Monsoon Health Myths Busted In Hindi: अक्सर लोग यही मानते हैं मॉनसून बीमारियों का मौसम है। इन दिनों संक्रमण, पेट से जुड़ी समस्याएं, स्किन प्रॉब्लम जैसी कई तरह की परेशानियां आसानी से आ सकती हैं। यही कारण है कि इस मौसम में ज्यादातर लोग अपने हेल्थ को लेकर कॉन्शस रहते हैं। हालांकि, यह अच्छी बात है। इससे बीमार होने का जोखिम कम हो जाता है और स्वस्थ रहने की संभावना दर बढ़ जाती है। लेकिन, हम इस बात को इग्नोर नहीं कर सकते हैं कि मॉनसून को बीमारियों का सीजन कहा जाना सही नहीं है। असल में, मॉनसून के दिनों में स्वास्थ्य से जुड़ी कई ऐसी बातें फैली हुई हैं, जो वास्तव में सिर्फ मिथक हैं। इस लेख में हम उन्हीं मिथकों और उनकी सच्चाई के बारे में बताएंगे। इस बारे में हमने डाइट एन क्योर की डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी से बात की।
मॉनसून में सेहत से जुड़े मिथक और सच्चाई- Monsoon Health Myths Busted In Hindi
मिथकः मॉनसून में लोगों को आसानी से सर्दी-जुकाम हो जाता है
सच्चाईः तपती गर्मी के बाद अचानक मौसम में तब्दीलियां हमें बहुत सुकून देती है। हीट वेव और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याएं कम होने लगती हैं। वहीं, लोगों को यह भी लगता है कि मॉनसून के दिनों में आसानी से सर्दी-जुकाम या बुखार की समस्या हो सकती है। खासकर, बारिश में भीगने की वजह से ऐसा होता है। असल बात ये है कि जब अचानक मौसम बदलता है, तो बॉडी उस बदलाव को सहजता से स्वीकार नहीं कर पाती है। यही कारण है कि जैसे ही आप बारिश में भीगते हैं, तो सर्दी-जुकाम की समस्या होने लगती है। इसका मतलब है कि सिर्फ मॉनसून के सीजन को आपकी बीमारी के लिए जिम्मेदार ठहराना सही नहीं है।
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मिथकः मॉनसून में दही खाना सुरक्षित नहीं होता है
सच्चाईः दही स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी होती है। इससे पाचन क्षमता में सुधार होता है और पेट से जुड़ी समस्याएं भी दूर होती हैं। लेकिन, कुछ लोगों को लगता है कि मॉनसून के दिनों में इसका सेवन नहीं किया जाना चाहिए। जबकि, ऐसा सोचना सही नहीं है। असल में, दही में गुड बैक्टीरिया होते हैं। यह आपकी पाचन क्षमता को बेहतर करने में अहम योगदान निभाता है। इसमें कई तरह के न्यूट्रिएंट्स भी पाए जाते हैं यानी आप दही का सेवन मॉनसून के दिनों में भी कर सकते हैं।
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मिथकः बारिश के दिनों में पालक या हरी पत्तेदार सब्जियां नहीं खानी चाहिए
सच्चाईः यह बात आपने कई लोगों के मुंह से सुनी होगी कि बरसात के दिनों में हरी पत्तेदार सब्जियां या पालक आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। बरतसा के के दिनों में इनमें कुछ खास किस्म के किटाणु पाए जाते हैं, जो अगर पेट में चले जाएं, तो गंभीर रोग का कारण बन सकते हैं। यह सच है कि बारिश में जमा पानी के कारण कई तरह के किटाणु पनपने लगते हैं। लेकिन, अगर आप सब्जियों या पालक आदि को अच्छी तरह साफ करते हैं और अच्छी तरह पाकते हैं, तो इस तरह की समस्या नहीं होती है।
मिथकः मॉनसून में सी-फूड नहीं खाना चाहिए
सच्चाईः सी-फूड का सेवन आप किसी भी मौसम में कर सकते हैं। इसमें कोई बुराई नहीं है। हां, यह सच है कि अगर इन दिनों किसी भी तरह की स्टोर्ड चीजों का सेवन किया जाना सही नहीं होता है। ऐसा सी-फूड के साथ भी है। अगर आप बासी या स्टोर्ड सी-फूड का सेवन करते हैं, तो इसका सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। इन दिनों हमेशा फ्रेश सी-फूड चुनें और उसकी साफ-सफाई पर भी ध्यान दें।
मिथकः मॉनसून में आइस्क्रीम खाने से बीमार हो सकते हैं
सच्चाईः मॉनसून के दिनों में आइस्क्रीम खाने से बीमारी नहीं होती है। यह बीमार होने का कारण नहीं होता है। हां, अगर पहले से किसी को वायरल है या सर्दी-जुकाम की शिकायत है, तो ऐसे में आइस्क्रीम खाने से कंडीशन बिगड़ सकती है।
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