Myths and Facts About Stomach Worms: आजकल की लाइफस्टाइल में जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड और तैलीय चीजों का सेवन करने की वजह से पेट में कीड़े हो जाते हैं। पेट में कीड़े होने की समस्या ज्यादा बच्चों में देखने को मिलती है। वक्त रहते पेट के कीड़ों के लक्षणों पर ध्यान देना जरूरी होता है। वरना पेट के कीड़ों की समस्या इंफेक्शन और कई बीमारियों की वजह बन सकता है। हैदराबाद स्थित बालाजी चिल्ड्रन हॉस्पिटल में बतौर में कंसलटेंट पीडियाट्रिशियन डॉक्टर संदीप बेलपत्रे का कहना है कि बच्चे जब गंदे हाथ मुंह में डालते हैं या गंदे हाथों से कुछ खा लेते हैं, तो गंदगी पेट में चली जाती है। इसकी वजह से पेट में बैक्टीरिया हो जाते हैं और पेट में कीड़ों की समस्या होती है। पेट में कीड़े होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करके दवा लेनी चाहिए। डॉक्टर की मानें तो आज भी देश के कई हिस्सों में पेट के कीड़ों को लेकर कई सारी भ्रम की बातें फैली हुई हैं। लोग इन मिथकों पर बिना कुछ सोचे समझें भरोसा कर लेते हैं और कई देसी नुस्खे ट्राई करने लगते हैं। पेट के कीड़ों की समस्या में देसी नुस्खों का इस्तेमाल करने से स्थिति बिगड़ सकती है। इसलिए आज हम आपको इस लेख में पेट के कीड़ों से जुड़े मिथक और उनकी सच्चाई बताने जा रहे हैं।
मिथकः पेट में कीड़े होने पर बच्चा सोते वक्त दांतों किटकिटाता है।
सच्चाई : छोटे बच्चों को दांत किटकिटाना एक आम प्रक्रिया है। डॉ. बेलपत्रे के अनुसार, यह जरूरी नहीं है कि सोते वक्त अगर बच्चा दांत किटकिटाता है तो उसके पेट में कीड़े हो गए हों। छोटे बच्चे अक्सर जब कोई सपना देखते हैं या दिन भर उनके साथ हुई एक्टिविटी को याद करते हैं, तब भी दांतों को किटकिटाते हैं। बच्चों का दांत किटकिटाना एक बिहेवियरल रिएक्शन है। अगर कोई बच्चा 8 महीने से 2 साल है और सोते समय दांतों को किटकिटाता है, तो यह दांत निकलने की वजह से भी हो सकता है। दांत निकलते समय बच्चों के मसूड़ों में खुजली होती है, जिसकी वजह से भी वह दांतों को किटकिटाते हैं।
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मिथकः पेट में कीड़े होने पर ड्राई पैचेज पड़ने लगते हैं।
सच्चाईः न्यू पेरेंट्स बच्चों के स्किन पर पड़ने वाले ड्राई पैचेज और स्किन ड्राईनेस को पेट में कीड़े होने का लक्षण मनाते हैं। लेकिन डॉक्टर का कहना है कि अगर छोटे बच्चे के चेहरे पर ड्राई पैचेज पड़ते हैं, तो इसके पीछे शरीर में पानी की कमी है। कई बार पेरेंट्स बच्चों की स्किन पर हार्श साबुन का इस्तेमाल करते हैं। इसकी वजह से भी स्किन पर ड्राई पैचेज हो जाते हैं। डॉक्टर के अनुसार अगर बच्चे की उम्र 1 से 3 साल के बीच है और उसकी स्किन पर ड्राई पैचेज हो रहे हैं, तो सही साबुन और मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें। आपके बच्चे की स्किन के लिए कौन सा मॉइस्चराइजर सही है इस विषय पर आप ज्यादा जानकारी के लिए डॉक्टर से बात करें।
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मिथकः पेट में कीड़े होने पर बच्चा मुंह से लार निकलता है।
सच्चाईः 5 महीने से 1 साल तक के बच्चे के मुंह से लार निकलना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। छोटे बच्चे के मुंह में लार बनना उनके पाचन के लिए अच्छा होता है। डॉक्टर के अनुसार, पेट में कीड़े होने और बच्चे के मुंह से लार निकालने के बीच कोई कनेक्शन नहीं है। बच्चे के मुंह से लार निकलने के पीछे गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
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