गुलियन बेरी सिंड्रोम के कारण लोग हो रहे पैरालाइज, पेरू में लगी हेल्थ इमरजेंसी, जानें क्या है यह बीमारी

पेरू में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम के 182 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 147 को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है और 4 की मौत हो चुकी है।
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गुलियन बेरी सिंड्रोम के कारण लोग हो रहे पैरालाइज, पेरू में लगी हेल्थ इमरजेंसी, जानें क्या है यह बीमारी


Guillain Barre Syndrome In Hindi: दक्षिणी अमेरिकी राज्य पेरू ने गुलियन बेरी सिंड्रोम (Guillain Barre Syndrome) या जीबीएस के बढ़ते मामलों के बीच तीन महीने के लिए हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी है। बीते कुछ दिनों में पेरू में जीबीएस से पीड़ित लोगों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। मर्कोप्रेस न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, जून 2023 से देशभर में 182 मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें से 147 को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। लेकिन अन्य 31 अभी भर्ती हैं। वहीं, चार लोगों की इस घातक बीमारी से मौत हो चुकी है। गुलियन बेरी सिंड्रोम एक ऑटो-इम्यून डिसऑर्डर है, जो मस्तिष्‍क और स्‍पाइनल कॉर्ड की नसों पर वार करता है। इसके कारण लोग पैरालाइज भी हो रहे हैं। राष्ट्रपति दीना बुलुआर्ट ने रोगियों की देखभाल के लिए 3।27 मिलियन डॉलर की रकम आवंटित कर दी है। आइए, इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि गुलियन बेरी सिंड्रोम क्या है, इसके लक्षण और कारण-

गुलियन बेरी सिंड्रोम क्या है - What Is Guillain Barre Syndrome

गुलियन बेरी सिंड्रोम एक प्रकार का ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है। इस बीमारी में शरीर का इम्यून सिस्टम ही स्वस्थ सेल्स पर हमला करने लगता है। इस बीमारी की शुरुआत में व्यक्ति को शारीरिक कमजोरी के अलावा हाथ-पैरों में झुनझुनाहट और चींटी काटने जैसी चुभन महसूस हो सकती है। लेकिन लंबे समय तक नजरअंदाज करने पर मांसपेशियां क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, जिससे व्यक्ति लकवा (Paralysis) का शिकार हो सकता है। इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर और सांस लेने में दिक्‍कत जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

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गुलियन बेरी सिंड्रोम का कारण - Causes Of Guillain Barre Syndrome

वर्तमान समय में गुलियन बेरी सिंड्रोम के कारणों का पता लगाना मेडिकल साइंस के लिए चुनौती बना हुआ है। इसके लिए चिकित्सा जगत में कई शोध किए जा रहे हैं। लेकिन यह माना जाता है कि शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली ही मांसपेशियों को नुकसान पहुंचाती है, इसलिए इसे एक ऑटो-इम्यून डिसऑर्डर कहा जाता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर एंड स्ट्रोक के मुताबिक, "गुलियन बेरी सिंड्रोम के कुछ मामलों में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली वायरस के संक्रमण से लड़ने के लिए तंत्रिका तंत्र (Nervous System) पर हमला करती है, बैक्टीरिया और वायरस में मौजूद कुछ रसायन नर्वस सिस्टम की कोशिकाओं में मौजूद होते हैं जिनकी वजह से इम्यून सिस्टम इन पर हमला करता है।"

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गुलियन बेरी सिंड्रोम के लक्षण - Guillain Barre Syndrome Symptoms

  • हाथ-पैरों में झुनझुनी
  • सांस लेने में परेशानी
  • ब्लड प्रेशर की समस्या
  • दिल की धड़कन बढ़ना
  • शरीर में तेज दर्द
  • आंखों की पुतलियों में जलन
  • चलने-फिरने में दिक्कत

गुलियन बेरी सिंड्रोम का इलाज - Guillain Barre Syndrome Treatment

गुलियन बेरी सिंड्रोम की समस्या का अभी तक कोई सटीक इलाज नहीं मिल पाया है। हालांकि, गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों को मशीनरी सपोर्ट सिस्टम पर रखा जाता है, जिससे सांस संबंधी परेशानी बढ़ने पर मरीज का समय पर इलाज किया जा सके। इसके अलावा, डॉक्टर्स तंत्रिका तंत्र को हुए नुकसान को ठीक करने के लिए प्लाज्मा एक्सचेंज और इम्युनोग्लोबुलिन थेरेपी का सहारा भी लेते हैं। जीबीएस से बचाव के लिए नियमित और संतुलित आहार के साथ ही व्यायाम, योग और मेडिटेशन करने की सलाह दी जाती है।

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