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प्रेग्नेंसी में रोज नाद योग करने से सेहत को मिलेंगे ये 4 फायदे, जानें करने का तरीका

Nada Yoga for Pregnant Women: अगर प्रेग्नेंट महिलाएं रोजाना नाद योग करें, तो इससे उन्हें कई फायदे मिल सकते हैं। जानें, इस योग को करने का तरीका-

Anju Rawat
Written by: Anju RawatUpdated at: May 11, 2023 15:01 IST
प्रेग्नेंसी में रोज नाद योग करने से सेहत को मिलेंगे ये 4 फायदे, जानें करने का तरीका

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Nada Yoga for Pregnant Women: स्वस्थ रहने के लिए सभी लोगों को योग जरूर करना चाहिए। योग करने से आप बीमारियों से मुक्त रहेंगे और लंबी उम्र तक स्वस्थ रहेंगे। इसलिए बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों, सभी को योग का अभ्यास करना चाहिए। प्रेग्नेंसी में भी महिलाओं को अपनी जीवनशैली में योग को जरूर शामिल करना चाहिए। योग करने से प्रेग्नेंट महिलाएं एनर्जेटिक महसूस करती हैं। साथ ही, जो महिलाएं प्रेग्नेंसी में योग करती हैं, वे ज्यादा हेल्दी महसूस करती हैं। वैसे तो प्रेग्नेंसी में कोई भी योगाभ्यास किया जा सकता है। लेकिन अगर नाद योग की बात करें, तो इसे प्रेग्नेंसी में करना फायदेमंद माना जाता है। इसलिए अगर आप प्रेग्नेंट हैं, तो आपको नाद योग जरूर करना चाहिए। आपको बता दें कि नाद योग एक प्रकार का संगीत ध्यान है। इसका मतलब ध्वनि या आवाज होता है। इससे शरीर, मन और आत्मा के बीच संतुलन बना रहता है। तो आइए, साउंड एंड एनर्जी मास्टर डॉ. अंजू शर्मा से जानते हैं प्रेग्नेंसी में नाद योग करने के फायदे (Pregnancy me Nada Yoga Krne ke Fayde )- 

प्रेग्नेंसी में नाद योग करने के फायदे- Nada Yoga Benefits in Pregnancy in Hindi 

1. इम्यून सिस्टम मजबूत बने

प्रेग्नेंसी में शरीर की इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है। ऐसे में आप नाद योग करके अपनी इम्यूनिटी को बूस्ट कर सकते हैं। इम्यूनिटी बढ़ने से बीमारियों का जोखिम कम होता है। अगर आप रोजाना नाद योग करेंगे, तो इससे आपकी प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनेगी

2. चिंता और तनाव कम करे

प्रेग्नेंसी में महिलाएं चिंता और तनाव में घिरी रहती हैं। ऐसे में आप तनाव से बचने के लिए नाद योग का अभ्यास कर सकती हैं। नाद योग करने से चिंता, तनाव और अवसाद के लक्षण कम होने लगते हैं। इससे मन और शरीर शांत होता है, जिससे चिंता धीरे-धीरे कम होने लगती है।

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nada yoga benefits

3. बेहतर नींद 

अगर आपको अच्छी नींद नहीं आती है, तो आपके लिए प्रेग्नेंसी में नाद योग का अभ्यास करना बहुत फायदेमंद हो सकता है। नाद योग करने से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। साथ ही, आपको रात में आसानी से नींद आ जाती है और बार-बार नींद भी नहीं टूटती है।

4. ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रखे

नाद योग करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होने लगता है। इससे हृदय की गति नियंत्रित होती है, जिससे हृदय स्वास्थ्य बेहतर बना रहता है। प्रेग्नेंसी में खराब ब्लड सर्कुलेशन की वजह से सूजन होने लगती है। ऐसे में अगर आप रोजाना इस योग का अभ्यास करेंगे, तो इससे काफी लाभ मिलेगा। इस योग को करने से हृदय रोगों का जोखिम भी कम होता है।

नाद योग करने का तरीका – Steps to do Nada Yoga in Hindi

  • नाद योग करने के लिए सबसे पहले पैरों को क्रॉस करके बैठ जाएं।
  • इसके लिए आप पद्मासन या वज्रासन में भी बैठ सकते हैं। 
  • अब एक वाद्य संगीत बजाएं। अपने हाथों को ज्ञान मुद्रा में घुटनों पर रखें। 
  • फिर गहरी सांस लें और फिर धीरे-धीरे छोड़ें। 
  • इस दौरान आपको अपना ध्यान सिर्फ संगीत पर केंद्रित करना होता है।
  • इस अवस्था में कम से कम 20 मिनट तक रहें।
  • फिर हथेलियों को रगड़ें और आंखों पर रखें। 
  • इसके बाद धीरे-धीरे आंखें खोलें और पहली वाली अवस्था में आ जाएं।
  • आप इस योग का अभ्यास रोजाना कर सकते हैं।

आप भी प्रेग्नेंसी में नाद योग का अभ्यास कर सकती हैं। रोजाना इस योग को करने से आप स्वस्थ महसूस करेंगी। इससे आपका मन शांत रहेगा और आप तनाव से बचे रहेंगे। लेकिन इस योग को पूरे फोकस के साथ करना चाहिए, तभी आपको पूरा लाभ मिलेगा। 

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