
Dental Health Of Children: जन्म के बाद माता-पिता बच्चों की सेहत का खास ख्याल रखते हैं। लेकिन जैसे-जैसे बच्चे बड़े होने लगते हैं, वह अपने मन मुताबिक आदतों को अपनाते और छोड़ते जाते हैं। डेंटल केयर भी एक आदत है। सुबह उठकर रोज ब्रश करना, सोने से पहले दांतों को साफ करना, खाने के बाद कुल्ला करना और ऐसी अन्य आदतों को अपनाने से दांत और मसूड़ों की बीमारियों से बचा जा सकता है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की मानें, तो भारतीय बच्चों में कैविटी होना एक आम समस्या बन चुकी है। दांत में कैविटी होने से खाने या बोलने में तकलीफ हो सकती है। जब कैविटी के कारण मुंह में बैक्टीरिया ग्रो होने लगते हैं, तो मसूड़ों की बीमारी भी हो सकती है। चलिए जानते हैं 5 ऐसी बैड हैबिट्स जो बच्चों के दांत और मसूड़ों की सेहत को खराब करती हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ में डॉ राम मनोहर लोहिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के असिसटेंट प्रोफेसर डॉ संजीत कुमार सिंह से बात की।
1. ज्यादा चॉकलेट-टॉफी खाने की आदत- Chocolate Addiction
अगर आपका बच्चा ज्यादा चॉकलेट-टॉफी खाता है, तो उसके दांत में कैविटी हो सकती है। खाने की चीजें, दांतों के बीच में फंंस जाती हैं। इससे कैविटी बनने लगती है। बच्चे को कुछ भी खिलाने के बाद कुल्ला करवाएं। बच्चों को ज्यादा मीठी चीजों का सेवन करने न दें। यह उनकी डेंटल और फिजिकल हेल्थ के लिए अच्छा नहीं है।
2. अंगूठा चूसने की आदत- Habit Of Sucking Thumb
आपको बच्चा भी अंगूठा या उंगली चूसने का आदी है, तो उसकी डेंटल हेल्थ खराब हो सकती है। इससे मुंह में बैक्टीरिया बहुत जल्दी पनपते हैं। बैक्टीरिया, एसिड का निर्माण करते हैं और इससे दांत का गलना शुरू हो जाता है। लंबे समय तक इस आदत का शिकार रहने से दांत पूरी तरह से खोखले और कमजोर हो जाते हैं।
3. दांत से नाखून काटने की आदत- Habit Of Biting Nails
कई बच्चे दांत से नाखून काटते हैं। इस आदत के कारण भी दांतों की सेहत खराब हो सकती है। नाखूनों में भरी गंदगी जब मुंह में जाती है, तो वह कैविटी का कारण बनती है। लंबे समय तक दांत से नाखून काटने की आदत से जॉ डिस्फंक्शन की समस्या भी हो सकती है।
4. मुंह खोलकर सोने की आदत- Habit Of Sleeping With Open Mouth
अगर आपका बच्चा मुंह खोलकर सोता है, तो आपको बता दें कि इस आदत के कारण दांतों की सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। मुंह खोलकर सोने से मुंह के अंदर हवा आने-जाने से मुंह ड्राई हो जाता है। इससे मुंह में बैक्टीरिया की संख्या बढ़ जाती है। सलाइवा की कमी से दांत में कैविटीज, बदबू आना, गले में खराश जैसी समस्या हो सकती है।
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5. जोर लगाकर ब्रश करना- Brushing Too Hard
जोर लगाकर ब्रश करने की आदत से दांत और मसूड़ों की सेहत खराब हो सकती है। अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन के मुताबिक, ज्यादा तेज या रगड़कर ब्रश करने से गम्स और दांतों को नुकसान पहुंच सकता है। इससे दांत कमजोर हो सकते हैं।
पैरेंट्स को क्या करना चाहिए?
- शिशुओं के दांत और मसूड़ों को क्लीन करने के लिए एक साफ कपड़ा लें और उसे गुनगुने पानी में भिगोकर दांत और मसूड़ों के ऊपर फेरें।
- शिशु के जन्म के बाद उसे चेकअप के बाद उसे डेंटल चेकअप के लिए लेकर जाएं।
- जैसे ही बच्चे का पहला दांत आए, अपने दंत चिकित्सक से सलाह लें।
- बच्चों के मिल्क टीथ होने पर उन्हें मुलायम और छोटे ब्रिसल्स वाला टूथब्रश दें।
- साथ ही बच्चों को दिन में दो बार ब्रश करने की सलाह दें।
- आपको बच्चे को दांत साफ करने में तब तक मदद करना चाहिए, जब तक खुद ब्रश करना न सीख जाए।
- बच्चे को ऐसा टूथपेस्ट दें जिसमें फ्लोराइड मौजूद हो।
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