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मोबाइल फोन की ये 6 आदतें हो सकती हैं एंग्जाइटी का कारण, जानें कैसे

मोबाइल फोन इस्तेमाल करते समय हमारी कुछ आदतें ऐसी होती है, जो एंग्जाइटी का संकेत हो सकती हैं, आइए जानते है कैसे? 
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मोबाइल फोन की ये 6 आदतें हो सकती हैं एंग्जाइटी का कारण, जानें कैसे


आज के समय में मोबाइल फोन हमारी लाइफ का एक अहम हिस्सा बन चुका है। बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्ग कोई भी व्यक्ति मोबाइल के बिना एक पल भी गुजार पाना मुश्किल हो सकता है। सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक आपके हाथ में हर समय मोबाइल फोन जरूर दिखता है। लेकिन क्या आपको पता है मोबाइल फोन का हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। यह न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी बुरी तरह प्रभावित करता है। मोबाइल फोन इस्तेमाल करते समय आपकी कुछ ऐसी आदतें भी होती हैं, जो आपके एंग्जाइटी का कारण बन सकती हैं। एंग्जाइटी थेरेपिस्ट और कोच कैरी हॉवर्ड से जानते हैं मोबाइल फोन का इस्तेमाल एंग्जाइटी का कारण कैसे बन सकता है?

एंग्जाइटी का संकेत हैं मोबाइल फोन की ये आदतें - Mobile Phone Habits That Are Signs Of Anxiety in Hindi 

कॉल करने या उठाने से बचना

फोन उठाने या किसी को कॉल करने से बचने की कोशिश करना, लोगों से बात करने का डर सोशल एंग्जाइटी की समस्या को बढ़ा सकता है। यह आदत किसी से लड़ने, कोई फैसला लेने या जवाब न जानने के डर से बढ़ सकती है।

फोन पर व्यस्त होने का दिखावा करना

दूसरों से बातचीत करने से बचने के लिए अपने फोन पर व्यस्त रहने का दिखावा करना आपको दूसरे लोगों के साथ घूलने-मिलने से रोक सकता है और एंग्जाइटी की समस्या को बढ़ा सकता है। 

फोन पर बहुत ज्यादा स्क्रॉलिंग करना

फोन पर बिना सोचे-समझे स्क्रॉल करना दूसरों को नजरअंदाज करने से बचने का एक तरीका हो सकता है, जिससे कई तरह का तनाव और एंग्जाइटी की समस्या बढ़ सकती है। 

इसे भी पढ़ें- एंग्जाइटी से बचने के लिए मॉर्निंग रूटीन में शामिल करें ये जरूरी आदतें

लगातार नोटिफिकेशन चेक करना

बार-बार फोन पर नोटिफिकेशन चेक करने की आदत हाइपरविजिलेंस की समस्या पैदा कर सकती है, जो आपकी एंग्जाइटी की समस्या के बढ़ाने का कारण बन सकता है।

मैसेज का तुरंत जवाब देना

फोन पर आने वाले कॉल या मैसेज का तुंरत जवाब देने की जरूरत महसूस होना, आप में तनाव की भावना को बढ़ा सकता है, जिसके कारण आराम करना मुश्किल हो जाता है और आपकी एंग्जाइटी की समस्या बढ़ सकती है। 

परेशान होने पर गूगल सर्च करना

अपनी समस्याओं को दूर करने के लिए बार-बार गूगल से मदद लेना, एंग्जाइटी या साइबरकॉन्ड्रिया का कारण हो सकता है, जिसमें आप ऑनलाइन मिली जानकारी के आधार पर स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर ज्यादा परेशान हो जाते हैं। 

फोन से जुड़ी एंग्जाइटी कम करने के टिप्स - Tips to reduce phone-related anxiety in Hindi 

 

 

 

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  • फोन चेक करने के लिए समय तय करें। 
  • सुबह उठने के तुंरत बाद और सोने से ठीक पहले फोन चेक करने से बचें।
  • फोन को बार-बार चेक करने की इच्छा को कम करने के लिए माइंडफुलनेस एक्सरसाइज करें।
  • फोन को बार-बार चेक करने से बचने के लिए गैर-जरूरी नोटिफिकेशन बंद करें।
  • आत्मविश्वास बढ़ाने और चिंता को कम करने के लिए धीरे-धीरे कॉल करने और जवाब देने के लिए तैयार करें।

Image Credit- Freepik 

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