा पर कुछ बदलाव नजर आते हैं। शुरुआत में कुछ मामलों में लोगों को लगता है कि एलर्जी हो रही है, रैशेज हो रहे हैं या एक्ने की समस्या हो गई है। यह स्थिति काफी घबरा देने वाली होती है क्योंकि कुछ लोगों के लिए इसकी स्पीड बहुत तेज होती है और रोज चेहरे पर कई सारे नए दाने निकल रहे होते हैं। पर असल में आपको घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि, समझने की जरूरत है कि कहीं यह आपकी त्वचा के लिए क्लींनजिंग प्रोसेस तो नहीं? दरअसल, किसी भी नए प्रोडक्ट के इस्तेमाल के बाद दो स्थितियां सामने आती हैं जिसमें से एक को पर्जिंग (Purging) कहते हैं और दूसरे को ब्रेकआउट (Breakout)। इन दोनों में अंतर क्या है, आइए आसान शब्दों में समझते हैं डॉ. संदीप अरोड़ा, डर्मेटोलॉजिस्ट, अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल दिल्ली से


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पर्जिंग और ब्रेकआउट में अंतर-Difference between Purging or Breakout

डॉ. संदीप अरोड़ा बताते हैं कि नए स्किनकेयर प्रोडक्ट इस्तेमाल करने के बाद चेहरे पर दाने निकलना एक आम समस्या हो सकती है, जिसे समझना जरूरी है कि यह पर्जिंग (Purging) है या ब्रेकआउट (Breakout)। क्योंकि कई बार देखा गया है कि लोग इसके बीच कंफ्यूज रहते हैं और फिर असर करने से पहले ही उस प्रोडक्ट को छोड़ देते हैं। इसलिए इन दोनों के बीच अंतर स्पष्ट शब्दों में समझा जाना चाहिए।

पर्जिंग क्या है-What is Purging?

पर्जिंग तब होता है जब त्वचा नए उत्पाद की वजह से अंदर से साफ होने लगती है और जो पुरानी बैक्टीरिया, तेल या मृत त्वचा थीं वह बाहर आ जाती हैं, जिससे कुछ समय के लिए दाने बन सकते हैं। यह प्रक्रिया आमतौर पर थोड़े ही समय के लिए होती है और त्वचा धीरे-धीरे बेहतर होती है। पर्जिंग का मतलब है कि उत्पाद आपकी त्वचा के लिए काम कर रहा है।

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यह असल में त्वचा की क्लींनजिंग प्रक्रिया है, जो कि ज्यादातर रेटिनोइड्स जैसे एक्सफोलिएंट्स के इस्तेमाल के बाद होती है। इसी तरह कोशिकाओं के नवीकरण को बढ़ाने वाले अन्य उत्पादों का उपयोग करने पर हो सकती है। इसकी विशेषता ही यही है कि शुरुआत में मुंहासे बढ़ जाते हैं क्योंकि ये उत्पाद बंद रोमछिद्रों को सामान्य से अधिक तेजी से सतह पर धकेल देते हैं। हालांकि, यह एक सामान्य एक्ने जैसा लग सकता है, बाद में आपको अच्छे रिजल्ट्स देखने को मिल सकते हैं।

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ब्रेकआउट क्या है-What is breakout?

दूसरी ओर, ब्रेकआउट तब होता है जब उत्पाद आपकी त्वचा के साथ मेल नहीं खाता या वह आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा रहा होता है, जिससे दाने, सूजन या जलन हो सकती है। ब्रेकआउट ज्यादा समय तक चलता है या दाने बढ़ जाते हैं। ब्रेकआउट का कारण कुछ भी हो सकता है जैसे कि एलर्जी, कोशिकाओं के बढ़ते टर्नओवर के कारण बंद रोमछिद्रों की तेजी से सफाई, तेल, गंदगी और मृत त्वचा कोशिकाओं के कारण रोमछिद्र बंद होना जाना आदि। इन सभी कारणों से आपको एक्ने की समस्या ज्यादा महसूस हो सकती है।

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कैसे समझें कि कब पर्जिंग हो रही है कब ब्रेकआउट?

अगर नए प्रोडक्ट के इस्तेमाल के बाद दाने जल्दी ठीक हो रहे हों और ज्यादा वृद्धि नहीं हो रही हो, तो यह पर्जिंग हो सकती है। लेकिन अगर दाने ज्यादा हो रहे हों, त्वचा जल रही हो या खुजली हो रही हो तो यह ब्रेकआउट हो सकता है और उत्पाद का उपयोग तुरंत बंद कर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

इन बातों का रखें ख्याल

डॉ. संदीप बताते हैं कि अपने स्किनकेयर रूटीन को धीरे-धीरे बदलना चाहिए ताकि त्वचा को नए प्रोडक्ट के अनुकूल बनने का समय मिले। साथ ही, हर नए प्रोडक्ट का पैच टेस्ट करना महत्वपूर्ण है ताकि एलर्जी या प्रतिक्रिया का पता चल सके। यह समझना जरूरी है कि हर त्वचा अलग होती है, इसलिए डॉक्टरी सुझाव के बिना बिना ज्यादा प्रयोग न करें।

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  • Dec 27, 2025 08:05 IST

    Published By : Pallavi Kumari

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