
जयपुर के रहने वाली 7 साल की बच्ची पिया की मां ने जब अपनी बेटी के मुंह से बदबू को महसूस किया, तो उन्हें लगा कि यह ठीक से ब्रश न करने के कारण हुआ है। लेकिन एक रात पिया दांत में दर्द बताकर रोने लगी, दर्द इतना ज्यादा था कि वह सो भी नहीं पा रही थी। जब डेंटिस्ट ने चेक किया, तो पता चला कि उसके 4 दांत में कैविटी हो चुकी है। डॉक्टर के मुताबिक, पिया के दांतों में कैविटी का कारण था चॉकलेट्स, केक, बिस्किट्स जैसी चीजों का ज्यादा सेवन करना। इसके बाद पिया की मां को यह एहसास हुआ कि जो चीजें हम बच्चे को यूं ही दे देते हैं, वो असल में उनके दांतों की सेहत को कितना ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती हैं।
लखनऊ के इन्दिरा नगर में स्थित शेखर डेंटल क्लीनिक के डॉ अनुभव श्रीवास्तव ने बताया कि अक्सर यह देखा गया है कि बच्चों को कैंडीज, चॉकलेट्स, स्नैक्स, चिप्स खाना पसंद होता है, लेकिन ये सभी चीजें बच्चों के दांतों के लिए नुकसानदायक हैं। अगर रोजाना बच्चे इन चीजों का सेवन करेंगे, तो उनके दांतों में दर्द, पीलापन और सड़न (Cavities) जैसी समस्याएं कम उम्र में ही शुरू हो जाएंगी। इस लेख में हम आपको बताएंगे ऐसे 10 फूड्स के बारे में, जो आपके बच्चों के दांतों की सेहत को खराब कर सकते हैं और इनसे दूरी ही अच्छी है।
1. चॉकलेट और मिठाइयां- Chocolates & Sweets
बच्चों को चॉकलेट्स और मिठाइयां खाना खूब पसंद होता है। ये चीजें, दांतों के इनेमल पर एक लेयर बना देती हैं जिससे दांत पीले और कमजोर हो जाते हैं। जब बच्चे ऐसी चीजों का सेवन करते हैं और ब्रश करना भूल जाते हैं, तो दांतों में कैविटी बनने लगती है और दांत खराब हो जाते हैं। इसलिए इन चीजों का सेवन करने से बच्चों को बचाना चाहिए।
इसे भी पढ़ें- बच्चों के दांत और मसूड़ों को खराब करती हैं उनकी ये 5 खराब आदतें, अभी से बरतें सावधानी
2. फ्लेवर्ड मिल्क और पैक्ड मिल्क शेक्स- Flavored Milk & Packaged Milkshakes
बाजार में मिलने वाले चॉकलेट शेक्स या तरह-तरह के फ्लेवर्ड मिल्क और पैक्ड मिल्क शेक्स पीना, बच्चों को पसंद होता है। लेकिन इनके अंदर बहुत सारी शुगर छुपी होती है जिससे दांतों की सेहत बिगड़ सकती है। अगर बच्चे ठीक से ब्रश न करें, तों दांतों में सड़न होने लगती है।
3. चिप्स और नमकीन स्नैक्स- Chips and Salty Snacks
चिप्स या कुरकुरे जैसे स्नैक्स खाने से बच्चों के दांतों में स्टार्च जमा हो सकता है। यह बैक्टीरिया का कारण बनता है। इस वजह से दांतों में धीरे-धीरे कैविटी बनने लगती है क्योंकि ऐसे स्नैक्स दांतों में आसानी से फंस जाते हैं और धीरे-धीरे कैविटी का कारण बनते हैं।
4. बॉटल फीडिंग में बच्चे को जूस या दूध देना- Juice or Milk in Bottles
जो लोग अपने बच्चे को बॉटल से ज्यादा दूध पिलाते हैं, उनके बच्चों के दांतों में जल्दी सड़न शुरू होने लगती है। दूध में लैक्टोज होता है, जो कि एक प्रकार की शुगर है, जिससे बच्चों के दांत खराब हो सकते हैं। अगर सोते समय, बच्चे दूध या जूस की बोतल मुंह में लेकर सोते हैं, तो यह आदत बॉटल कैविटी का कारण बनती है।
5. कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स- Carbonated Soft Drinks
बच्चों को कोल्ड ड्रिंक पीने का शौक होता है। यह दांतों की ऊपरी परत को कमजोर करता है और कैविटी का कारण बनती है। बच्चों को सॉफ्ट ड्रिंक के बजाय नारियल पानी या ताजा जूस देना बेहतर होता है। कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स में शुगर के साथ एसिड भी होता है, जो दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचाता है।
6. कुकीज और केक- Cookies & Cakes
कुकीज और केक में चीनी और रिफाइंड फ्लोर यानी मैदा होता है। इसे खाने से दांतों के इनेमल न सिर्फ कमजोर हो जाते हैं, बल्कि दांतों की सतह पर शुगर जमा हो जाती है, जिससे कैविटी बनती है। इसलिए इन चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए।
7. मीठी टॉफी और च्यूइंग कैंडी- Sugary Candies & Chewing Toffees
मीठी टॉफी और च्यूइंग कैंडीज बच्चों को खाना पसंद होता है। इनमें शुगर की मात्रा ज्यादा होती है और यह बच्चों के दांतों पर चिपक जाती हैं। इस वजह से बच्चों के दांतों में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं जिससे कैविटी बनती है। स्टिकी टॉफी या जेली कैंडीज, बच्चों के दांतों को खोखला बना देते हैं।
8. आइसक्रीम और फ्रोजन डेजर्ट- Ice Cream & Frozen Desserts
आइसक्रीम खाने में जितनी अच्छी लगती है, उतनी ही बच्चों के दांतों के लिए हानिकारक भी होती है। इसमें शुगर होती है जिससे बच्चों के दांत सेंसिटिव हो जाते हैं और दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचाते हैं।
9. गोलियां और लॉलीपॉप- Sweet Balls & Lollipops
बच्चों को मिलने वाली रंग-बिरंगी लॉलीपॉप या गोलियां मुंह में लंबे समय तक रहती हैं और लगातार शुगर छोड़ती हैं। यह दांतों पर बैक्टीरिया का असर कई गुना बढ़ा देती हैं। इनके बजाय फल या ड्राई फ्रूट देना बेहतर है।
10. पैक्ड फ्रूट जूस- Packaged Fruit Juices
बच्चों को खट्टे-मीठे फ्रूट जूस पीने का शौक होता है, क्योंकि इसमें नेचुरल शुगर के साथ एडेड प्रिजर्वेटिव्स और एसिड भी होते हैं। ये दांतों को नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं। इससे बचने के लिए घर पर बना ताजा जूस या ताजे फल ही बच्चों को खाना ज्यादा फायदेमंद है।
बच्चों के दांतों को सुरक्षित और कैविटी मुक्त रखना चाहते हैं, तो ऊपर बताई गई 10 चीजों का सेवन बच्चों को बिल्कुल न करने दें। ध्यान रखें कि बच्चे रोज दिन में 2 बार ब्रश करें और मुंह को साफ करें।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।
FAQ
बच्चे के दांतों में कैविटी का इलाज कैसे करें?
अगर बच्चे के दांत में कैविटी हो गई है, तो सबसे पहले उसे डेंटिस्ट के पास ले जाकर चेकअप करवाएं। बच्चों के दांतों की सफाई के लिए ब्रशिंग पर ध्यान दें। अगर कैविटी है, तो फिलिंग की मदद से उसे ठीक किया जा सकता है।बच्चों के दांतों की देखभाल कैसे करें?
बच्चों के दांतों की देखभाल करने के लिए खाने के बाद कुल्ला करने की आदत डालें। साथ ही मीठी चीजों का सेवन, सीमित करने के लिए कहें, और बच्चों को सुबह-शाम ब्रश करने की आदत डालें। इसके साथ ही साल में 2 बार बच्चे को डेंटिस्ट के पास ले जाकर चेकअप करवाएं।दांतों की मजबूती के लिए बच्चे को क्या खिलाएं?
दांतों की मजबूती के लिए बच्चों को दही, पनीर, दूध, बादाम, हरी सब्जियां, फल, रागी जैसे आहार दें। ये मिनरल्स, दांतों को मजबूत बनाते हैं और इनेमल की रक्षा करते हैं।
Read Next
बच्चों को भी हो सकता है नॉन अल्कोहोलिक फैटी लिवर, डॉक्टर बता रहे हैं क्या करें और क्या नहीं
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version