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फर्टिलिटी से जुड़ी इन अफवाहों पर आप भी करते हैं यकीन? जानें इनकी सच्चाई

Myths About fertility: फर्टिलिटी से जुड़ी कई कही-सुनी बातें हमने हमेशा से सुनी होती है। आइए जानें ऐसे ही कुछ मिथक और उनकी सच्चाई।   
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फर्टिलिटी से जुड़ी इन अफवाहों पर आप भी करते हैं यकीन? जानें इनकी सच्चाई


Myths And Facts About fertility: हर कपल का सपना होता है कि उनका भी अपना बच्चा हो, जिसे वो हर सुख-सुविधा के साथ बड़ा कर सकें। लेकिन इनफर्टिलिटी के कारण उनका सपना अधूरा रह जाता है। अधिकतर मामलों में शरीर की आंतरिक समस्याएं इनफर्टिलिटी का कारण होती हैं। लेकिन कुछ मामलों में अनहेल्दी लाइफस्टाइल और अनहेल्दी डाइट भी इसका कारण हो सकती हैं। फर्टिलिटी से जुड़ी कई कही-सुनी बातें हम हमेशा से सुनते आए होते है। लेकिन क्या ये सभी बातें सच हैं या महज मिथक है? इस बारे में जानने के लिए हमने बात कि बिजनौर की ऑब्स्टेट्रिशियन और गायनेकोलॉजिस्ट डॉ नीरज शर्मा से। जिन्होंने हमें फर्टिलिटी से जुड़े कई मिथक के बारे में जानकारी दी। 

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फर्टिलिटी से जुड़े मिथक और उनकी सच्चाई- Myths And Facts About Infertility

मिथक- 35 की उम्र के बाद महिला के लिए कंसीव करना नामुमकिन होता है

डॉ नीरज शर्मा के मुताबिक 35 की उम्र के बाद कंसीव करना मुश्किल तो है, लेकिन नामुमकिन नहीं होता है। दरअसल, उम्र बढ़ने के साथ ओवरी में मौजूद हेल्दी फॉलिकल्स कम होने लगते हैं। इसके कारण प्राकृतिक रूप से कंसीव करना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में आईवीएफ या अन्य तरीके से एग को फर्टाइल किया जाता है।  

मिथक- इर्रेगुलर पीरियड्स के कारण फर्टिलिटी पर असर पड़ सकता है

फर्टिलिटी से जुड़ा यह मिथक भी बिल्कुल सही है, क्योंकि इर्रेगुलर पीरियड्स की समस्या हॉर्मोन में बदलाव के कारण भी होती है। ऐसे में अगर लंबे समय तक इर्रेगुलर पीरियड्स रहते हैं, तो इससे कंसीव करना भी मुश्किल हो सकता है। क्योंकि हार्मोन में उतार-चढ़ाव फर्टिलिटी को भी प्रभावित कर सकता है। 

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मिथक- बर्थ कंट्रोल पिल्स लेने से फर्टिलिटी पर असर पड़ता है

कई लोगों का मानना होता है, कि लंबे समय तक बर्थ कंट्रोल पिल्स लेना फर्टिलिटी को भी प्रभावित कर सकता है। इसके कारण लंबे समय के लिए प्रेग्नेंसी में रुकावट आ सकती है। एक्सपर्ट के मुताबिक यह मिथक बिल्कुल गलत है, क्योंकि बर्थ कंट्रोल पिल्स केवल तभी तक असर दिखाती हैं, जब तक इनका सेवन किया जाता है। लेकिन इससे फर्टिलिटी पर कोई असर नहीं पड़ता है। साथ ही 2 साल से ज्यादा इनका सेवन नहीं करना चाहिए, अन्यथा यह कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। 

मिथक- बीमारीयों से पुरुषों की फर्टिलिटी पर असर नहीं पड़ता है

एक्सपर्ट के मुताबिक यह मिथक भी बिल्कुल गलत है, क्योंकि कुछ बीमारियां भी पुरुषों की फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकती हैं। अगर किसी पुरुष को कोई इंटरनल इंफेक्शन, मम्स या चेचक जैसी समस्या रह चुकी है, तो इससे भी स्पर्म काउंट पर असर पड़ सकता है।  साथ ही ज्यादा शराब पीना या तंबाकू लेना भी पुरुषों की फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकता है। 

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किसी भी मिथक या कही-सुनी बातों पर भरोसा करने से पहले उनकी सच्चाई जरूर जानें, अन्यथा यह चीज़े आपको गुमराह भी कर सकती हैं। साथ ही हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल की आदत बनाए रखें, जिससे फर्टिलिटी भी बेहतर रह सके। लेख में दी गई जानकारी अगर पसंद आई हो, तो इसे शेयर जरूर करें। 

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