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Miscarriage Myths: मिसकैरेज से जुड़े इन 7 मिथकों पर क्या आप भी करते हैं भरोसा? डॉक्टर से जानें सच्चाई

Myths of Miscarriages in Hindi: किसी भी महिला के जीवन में मिसकैरेज बहुत बड़ा इमोशनल ट्रामा है, लेकिन इसे और ज्यादा दर्दनाक बना दिया जाता है, जब मिथकों को सच मान लिया जाता है। इस लेख में मिथकों से जुड़ी सच्चाई जानते हैं।
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Miscarriage Myths: मिसकैरेज से जुड़े इन 7 मिथकों पर क्या आप भी करते हैं भरोसा? डॉक्टर से जानें सच्चाई


Myths of Miscarriages in Hindi: जब भी महिला प्रेग्नेंट होती है, तो उसका सबसे बड़ा डर होता है कि कहीं मिसकैरेज ने हो जाए और शायद इसी डर के चलते वह अपनी प्रेग्नेंसी का खुलासा किसी से भी नहीं करती। मिसकैरेज को लेकर समाज में कई मिथक ऐसे हैं, जिसके चलते महिलाएं इसे छिपाती है। इससे महिलाओं पर न सिर्फ शारीरिक बल्कि भावनात्मक असर भी पड़ता है। NCBI की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में करीब 4.7% मामले मिसकैरेज के आते हैं, जिसमें से लगभग 23 फीसदी केस पहली तिमाही के होते हैं। एक तरफ प्रेग्नेंसी के शुरुआत में अपने बच्चे को खोने का गम और दूसरी तरफ मिसकैरेज के मिथकों के चलते समाज में खुद को दोषी महसूस करने जैसी स्थितियों में महिलाएं स्ट्रेस, एंग्जाइटी और डिप्रेशन का शिकार हो जाती हैं। इसलिए हमने गर्भपात से जुड़े मिथकों के फैक्ट चेक करने के लिए मुम्बई के होली फैमिली अस्पताल के स्त्रीरोग विभाग की कंसल्टेंट डॉ. मिशेल विक्टर (Dr. Michelle Victor, Consultant Obstetrics & Gynaecology at Holy Family Hospital, Mumbai) से बात की।

मिसकैरेज से जुड़े मिथक और उनकी सच्चाई - Myths and Facts About Miscarriage in Hindi

मिथक: मिसकैरेज होने पर दोबारा प्रेग्नेंसी बहुत मुश्किल होती है। - Is Pregnancy Difficult After Miscarriage in Hindi

सच्चाई: इस बारे में डॉ. मिशेल विक्टर ने कहा, “मिसकैरेज के बाद अक्सर महिलाएं इमोशनल ट्रामा से गुजरती हैं और उन्हें अपनी अगली प्रेग्नेंसी का डर रहता है। मिसकैरेज के बाद भी आमतौर पर महिलाओं को हेल्दी प्रेग्नेंसी होती है। इसलिए घबराने की कोई बात नहीं है। एक मिसकैरेज से फर्टिलिटी पर कोई असर नहीं पड़ता। इसलिए अगर किसी महिला को एक मिसकैरेज हुआ है, तो प्रेग्नेंसी को लेकर घबराना नहीं चाहिए। लेकिन अगर बार-बार गर्भपात हो रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।”

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मिथक: कसरत करने से मिसकैरेज की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। - Can Exercise Cause Miscarriages in Hindi

सच्चाई: प्रेग्नेंसी में कसरत करने को लेकर डॉ. मिशेल कहती हैं, “प्रेग्नेंसी में कसरत करना मां और शिशु दोनों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। कसरत शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें। प्रेग्नेंसी में वैसे तो मोडरेट कसरत करना सबसे सुरक्षित है, अगर डॉक्टर ने कोई और सलाह न दी हो। वॉकिंग, प्रेग्नेंसी में योग और स्विमिंग जैसी गतिविधियों से ब्लड सर्कुलेशन, मूड और पूरी सेहत पर असर पड़ता है। हाई रिस्क प्रेग्नेंसी में खासतौर से किसी भी तरह की हाई इम्पैक्ट या ज्यादा थकाने वाली कसरत नहीं करनी चाहिए। वैसे कसरत या योग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है।”

मिथक: अगर पहले से बर्थ कंट्रोल पिल्स ली है, तो मिसकैरेज हो सकता है। - Can Birth Control Pills Cause Miscarriages in Hindi

सच्चाई: डॉ. मिशेल विक्टर कहती हैं, “बर्थ कंट्रोल पिल्स ओव्युलेशन को रोकने में मदद करती है, लेकिन जब दवाइयां रोक दी जाती हैं, तो महिला प्रेग्नेंट हो सकती है। इसका मिसकैरेज से कोई संबंध नहीं है। एक बार पिल्स बंद होने के बाद शरीर के हार्मोन वापस प्राकृतिक तरीके से काम करने लगते हैं और कंसीव करने के लिए सुरक्षित है। अगर किसी महिला ने IUD डिवाइस लगाया है, तो कंसीव करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेकर उसे हटवा दें।”

मिथक: स्ट्रेस लेने से मिसकैरेज होता है। - Can Stress Cause Miscarriages in Hindi

सच्चाई: स्ट्रेस को लेकर डॉ. मिशेल कहती हैं, “रोजमर्रा का जो स्ट्रेस होता है, उसका सीधा कारण मिसकैरेज नहीं हो सकता। अगर स्ट्रेस गंभीर है, तो ये पूरी सेहत पर असर डाल सकता है, लेकिन इसकी भी कोई खास स्टडी सामने नहीं आई है जिसमें स्ट्रेस का संबंध मिसकैरेज से जोड़ा जा सके। प्रेग्नेंसी में महिला की मानसिक सेहत का अच्छा रहना बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन गर्भपात को स्ट्रेस से जोड़ना सही नहीं है। अगर किसी महिला को स्ट्रेस है, तो उसे डॉक्टर से सलाह लेकर मेडिटेशन या योग कर सकती है।”

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मिथक: सेक्स करने से मिसकैरेज हो सकता है। - Can Sex cause Miscarriage in Hindi

सच्चाई: इस बारे में डॉ. मिशेल का कहना है, “अगर प्रेग्नेंसी नार्मल है, तो सेक्स करना सुरक्षित है। यह मिसकैरेज का कारण नहीं बनता। इससे यूटरस को कोई नुकसान नहीं पहुंचता। हालांकि कुछ मामलों में अगर हाई रिस्क प्रेग्नेंसी हो, तो डॉक्टर न करने की सलाह देते हैं। इस पर विभिन्न स्टडी हुई, जिसमें सेक्शुअल इंटरकोर्स का मिसकेरेज से कोई लिंक सामने नहीं आया है।”

मिथक: अल्ट्रासाउंड या इंटरनल वजाइनल चेकअप से मिसकैरेज होने की संभावना बढ़ सकती है। - Can Ultrasound or Internal Vaginal Checkup cause Miscarriage in Hindi

सच्चाई: डॉ. मिशेल कहते हैं, “न तो अल्ट्रासाउंड या वजाइनल चेक से मिसकैरेज नहीं होता है। ये प्रक्रिया सुरक्षित और मानकों पर खरी है। दोनों ही प्रक्रिया में किसी तरह की सर्जरी नहीं हैं। इन तरीकों से महिला और भ्रूण की सेहत और विकास की जानकारी मिलती है, और गंभीर जटिलताओं के बारे में पहले से ही पता चल जाता है। इसलिए समय पर अल्ट्रासाउंड कराना बहुत जरूरी है और वजाइनल चेकअप के लिए डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।”

Image Credit: Freepik

 

FAQ

  • मिसकैरेज होने के कितने दिन बाद प्रेग्नेंट हो सकते हैं?

    मिसकैरेज होने के बाद आमतौर पर 6 हफ्ते से लेकर 3 महीने तक मरीज को इंतजार करना चाहिए। हालांकि ये रोगी पर निर्भर करता है।
  • मिसकैरेज में इमोशनल सपोर्ट की जरूरत नहीं है।

    मिसकैरेज सिर्फ शरीर को ही नहीं बल्कि इमोशनल तौर पर भी महिला को तोड़ देता है। महिला को दुख, पछतावा और डिप्रेशन आम है। इसलिए काउंसलिंग कराना बहुत जरूरी है।
  • क्या ब्लीडिंग के बाद भी प्रेग्नेंसी जारी रह सकती है?

    अगर प्रेग्नेंसी शुरुआत में है, तो ब्लीडिंग के बाद भी प्रेग्नेंसी रह सकती है। ब्लीडिंग का मतलब है कि हल्की स्पोटिंग है। अगर ब्लीडिंग में थक्के आए और साथ ही पेट में ऐंठन या दर्द महसूस हो, तो यह मिसकैरेज का लक्षण हो सकता है। इसलिए महिला को तुरंत डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए।

 

 

 

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