How Spirituality Affects Mental Health: हर किसी की जिंदगी में ऐसा समय जरूर आता है, जब व्यक्ति खुद को बहुत टूटा हुआ महसूस करता है। ऐसे में कोई भी रास्ता नजर नहीं आता है, साथ ही हमारा कॉन्फिडेंस लेवल भी कम होने लगता है। ऐसा ही कुछ हुआ डांसर और इंस्टाग्राम फेम कुमार अभिनव के साथ। हर किसी की तरह अभिनव ने भी अपने करियर की शुरुआत पूरे कॉन्फिडेंस के साथ की थी। लेकिन इसी बीच उनकी जिंदगी में एक समय ऐसा आया, जिसने उनका कॉन्फिडेंस पूरी तरह से खत्म कर दिया था। ओनलीमायहेल्थ के साथ हुई खास बातचीत में अभिनव ने बताया कि जिंदगी के इस डार्क फेज ने निकलने के लिए उन्हें स्पिरिचुअलिटी से मदद मिली। लेकिन स्पिरिचुअलिटी से कैसे उन्हें स्ट्रेस से डील करने में मदद मिली। चलिए ओनलीमायहेल्थ की सीरीज ‘मेंटल हेल्थ मेटर्स’ में विस्तार से जानें इस बारे में।
करियर में असफलता से कम होने लगा कॉन्फिडेंस
इस बारे में बात करते हुए कुमार अभिनव ने बताया कि “जब मैं अपना घर छोड़कर करियर बनाने के लिए मुंबई आया, तो मुझ पर करियर बनाने के लिए पहले से ही दवाब था। नई जगह और नए लोगों के बीच मैं खुद को अकेला महसूस करने लगा था। वहीं करियर में लगातार आते रिजेक्शन्स ने मेरा कॉन्फिडेंस भी कम कर दिया था…….. ऐसे में मुझे लगने लगा था कि कहीं मैं सबसे पीछे तो नहीं रह जाऊंगा।”
मन में लगातार ऐसी भावनाएं आने के कारण अभिनव को स्ट्रेस और एंग्जायटी बहुत ज्यादा रहने लगी और वो डिप्रेस्ड फेज में चले गए।
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इस दौरान अभिनव को किन समस्याओं का सामना करना पड़ा
डिप्रेस्ड फेज के दौरान हुई परेशानियों के बारे में बताते हुए अभिनव ने बताया कि ‘’मैं कई रातों तक सो नहीं पाता था…. मुझें भूख होते हुए भी खाने का मन नहीं करता था। वहीं मेरा खुद पर से विश्वास अब पूरी तरह खत्म हो चुका था। मैं दिन-रात सोचता रहता था और खुद को बिना कारण कोसता रहता था।’’
कुमार अभिनव कहते हैं कि कभी-कभी उनका मन करता था कि वो सभी चीजें छोड़कर वापिस चले जाएं और इस समस्या को उन्हें कई महिनों तक झेलना पड़। तभी उनकी जिंदगी में आध्यात्मिकता ने दस्तक दी और देखते ही देखते उन्हें खुद में बदलाव नजर आने लगा।
स्पिरिचुअलिटी और सेल्फ मोटिवेशन ने कैसे बदली अभिनव की जिंदगी
अभिनव मानते हैं कि जब से उन्होंने स्पिरिचुअलिटी पर ध्यान देना शुरू किया, तो उनमें सेल्फ मोटिवेशन आने लगा। इससे उन्हें दिमागी तौर पर शांति महसूस होने लगी और वो खुद को पहले से ज्यादा कॉन्फिडेंट महसूस करने लगे। स्पिरिचुअलिटी के जरिए अभिनव ने अपने इमोशंस को भी कंट्रोल करना सीखा और उन्हें स्ट्रेस और एंग्जायटी से भी डील करने में मदद मिली।
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स्पिरिचुअलिटी कैसे किसी के मानसिक स्वास्थ्य को फायदा पहुंचा सकता है। इस बारे में जानने के लिए हमने बात कि गंगा राम अस्पताल (ओल्ड राजेन्द्र नगर) की एसोसिएट कंसल्टेंट रिहैबिलिटेशन साइकोलॉजिस्ट नीलम मिश्रा से।
जानें स्पिरिचुअलिटी कैसे मेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद हो सकती है- How Spirituality Affects Mental Health
- जब कोई व्यक्ति आध्यात्मिक रूप से जुड़ाव महसूस करता है, तो उसमें भरोसा बढ़ने लगते है। वो रिलैक्स और कॉन्फिडेंट महसूस करता है और इससे उसमें सकारात्मक भावना पैदा होती है।
- आध्यात्मिकता से हमारा मन शांत रहता है जिससे हमें अपने मकसद और कार्यों पर ध्यान देने में और भी ज्यादा मदद मिलती है।
- व्यक्ति अपनी भावनाओं पर निंयत्रण कर पाता है और उसमें आत्म-विश्वास भी बढ़ने लगता है।
- इससे व्यक्ति जिंदगी की गहराई को अच्छे से समझ पाता है और खुद को बेहतर बनाने पर काम कर पाता है।
- आध्यात्मिकता लोगों को मोह-माया से दूर रहना सीखाता है, जिससे आपमें गुस्सा और चिड़चिड़ेपन की भावना नहीं आती।
- आध्यात्मिकता के जरिए इंसान जिंदगी की गहराई को समझता है और अपने रिश्तों को भी अच्छे से संभाल पाता है।
इंस्टाग्राम फेम कुमार अभिनव के उदाहरण से हमने जाना कि स्पिरिचुअलिटी कैसे हमारे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है। लेकिन साथ ही आगे बढ़ने के लिए खुद भरोसा बनाए रखना जरूरी है। ओनलीमायहेल्थ की इस मेंटल हेल्थ सीरीज ‘मेंटल हेल्थ मेटर्स’ में हम ऐसे ही नई कहानियां आपके साथ साझा करते हैं, जिससे आप मुश्किल से मुश्किल परिस्थिति में भी खुद को संभाल पाएं। इस सीरीज के अन्य लेख आप ओनलीमायहेल्थ की वेबसाइट से पढ़ सकते हैं।