
First Mpox Vaccine for Children in Hindi: एमपॉक्स के मामले अभी तक पूरी तरह से थमे नहीं हैं। अभी भी कई देशों में इस वायरस के मामले सामने आ रहे हैं। एमपॉक्स अबतक कुल 120 से भी ज्यादा देशों में अपने पैर पसार चुका है। भारत में भी इस वायरस के क्लेड 1b के कई मामलों की पुष्टि की जा चुकी है। बच्चों को भी इस वायरस का जोखिम रहता है। इसे देखते हुए हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO ने बच्चों के लिए एमपॉक्स की पहली वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। हालांकि, इससे पहले भी एमपॉक्स से बचने के लिए एक वैक्सीन लॉन्च की गई है, लेकिन यह 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए थी। हालांकि, अब यह वैक्सीन केवल बच्चों के लिए बनाई गई है।
किस उम्र के बच्चों के लिए है एमपॉक्स की वैक्सीन?
कांगो में जनवरी से नवंबर तक एमपॉक्स के कुल 47 हजार मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जिसमें लगभग सभी उम्र के लोग शामिल हैं। इसमें बच्चों की भी बड़ी संख्या है। इसे देखते हुए बच्चों के लिए एमपॉक्स की वैक्सीन बनाई गई है। यह वैक्सीन एक साल और इससे उपर के बच्चों के लिए बनाई गई है। यूएन एजेंसी ने दूसरी बार एमपॉक्स की वैक्सीन को मंजूरी दी है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की ओर से यह उम्मीद की जा रही है कि इस वैक्सीन के लगाए जाने के बाद बच्चों के इम्यूनाइजेशन पर असर पड़ेगा।
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भारत में कंट्रोल है एमपॉक्स
भारत में एमपॉक्स के मामले फिलहाल कंट्रोल में हैं। पिछले दिनों भारत में इस वायरस के मामले तेजी से बढ़े थे। हरियाणा के एक युवक में एमपॉक्स के लक्षण देखे गए थे, जो भारत में एमपॉक्स का पहला मामला घोषित हुआ था। फिलहाल यूएस और यूएन में एमपॉक्स के मामलों में तेजी देखी जा रही है।
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