कैंसर और एचआईवी जैसी ऐसी कई बीमारियां हैं, जिसके लिए न तो अभी तक कोई सटीक वैक्सीन बन पाई है और न ही इसका स्थायी इलाज संभव हो पाया है। दुनियाभर में अबतक 85 मिलियन से ज्यादा लोग एचआईवी से संक्रमित हो चुके हैं। यही नहीं, इस बीमारी के चलते अबतक 40 मिलियन लोग जान तक गवां चुके हैं। हाल ही में साउथ अफ्रिका और युगांडा में एक क्लीनिकल ट्रायल में एचआईवी से लड़ने में महिलाओं के लिए एक ड्रग को 100 प्रतिशत असरदार बताया जा रहा है। इसे लेकर एक स्टडी की गई है, आइये जानते हैं इसके बारे में।
क्या कहती है स्टडी?
स्टडी के शोधकर्ताओं के मुताबिक प्री-एक्पोजर प्रोफिलैक्सिस नामक एक नया इंजेक्शन लगवाना महिलाओं के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। सालभर में 2 बार यह टीका लगवाने से महिलाओं में एचआईवी और एड्स का खतरा कम होता है। एचआईवी से लड़ने में यह इंजेक्शन लगवाना 100 प्रतिशत तक असरदार साबित होता है। वैज्ञानिकों द्वारा यह एक बड़ी खोज की गई है। लेनकापाविर नामक इस इंजेक्शन का बड़े स्तर पर ट्रायल किया जा रहा है। वैज्ञानिको के मुताबिक यह इंजेक्शन एचआईवी से बचाने में मददगार हो सकता है।
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कैसे काम करता है यह इंजेक्शन
लेनकापाविर इंजेक्शन कैप्सिड (प्रोटीन शेल) में जाकर एचआईवी को बढ़ने से रोकने में मदद करता है। इस इंजेक्शन के असर से शरीर में एचआईवी बढ़ाने वाले एंजाइमों को बचाने में मदद करता है। सालभर में इसे दो बार लगवाया जाना चाहिए। साउथ अफ्रिका में इस इंजेक्शन को लेकर 25 जगहों पर 5 हजार लोगों पर यह ट्रायल किया गया है। अन्य दवाओं और इंजेक्शन की तुलना में लेनकापाविर को ज्यादा असरदार माना जा रहा है।
एचआईवी से बचने के तरीके
- एचआईवी से बचने के लिए आपको ज्यादा सेक्शुअल पार्टनर के संपर्क में आने से बचना चाहिए।
- इसके लिए समय-समय पर एचआईवी का टेस्ट कराते रहें।
- इसके लिए आपको ड्रग और इंजेक्शन लगाने से बचना चाहिए।
- ऐसे में सेक्स करते हुए कंडोम का इस्तेमाल जरूर करें।
- अपना इंजेक्शन या नीडल किसी से भी शेयर करने से बचें।