निखरी और दमकती त्वचा आखिर किसे पसंद नहीं होती? लेकिन इसके लिए हेल्दी डाइट और हेल्दी स्किन केयर रूटीन होना बेहद जरूरी है। स्वस्थ खानपान त्वचा को बेहतर बनाए रखने में मदद करता है, तो वहीं त्वचा में निखार बनाए रखने के लिए सही देखभाल करना बेहद जरूरी है। त्वचा की देखभाल से जुड़ी कई बातें हमने बचपन से सुनी होती है, जैसे कि ऑयली स्किन के लिए मॉइस्चराइजर नहीं लगाना चाहिए या गर्मियों में केवल एंटी-बैक्टीरियल साबुन से नहाना चाहिए। लेकिन क्या यह बातें सच में सही हैं? त्वचा से जुड़े ऐसे ही कई मिथक की सच्चाई जानने के लिए हमने बात की मेरठ के स्पर्श स्किन केयर एंड लेजर सेंटर के सीईओ एंड डर्मेटालजिस्ट डॉक्टर अनुराग आर्य से, जिसे हम इस लेख के माध्यम से आपसे साझा करेंगे।
स्किन केयर से जुड़े मिथक और उनकी सच्चाई (Myths And Facts About Skin Care)
मिथक 1: त्वचा के लिए एंटी-बैक्टीरियल साबुन सबसे बेहतर है
त्वचा से सम्बन्धित यह मिथक बिल्कुल गलत है। हमारी त्वचा में प्राकृतिक रूप से बैक्टीरिया पाए जाते हैं, जो त्वचा के पीएच लेवल को बैलेंस रखने के लिए भी जरूरी है। वहीं एंटी-बैक्टीरियल साबुन का इस्तेमाल इंफेक्शन और एलर्जी कम करने के लिए किया जाता है। इसके रोज इस्तेमाल से त्वचा में एंटीबायोटिक- रेसिडेंट बैक्टीरिया पनप सकते हैं। इसलिए एंटी-बैक्टीरियल साबुन का रोज इस्तेमाल करना सेफ नहीं है।
मिथक 2: ऑयली स्किन पर मॉइस्चराइजर की जरूरत नहीं होती
त्वचा से जुड़ा यह मिथक बिल्कुल गलत है, क्योंकि ड्राई स्किन की तरह ऑयली स्किन को भी हाइड्रेशन की जरूरत होती है। ऑयली स्किन में ऑयल प्रोडक्शन ज्यादा होता है, जिससे आपको मॉइस्चराइजर की जरूरत महसूस नहीं होती। लेकिन मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करने से त्वचा को पर्याप्त हाइड्रेटेड रहने में मदद मिलती है। यह ऑयल प्रोडक्शन को बैलेंस करने में मदद करता है, जिससे स्किन पर ज्यादा ऑयल नहीं लगता।
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मिथक 3: एक्ने की समस्या केवल किशोरावस्था में होती है
अक्सर बचपने से हमने सुना होता है कि पिंपल्स की समस्या केवल किशोरावस्था के दौरान ही होती है, क्योंकि इस दौरान हमारे हार्मोन्स में बदलाव आता है। लेकिन त्वचा से जुड़ा यह मिथक बिल्कुल गलत है। एक्ने की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है। खराब खानपान, खराब जीवनशैली, वातावरण का बढ़ता प्रदूषण और त्वचा की सही देखभाल न करना भी एक्ने की समस्या का कारण बन सकता है। इसके साथ ही प्रेगनेंसी और मेनोपॉज के दौरान भी एक्ने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
मिथक 4: घर में सन्सक्रीन लगाने की जरूरत नहीं होती है
सन्सक्रीन हमारे स्किन केयर का जरूरी हिस्सा होनी चाहिए। सही एसपीएफ स्किन को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाने और हेल्दी बनाए रखने में मदद करती है। इसके इस्तेमाल से स्किन पर डार्क स्पॉट्स और डल स्किन की समस्या नहीं होती है। इसलिए अगर आप घर पर भी है, तो भी सही एसपीएफ वाली सन्सक्रीन का इस्तेमाल जरूर करें।
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मिथक 5: त्वचा की गहराई से सफाई के लिए रोज स्क्रब का इस्तेमाल करना चाहिए
कई लोगों का मानना होता है कि अगर आपको ब्लैकहैड्स और व्हाइट हैड्स की समस्या है, तो आपको रोज स्क्रब का इस्तेमाल करना चाहिए। त्वचा के बारे में यह मिथक बिल्कुल गलत है। स्क्रब का इस्तेमाल डेड स्किन सेल्स और गंदगी साफ करने के लिए किया जाता है। लेकिन अगर आप इसका इस्तेमाल रोज करते हैं, तो इससे स्किन खराब हो सकती है। इसके साथ ही त्वचा पर जलन, त्वचा का छिलना और त्वचा के संक्रमण बढ़ने की समस्या हो सकती है। इसलिए सप्ताह के केवल दो बार ही स्क्रब का इस्तेमाल करें।
एक्सपर्ट के बताए ये मिथक स्किन केयर से जुड़ी कही सुनी बातों का भ्रम तोड़ती है। अपनी स्किन के लिएन कोई भी मिथक फॉलो करने से पहले किसी स्किन केयर एक्सपर्ट से सलाह जरूर करें।
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