ओपिओइड डिसऑर्डर एक प्रकार की समस्या है। आसान भाषा में इसे लत भी कहा जा सकता है। कई लोगों में इसे इस्तेमाल करने का बढ़ गया है। दरअसल, दर्द को मिटाने के लिए लोग इस ड्रग का इस्तेमाल करते हैं। हाल ही में यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने एक टूल को मंजूरी दी है, जिसकी मदद से ओपिओइड डिसऑर्डर का पता लगाया जा सकेगा। आइये विस्तार से जानते हैं इस डिसऑर्डर के बारे में।
ओपिओइड यूएस में बड़ी समस्या
ओपिओइड का इस्तेमाल करना किसी गंभीर समस्या से कम नहीं है। इसे इस्तेमाल करने से न सिर्फ शरीर, बल्कि मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ता है। डॉ. जेफ शुरेन, एफडीए के सेंटर फॉर रेडियोलॉजिकल हेल्थ के डायरेक्टर के मुताबिक ओपिओइड यूएस में एक बड़ी समस्या के तौर पर उभर रहा है। यूएस में इस समस्या को काफी गंभीरता से लेने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि इस सिलसिले को रोकने या फिर कम करने में एफडीए का पूरा सहयोग और पूरी तरह से सपोर्ट रहेगा।
क्या है ओपिओइड यूज डिसऑर्डर?
दरअसल, यह एक प्रकार की लत है, जिसे कई बार नार्कोटिक्स भी कहा जाता है। यह ड्रग्स और कैमिकल का एक समूह है, जिसे आमतौर पर नर्व सेल्स या नसों में हो रहे दर्द को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आमतौर पर डॉक्टरों द्वारा ओपिओइड्स को कैंसर के दर्द, सर्जरी के बाद होने वाले दर्द को कम करने, वैस्कुलर पेन को कम करने के साथ ही शरीर के अन्य किसी हिस्से में हो रहे तेज दर्द से छुटकारा पाने के लिए मरीज को दिया जाता है।
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बिना डॉक्टर की सलाह के न लें ओपिओइड
डॉक्टर द्वारा ओपिओइड केवल जरूरतमंद लोगों को ही दी जाती है। इसे बिना सलाह के लेना सेहत के लिए कई तरीकों से नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसे एक-दो बार से ज्यादा लेने पर इसकी लत लगने की भी आशंका बढ़ जाती है। यह डिप्रेशन और मूड में बदलाव होने के साथ ही साथ शरीर को कमजोर बनाने का कारण भी बन सकता है।