मिर्गी एक गंभीर समस्या है, जिससे दुनियाभर में सैकड़ों लोग पीड़ित हैं। आमतौर पर इसे मानसिक विकार से भी जोड़ा जाता है। साइंस के अनुसार इसे न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर भी कहा जाता है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट की मानें तो एक नई ड्रग XEN1101 के जरिए मिर्गी के मरीजों को आराम मिल सकेगा। इसके मुताबिक यह दवा मिर्गी से ग्रसित मरीज में सीईजर फ्रिक्वेंसी को 50 प्रतिशत तक कम कर सकता है, जिससे इसके लक्षणों में कमी आती है।
हो सकती है फायदेमंद
सोमवार को जामा न्यूरोलॉजी में प्रकाशित एक स्टडी की मानें तो नई दवा XEN1101 लेने वाले मरीजों को 8 हफ्तों के भीतर सीजर फ्री होता देखा गया साथ ही उनमें मिर्गी के लक्षणों में भी कमी आई थी। दरअसल, यह दवा नर्वस सिस्टम पर अच्छा प्रभाव डालती है। इसे लेने से ब्रेन और नर्व में मौजूद सेल्स को सुचारू रूप से सिग्नल मिलता है, जिससे इस विकार में होने वाली कठिनाईयों से मरीज को राहत मिल सकती है।
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मिर्गी को समझा जाता है मानसिक विकार
मिर्गी को लेकर लोगों में अभी भी तरह-तरह की भ्रांतियां हैं। कई बार गलत धारणाओं के कारण ही मरीज की मौत हो सकती है। हालांकि, कुछ समय पहले ही बॉम्बे हाई कोर्ट ने मिर्गी के दौरे को मानसिक विकार और इसे ठीक नहीं होने वाली समझने न समझने की अपील की थी। मिर्गी की समस्या आमतौर पर ठीक नहीं होती है, जिससे मरीज को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अभी भी इसके लिए चिकित्सकों द्वारा दी जाने वाली दवाएं कई बार कारगर होती हैं तो कई बार विफल भी साबित हो सकती हैं।
मिर्गी के कारण
- मिर्गी के पीछे बहुत से कारण जिम्मेदार माने जाते हैं।
- कई बार नर्व सिगन्ल का सुचारू रूप से काम नहीं करना भी इस समस्या का कारण बन सकता है।
- सिर पर टोट लगने से भी कई बार मिर्गी का दौरा होने का खतरा रहता है।
- कई बार बच्चों में दिमाग के आकार में बदलाव होने की वजह से भी मिर्गी का दौरा पड़ सकता है।
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