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फर्टिलिटी खराब कर देती हैं लाइफस्टाइल से जुड़ी ये 5 गलतियां, महिला-पुरुष दोनों पर पड़ता है असर

Lifestyle Factors That Affect Fertility: फर्टिलिटी पर लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतों का असर पड़ता हैं। जानें फर्टिलिटी को प्रभावित करने वाले कारक। 
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फर्टिलिटी खराब कर देती हैं लाइफस्टाइल से जुड़ी ये 5 गलतियां, महिला-पुरुष दोनों पर पड़ता है असर


Lifestyle Factors That Affect Fertility: हमारी जीवनशैली हमारी शरीर पर सीधे तौर पर असर डालती है। लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि हमारी फर्टिलिटी पर भी इसका असर पड़ता है। खराब आदतें सीधे तौर पर फर्टिलिटी को प्रभावित करती हैं। आज के समय में आसे बहुत से कपल्स हैं, जो फर्टिलिटी संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं। इस कारण महिलाओं को कंसीव करने में दिक्कत और पुरुषों की स्पर्म क्वालिटी पर भी असर होता हैं। जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव करने से कंसीव करने में आ रही समस्याओं को दूर किया जा सकता है। खराब आदतों के कारण शरीर को नुकसान होने के साथ होने वाले बच्चे के विकास पर भी असर पड़ सकता है।अक्सर लोग फर्टिलिटी से जुड़ी समस्या होने पर सीधा डॉक्टर के पास पहुंच जाते हैं। लेकिन अपनी लाइफस्टाइल में सुधार करने से बचते हैं। फर्टिलिटी की समस्या को दूर करने के लिए डॉक्टर की बताई दवाई के साथ लाइफस्टाइल में भी कुछ हेल्दी बदलाव करें। आइए जानते हैं फर्टिलिटी पर असर डालने वाले कारक के बारे में शारदा क्लीनिक के फिजिशियन डॉक्टर केपी सरदाना से।

धूम्रपान

धूम्रपान शरीर के लिए हानिकारक होने के साथ फर्टिलिटी को भी प्रभावित करता है। धुएं में पाए जाने वाला विषाक्त पदार्थ शुक्राणु की गुणवत्ता और अंडे के उत्पादन को कम करता हैं। इस कारण कंसीव करने में दिक्कत आती है। स्मोकिंग करने से महिलाओं में एग फर्टिलाइजेशन में भी समस्या आती है।

smoking

शराब के सेवन से बचें

शराब के ज्यादा सेवन से भी फर्टिलिटी पर असर पड़ता है। शराब पीने से पुरुषों में टेस्‍टोस्‍टेरोन हार्मोन का स्तर कम हो जाता है। इस कारण स्पर्म काउंट कम हो जाता है और महिला को कंसीव करने में समस्या आती हैं। वहीं महिला के मासिक धर्म और ओव्यूलेशन में समस्या हो सकती है, जो प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकती है। 

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बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई)

फर्टिलिटी पर बॉडी मास इंडेक्स भी सीधा असर डालता है। कई बार महिला या पुरुष किसी का भी बीएमआई ज्यादा होने पर महिला को कंसीव करने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। ज्यादा बीएमआई के कारण  हार्मोनल असंतुलन, गर्भावस्था के जोखिम और पुरुषों में शुक्राणु संख्या कम हो सकती हैं।

हेल्दी डाइट

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हेल्दी डाइट का सेवन करना बहुत जरूरी होता है। डाइट में फलों, सब्जियों, नट्स और मछली को शामिल करें। ऐसा करने से फर्टिलिटी बढ़ेगी और स्वस्थ भ्रूण का विकास होगा। गर्भधारण करने से पहले फास्ट फूड्स खाने से बचना चाहिए।

व्यायाम

फर्टिलिटी को बढ़ाने के लिए व्यायाम करना भी जरूरी होता है। क्योंकि ऐसा करने से शरीर स्वस्थ रहने के साथ वजन कम होने में भी मदद मिलती है। ध्यान रखें, व्यायाम करते समय किसी तरह की दवाई के सेवन से बचें। टाइट अंडरवियर न पहनने और ज्यादा गर्म पानी में नहाने से बचें। 

यह कारक फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकते हैं। हालांकि, अगर आपको कोई कोई बीमारी या एलर्जी की समस्या हैं, तो डॉक्टर से जानकारी अवश्य लें।

All Image Credit- Freepik

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