हार्ट हेल्थ पर जागरूकता बढ़ाने की पहल, आर्टेमिस अस्पताल ने ओन्लीमायहेल्थ के साथ किया वॉकथॉन और जुंबा का आयोजन

वर्ल्ड हार्ट डे से पहले आर्टेमिस अस्पताल ने गुड़गांव में वॉकथॉन और जुंबा सेशन करके दिल को सेहतमंद रखने की जानकारी दी।
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हार्ट हेल्थ पर जागरूकता बढ़ाने की पहल, आर्टेमिस अस्पताल ने ओन्लीमायहेल्थ के साथ किया वॉकथॉन और जुंबा का आयोजन


बिजी और तनावभरी जिंदगी में अक्सर लोग दिल को सेहतमंद रखना भूल जाते हैं। लोग तनाव को सिर्फ मेंटल हेल्थ तक जोड़कर देखते हैं, लेकिन लगातार तनाव में रहने से इसका दुष्प्रभाव दिल की सेहत पर भी पड़ता है। इसलिए, तनाव कम करने के लिए अक्सर डॉक्टर वॉक या अपनी किसी मनपसंद गतिविधि करने की सलाह देते हैं। इसी मकसद को लोगों को तक पहुंचाने के लिए आर्टेमिस अस्पताल ने गुड़गांव की हेरिटेज सिटी में वॉकथॉन और जुंबा सेशन रखा। इस इवेंट का मीडिया पार्टनर ओन्लीमायहेल्थ रहा। दरअसल, हर साल 29 सितम्बर को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है और इसी के मद्देनजर अस्पताल ने ओन्लीमायहेल्थ के साथ मिलकर लोगों को दिल से जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरूक करने के लिए 22 सितम्बर को इस इवेंट का आयोजन किया गया। 

जुंबा सेशन में लोगों की भागीदारी

गुड़गांव के हेरिटेज सिटी में सुबह के समय इस कार्यक्रम की शुरुआत जुंबा क्लास से की गई। इसमें खास बात ये थी कि सीनियर सिटीजन्स ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उन्होंने जुंबा के हर स्टेप को सीखने और उसे करने में काफी रुचि दिखाई। बाराखम्बा स्थित मार्डन स्कूल में काम कर रही जुंबा एक्सपर्ट डॉ. दीप्ति ने बताया कि दिमाग से तनाव को कम करने में जुंबा बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसे सिर्फ आप डांस की नजर से नहीं देख सकते बल्कि, ये हेल्थ की फिटनेस के लिए बहुत जरूरी है। इस फिटनेस डांस की सबसे अच्छी बात ये है कि इससे न सिर्फ अच्छी कसरत होती है, बल्कि सभी के चेहरे पर हंसी भी रहती है। दिल की सेहत को बेहतर रखने में ये काफी कारगर है, क्योंकि जब आप चेहरे पर हंसी रखकर शरीर की कसरत करते हो, तो स्ट्रेस अपने-आप दूर भाग जाता है।

Dr Sushant Shrivastava, cardiologist

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जुंबा करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इस बारे में बताते हुए डॉ. दीप्ति ने कहा, “जुंबा के स्टेप्स अपनी सेहत को देखते हुए करने चाहिए। टीचर की देखरेख में करना बहुत जरूरी है। हफ्ते में 4 से 5 दिन 40 से 45 मिनट तक जुंबा किया जा सकता है। अगर कोई भी स्टेप करते हुए आपको परेशानी हो रही है या फिर किसी बॉडी पार्ट पर जरूरत से ज्यादा स्ट्रेस पड़ रहा है, तो आप उस स्टेप को करने से बचें। घुटनों की दिक्कत होने पर अपने टीचर को इसकी जानकारी जरुर दें।” 

इस मौके पर जुंबा करने का आनंद लेती हुई सीनियर सिटीजन अवन्तिका ने कहा कि उन्होंने पहली बार इस तरह की कसरत की है और उन्हें ये करने में बहुत मजा आया। वहीं 68 साल के संजय पाल ने कहा कि कसरत के ये छोटे-छोटे स्टेप म्यूजिक पर करना काफी अच्छा अनुभव था। अब वह रोज म्यूजिक पर इस तरह की कसरत करने की कोशिश करेंगे।

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वॉकथॉन और एक्सपर्ट्स की सलाह

जुंबा के बाद 1 किमी और 2 किमी की वॉक रखी गई। लोगों ने इस वॉक को भी पूरा आनंद लेते हुए पूरा किया। इसके बाद आर्टेमिस अस्पताल के हार्ट और लंग ट्रांसप्लांट विभाग के चेयरपर्सन डॉ. सुशांत श्रीवास्तव ने लोगों को दिल को सेहतमंद रखने के तरीके बताए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सभी उम्र के लोगों को रोजाना कुछ न कुछ शारीरिक गतिविधियां करते रहना चाहिए। वॉक करें या किसी भी तरह की कसरत अपने डेली रूटीन में जरूर शामिल करें। साथ ही अपने खान-पान पर ध्यान दें। हमेशा सिर्फ एक ही तरह के तेल का इस्तेमाल न करें, क्योंकि कोई भी एक तेल सेहत को पूरा फायदा नहीं देता। इसके अलावा, स्ट्रेस से जितना दूर रह सकें, उतना दूर रहें।

 

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