Expert

स्ट्रेस और एंग्जायटी कंट्रोल रखने के लिए अपनाएं सुबह की ये 5 आदतें, जानें एक्सपर्ट से

क्या आपको भी सुबह उठते ही स्ट्रेस और एंग्जायटी होने लगती है? अगर हां, तो ऐसे में सुबह की ये खास आदतें जरूर अपनानी चाहिए।
  • SHARE
  • FOLLOW
स्ट्रेस और एंग्जायटी कंट्रोल रखने के लिए अपनाएं सुबह की ये 5 आदतें, जानें एक्सपर्ट से


How To Beat Stress and Anxiety: बिजी लाइफस्टाइल के साथ हर चीज मैनेज कर पाना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में स्ट्रेस और एंग्जायटी होना आम बात है। कई लोग अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में इतना व्यस्त हो जाते हैं, कि उनके लिए खुद के लिए समय निकाल पाना बहुत मुश्किल हो जाता है। ऐसे में उन्हें हर वक्त एंग्जायटी होने लगती है। एंग्जायटी होने के कारण फिजिकल और मेंटल हेल्थ दोनों पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में हार्ट बीट तेज हो जाती है और सोचने-समझने की क्षमता कम हो जाती है। एक्सपर्ट से मुताबिक अगर आप दिन की शुरुआत कुछ अच्छी आदतों से करते हैं, तो स्ट्रेस और एंग्जायटी कंट्रोल रखना आसान हो जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं सुबह की ये कौन-सी आदतें हैं जो माइंड को रिलैक्स रखती हैं? इनके बारे में जानने के लिए हमने गंगाराम हॉस्पिटल की सीनियर साइकोलॉजिस्ट आरती आनंद से बात की।

01 (35)

उठते ही खुद को हाइड्रेट करें- Hydrate Yourself

पूरी रात हमारी बॉडी डिटॉक्स होती है। इसलिए सुबह उठते ही बॉडी को क्लीन करना जरूरी होता है। अगर ये टॉक्सिन्स बॉडी में जमा होते रहते हैं, तो इससे स्ट्रेस और एंग्जायटी भी बढ़ती है। ऐसे में सुबह उठते ही बॉडी को हाइड्रेट करना चाहिए। इसके लिए आप गुनगुना पानी या कोई डिटॉक्स ड्रिंक पी सकते हैं। इससे बॉडी से टॉक्सिन निकलते हैं, डाइजेशन बेहतर होता है और ब्लोटिंग से राहत मिलती है।

डीप ब्रीदिंग करें- Deep Breathing

एंग्जायटी होने पर नर्वस सिस्टम ओवरएक्टिव हो जाता है। ऐसे में डीप ब्रीदिंग करने से माइंड को रिलैक्स रखने में मदद मिलती है। इससे स्ट्रेस और एंग्जायटी कंट्रोल रहती है और बॉडी रिलैक्स रहती है। इसलिए सुबह उठते ही 10 मिनट डीप ब्रीदिंग और मेडिटेशन जरूर करें। किसी शांत जगह बैठकर हल्की-हल्की और लंबी सांसे जरूर लें। इससे आपको एंग्जायटी कंट्रोल रखने में मदद मिलेगी।

इसे भी पढ़ें- क्या केला खाने से एंग्जायटी कम होती है? जानें एक्सपर्ट से

धूप में बैठें और ग्राउंडिंग करें- Sunlight and Grounding

डीप ब्रीदिंग और मेडिटेशन करने के लिए बाद कुछ देर ग्राउंडिंग जरूर करें। घर से बाहर जाएं और कुछ देर धूप जरूर लें। साथ ही, कुछ देर घास पर जरूर चलें। इससे बॉडी को विटामिन डी मिलेगा और नर्वस सिस्टम शांत रहेगा। इस आदत को अपनाने से माइंड रिलैक्स रहेगा और आपको एंग्जायटी नहीं होगी।

खाली पेट कैफीन न लें- Avoid Caffeine Empty Stomach

सुबह उठते ही आप क्या खा रहे हैं इससे आपकी मेंटल हेल्थ का सीधा कनेक्शन है। अगर आप खाली पेट चाय-कॉफी लेते हैं, तो इससे कोर्टिसोल बढ़ता है और एंग्जायटी होती है। इसलिए खाली पेट कैफीन अवॉइड करना चाहिए। ब्रेकफास्ट हमेशा बैलेंस्ड रखें। इसमें प्रोटीन, हेल्दी फैट्स और कार्ब्स जरूर एड करें। क्योंकि ब्रेकफास्ट स्किप करने या बैलेंस्ड न होने से भी कोर्टिसोल बढ़ सकता है। इसके कारण भी आपको मूड स्विंग्स या स्ट्रेस हो सकता है।

इसे भी पढ़ें- क्या लंबे समय तक नींद की गोली खाने से एंग्जायटी अटैक का खतरा बढ़ता है? जानें डॉक्टर से

अपना दिन प्लान करें- Plan Your Day

काम का प्रेशर अचानक बढ़ने से भी एंग्जायटी और स्ट्रेस हो सकता है। लेकिन अगर आप दिनभर की प्लानिंग पहले से करके रखेंगे, तो इससे आपका स्ट्रेस नहीं बढ़ेगा। आपको क्लियरिटी रहेगी कि आपको कौन-सा काम कब करना है। अपना दिन इस तरह प्लान करें कि माइंड पर प्रेशर न बढ़े। ऐसा करने से आपको स्ट्रेस और एंग्जायटी नहीं होगी। इसलिए सुबह 10-15 दिन अपना दिन प्लान करने में जरूर लगाएं।

अगर आप रात में समय से सोते हैं और सुबह पॉजिटिव थिंकिंग के साथ उठते हैं, तो आपको स्ट्रेस और एंग्जायटी कंट्रोल रखने में मदद मिलेगी। सुबह की इन आदतों को अपनाने से आपको स्ट्रेस और एंग्जायटी कंट्रोल रखने में मदद मिलेगी। साथ ही, इनसे आपका माइंड भी रिलैक्स रहेगा।

Read Next

ब्रेन हेल्थ के लिए शॉर्ट ब्रेक लेने क्यों जरूरी होते है? जानें एक्सपर्ट से

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version